गुमला के परमवीर अलबर्ट एक्का स्टेडियम में नहीं होगा रावण दहन, लोगों में आक्रोश

स्टेडियम नहीं मिलने से रावण दहन कमेटी, दुर्गा पूजा कमेटी सहित गुमला के लोगों में आक्रोश है. लोगों ने कहा है कि अगर स्टेडियम में रावण दहन करने से रोका गया, तो मजबूरी में आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा.

By Prabhat Khabar News Desk | October 13, 2023 1:36 PM
an image

गुमला : शहर के परमवीर अलबर्ट एक्का स्टेडियम में इस वर्ष रावण दहन नहीं होगा. गुमला डीसी कर्ण सत्यार्थी ने स्टेडियम में रावण दहन कराने से इंकार कर दिया है. लेकिन डीसी ने गुमला शहर के करमटोली मैदान, जशपुर रोड स्थित कृषि बाजार समिति मैदान, बाजारटांड़, हवाई अड्डा या कोई दूसरे स्थान पर रावण दहन कराने की अनुमति दी है. डीसी ने कहा है कि स्टेडियम खिलाड़ियों के लिए है. यह खेल कर बच्चे गुमला का नाम खेल क्षेत्र में रोशन कर रहे हैं. इसके अलावा गुमला के निवर्तमान उपायुक्त सुशांत गौरव ने बैठक कर प्रोसेडिंग में लाया है कि स्टेडियम में खेल को छोड़ कर किसी दूसरे प्रकार का कार्यक्रम नहीं होगा. इसलिए प्रोसेडिंग का हवाला देते हुए गुमला डीसी श्री सत्यार्थी ने स्टेडियम में रावण दहन कराने से इंकार कर दिया है.

उन्होंने स्पष्ट कहा है कि स्टेडियम छोड़ कर आप उचित जगह का चयन करें, वहां प्रशासन हर विधि व्यवस्था देगा, जिससे रावण दहन शांतिपूर्ण तरीके से कराया जा सकेगा. इधर, स्टेडियम नहीं मिलने से रावण दहन कमेटी, दुर्गा पूजा कमेटी सहित गुमला के लोगों में आक्रोश है. लोगों ने कहा है कि अगर स्टेडियम में रावण दहन करने से रोका गया, तो मजबूरी में आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा. इधर, शशि प्रिय बंटी ने कहा है कि प्रशासन के आदेश से लोगों को ठेस पहुंची है. शिवम जायसवाल ने कहा है कि परंपरा के अनुसार मां भगवती की मूर्ति विसर्जन से पहले नगर भ्रमण के दौरान पीएइ स्टेडियम के द्वार के पास मूर्ति को लाया जाता है, तब ही रावण दहन किया जाता है. रावण दहन के लिए पीएइ स्टेडियम के अलावा अन्यत्र जगह नहीं है. रावण दहन के दौरान पुरुषों के अलावा महिलाएं व बच्चे भी रहते हैं. महिलाओं व बच्चों की सुरक्षा के दृष्टिकोण से पीएइ स्टेडियम उचित जगह है.

Also Read: जितिया की खुशियां मातम में बदली, गुमला में करंट लगने से महिला की मौत
उपायुक्त संग एक घंटे चली बैठक

गुरुवार को रावण दहन सह विजय मेला समिति गुमला का एक प्रतिनिधि मंडल ने डीसी कर्ण सत्यार्थी से उनके कार्यालय कक्ष में मुलाकात की. मौके पर एक घंटे तक बैठक हुई, जिसमें कमेटी के लोगों ने रावण दहन करने की अनुमति मांगी. साथ ही स्टेडियम में ही रावण दहन क्यों हो. इसका तर्क भी रखा. प्रतिनिधि मंडल ने बताया कि पीएइ स्टेडियम में बीते 64 वर्षों से रावण दहन सह विजय मेला लग रहा है. पूर्व वर्षों की भांति ही इस वर्ष भी 24 अक्तूबर को संध्याकाल में उपरोक्त स्थान पर ही रावण दहन सह विजय मेला लगाना है, जिसकी तैयारी शुरू हो गयी है. परंतु, बैठक के दौरान ही उपायुक्त ने स्टेडियम में रावण दहन नहीं करने के लिए कहा. प्रतिनिधिमंडल में रावण दहन सह विजय मेला समिति के संरक्षक निर्मल कुमार गोयल, अध्यक्ष उज्जवल केसरी, उपाध्यक्ष बबलू वर्मा, सह सचिव शिवम जायसवाल, शशि प्रिय बंटी, रवींद्र सिंह, बलदेव शर्मा, अनिकेत कुमार, संदीप सिंह, अखौरी शशि रंजन, सुधांशु केसरी, अजय राणा सिंह, अमन आनंद आदि शामिल थे.

Exit mobile version