Jharkhand News: ट्रैक्टर से खेत जुताई करने वाली गुमला जिला अंतर्गत शिवनाथपुर डहूटोली गांव की महिला किसान मंजू उरांव के कृषि कार्य की जानकारी PMO को भेजी गयी है. इसकी जानकारी मिलते ही मंजू काफी उत्साहित दिखी. मंजू गांव की महिलाओं को प्रेरित कर महिला कृषक समूह का गठन भी की है.
मंजू के खेत में ट्रैक्टर चलाने से ग्रामीण काफी नाराज थे
बता दें कि मंजू द्वारा खेत में ट्रैक्टर चलाने से ग्रामीण काफी नाराज हो गये थे. ग्रामीणों द्वारा विरोध को प्रमुखता से प्रभात खबर में समाचार प्रकाशित होने के बाद चारों तरफ से मंजू की सराहना और सहयोग मिलने लगे. आदिवासी धर्मगुरु, आदिवासी समाज सहित कई संस्थाओं ने मंजू को सम्मानित कर उसकी हौसला अफजाई किया है.
कृषि कार्य के लिए संसाधन उपलब्ध कराने की मांग
खेती-बाड़ी में परिवार के सदस्यों के साथ अब गांव की कुछ महिलाओं का साथ भी मंजू को मिल रहा है. उसने गांव की महिलाओं को प्रेरित कर एक महिला कृषक समूह का गठन भी की है. मंजू ने जिला कृषि पदाधिकारी अशोक सिन्हा से मिलकर महिला कृषक समूह की सूची सौंपी. समूह द्वारा 25 एकड़ जमीन लीज में लिए जाने की जानकारी देकर विभाग से कृषि कार्य के लिए संसाधन उपलब्ध कराने की मांग की है.
PMO को भेजी गयी रिपाेर्ट
जिला कृषि पदाधिकारी अशोक सिन्हा ने भी मंजू के कृषि कार्य के प्रति इच्छाशक्ति और प्रगतिशील सोच को देखते हुए विभागीय योजना का सभी तरह का लाभ एवं सहयोग करने का आश्वासन दिया है. जिला कृषि पदाधिकारी ने कहा कि मंजू का कार्य सराहनीय है. उसे एक लाख का KCC लोन दिया गया. मंजू द्वारा गठित महिला कृषक समूह के माध्यम से कृषि विशेषज्ञों की निगरानी में डाहूटोली गांव में 25 एकड़ भूमि पर आधुनिक तरीके से खेती करायी जायेगी. जिससे उनकी आर्थिक स्थिति सुदृढ़ हो सकेगी. विभाग द्वारा पानी, नर्सरी, पॉली हाउस और न्यूनतम दर में उन्नत खाद बीज उपलब्ध करायी जायेगी. गांव की ज्यादा से ज्यादा महिलाएं व पुरुष खेती कार्य से जुड़ सके. इसके लिए भी प्रयास किया जायेगा. मंजू के कृषि कार्य को लेकर पीएमओ कार्यालय को भी रिपोर्ट भेजी गयी है.
400 मानव दिवस मजदूरों को दे चुकी है कार्य
मंजू ने बताया कि इस बार छह एकड़ में मकई एवं डेढ़ एकड़ में आलू की फसल लगा चुकी है. ढाई एकड़ में टमाटर लगायी जा रही है. वहीं, ढाई एकड़ में बंधा गोभी और पांच एकड़ में मटर लगाने के लिए खेत तैयार कर रही है. इस साल मंजू अभी तक चार सौ मानव दिवस मजदूरों को कार्य दे चुकी है.