राजस्व की क्षति पहुंची है कार्रवाई हो : अजीत कुमार
सदान मोर्चा झारखंड के प्रदेश सचिव अजीत कुमार विश्वकर्मा ने कहा है कि गुमला में लॉकडाउन की अवधि में लाइसेंसधारी लोग अवैध रूप से शराब बेच कर मालामाल हुए हैं. 22 मार्च के जनता कर्फ्यू के बाद मुनाफाखोरों ने शराब की कालाबाजारी की है. इसकी शिकायत के बाद डीसी ने डीआरडीए डायरेक्टर हैदर अली को जांच अधिकारी बनाया था.
गुमला : सदान मोर्चा झारखंड के प्रदेश सचिव अजीत कुमार विश्वकर्मा ने कहा है कि गुमला में लॉकडाउन की अवधि में लाइसेंसधारी लोग अवैध रूप से शराब बेच कर मालामाल हुए हैं. 22 मार्च के जनता कर्फ्यू के बाद मुनाफाखोरों ने शराब की कालाबाजारी की है. इसकी शिकायत के बाद डीसी ने डीआरडीए डायरेक्टर हैदर अली को जांच अधिकारी बनाया था.
जांच अधिकारी की रिपोर्ट में कई दुकानदारों द्वारा बड़े पैमाने पर गड़बड़ी करने की शिकायत सही पायी गयी है. गुमला के एक दुकानदार ने शराब की 15496 बोतलों की कालाबजारी की है. इस मामले में उत्पाद अधीक्षक को उपायुक्त गुमला द्वारा स्पष्टीकरण किया गया है. मामला विभागीय मिलीभगत की ओर इशारा कर रहा है.
ऐसे में दुकानदारों पर पेनाल्टी एवं कानूनी कार्रवाई करने व इन्हें काली सूची में डाले जाने और विभागीय अधिकारियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई करने की जरूरत है. ऐसा नहीं होने पर जन आंदोलन करने के लिए सदान मोर्चा विवश होगा.
श्री विश्वकर्मा ने कहा है कि चैनपुर एसडीओ को बालू माफिया से मिलीभगत पर उपायुक्त द्वारा राज्य सरकार को भेजी गयी रिपोर्ट के आधार पर निलंबित कर दिया गया है, तो फिर उत्पाद विभाग गुमला द्वारा सरकार को लाखों रुपये राजस्व की क्षति पहुंचाने पर दोषियों पर कार्रवाई नहीं की जा रही है. उत्पाद अधीक्षक के खिलाफ भी कार्रवाई हो, जो गुमला में लंबे समय से जमे हुए हैं और अवैध शराब बिक्री करा कर कमाई कर रहे हैं.