पुग्गू में की जायेगी आरटीपीसीआर जांच केंद्र की स्थापना, 311 ऑक्सीजन युक्त बेड की भी होगी सुविधा बहाल

उन्होंने जिलेवासियों से अपील की है कि किसी भी व्यक्ति को एंबुलेंस की आवश्यकता होने पर संपर्क संख्या 108 पर डायल कर सरकारी एंबुलेंस तथा निजी अस्पतालों से संपर्क कर गैर सरकारी एंबुलेंस की सेवा प्राप्त कर सकते हैं. उपायुक्त ने ऑक्सीजन युक्त बेडों की जानकारी साझा करते हुए बताया कि वर्तमान में जिले में 111 ऑक्सीजन युक्त बेड उपलब्ध हैं. इसके अतिरिक्त 200 ऑक्सीजन सिलिंडरों के लिए निविदा का कार्य पूर्ण कर लिया गया है.

By Prabhat Khabar News Desk | May 4, 2021 12:36 PM

Jharkhand News, Gumla News गुमला : गुमला शहर से सटी पुग्गू पंचायत में आरटीपीसीआर जांच केंद्र की स्थापना होगी. इसके लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. उक्त बातें उपायुक्त गुमला शिशिर कुमार सिन्हा ने कही. उपायुक्त ने जिले के सभी 12 प्रखंडों में 32 सरकारी एवं गैर सरकारी एंबुलेंस के उपलब्ध होने की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि सभी 32 एंबुलेंस क्रियाशील हैं. वर्तमान में जिले में कोरोना संक्रमण से प्रभावित मरीजों को उनके घरों से अस्पताल तक पहुंचाने का कार्य एंबुलेंस के माध्यम से किया जा रहा है.

उन्होंने जिलेवासियों से अपील की है कि किसी भी व्यक्ति को एंबुलेंस की आवश्यकता होने पर संपर्क संख्या 108 पर डायल कर सरकारी एंबुलेंस तथा निजी अस्पतालों से संपर्क कर गैर सरकारी एंबुलेंस की सेवा प्राप्त कर सकते हैं. उपायुक्त ने ऑक्सीजन युक्त बेडों की जानकारी साझा करते हुए बताया कि वर्तमान में जिले में 111 ऑक्सीजन युक्त बेड उपलब्ध हैं. इसके अतिरिक्त 200 ऑक्सीजन सिलिंडरों के लिए निविदा का कार्य पूर्ण कर लिया गया है.

उन्होंने बताया कि 200 में से 75 सिलिंडरों की आपूर्ति 01 मई तक जिले में कर दी जाएगी. शेष 125 सिलिंडरों की आपूर्ति एक सप्ताह के अंदर की जाने की जानकारी दी. इस प्रकार जिले में कोरोना संक्रमण से पीड़ित गंभीर मरीजों के समुचित ईलाज हेतु 311 ऑक्सीजन युक्त बेड की सुविधा बहाल की जायेगी. उपायुक्त ने बताया कि सदर अस्पताल में कोरोना संक्रमण से प्रभावित गंभीर मरीजों के उच्चतम इलाज हेतु निर्बाध ऑक्सीजन की सुविधा बहाल करने के उद्देश्य से पाइपलाइन बिछाने का कार्य किया जा रहा है.

सदर अस्पताल में पांच जम्बो ऑक्सीजन सिलिंडरों को अधिष्ठापित कर दिया गया है. अगले 10 दिनों के अंदर पाइपलाइन बिछाने का कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा. उन्होंने बताया कि पाइपलाइन का कार्य संपन्न होने से जिला कोविड अस्पताल के लगभग 45 ऑक्सीजन युक्त बेडों को निर्बाध ऑक्सीजन की सुविधा मुहैया करायी जायेगी.

22 गांव कोरोना महामारी से प्रभावित :

उपायुक्त ने बताया कि गुमला जिला के 12 प्रखंडों के 22 गांव ऐसे हैं. जहां लगातार 10-100 की संख्या में कोरोना संक्रमित मरीज पाये जा रहे हैं. ये 22 गांव मुख्य रूप से सदर प्रखंड, बसिया, घाघरा, सिसई, रायडीह, पालकोट, डुमरी एवं बिशुनपुर प्रखंडों में अवस्थित हैं. उक्त गांवों में कोरोना वायरस के प्रसार को नियंत्रित करने के उद्देश्य से रैपिड ऐंटिजेन टेस्ट के माध्यम से विशेष जांच अभियान चलाकर अधिक से अधिक लोगों की कोरोना जांच सुनिश्चित की जाएगी. उन्होंने बताया कि उक्त अभियान में जांच के साथ-साथ कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग भी की जाएगी.

मौत में गुमला 22वें स्थान पर :

उपायुक्त ने 29 अप्रैल 2021 तक ट्रूनेट, आरटीपीसीआर तथा रैट के माध्यम से कुल 26080 कोरोना जांच की जाने की जानकारी दी. कोरोना संक्रमण से होने वाले मृत्यु दर की जानकारी साझा करते हुए बताया कि पूरे झारखंड राज्य में कोरोना संक्रमण से होने वाली मौतों के आंकड़ों के अनुसार गुमला जिला 22वें स्थान पर है. उन्होंने बताया कि जिले में कोरोना संक्रमण से होनेवाले मृत्यु दर 0.44 प्रतिशत है.

डुमरी के तीन डॉक्टरों के वेतन पर रोक :

डीसी ने बताया कि डुमरी प्रखंड के तीन चिकित्सकों द्वारा कोरोना संक्रमण से प्रभावित मरीजों के ईलाज में अनियमितता एवं अस्पताल में अनधिकृत रूप से अनुपस्थित पाये जाने को गंभीरता से लेते हुए संबंधित चिकित्सकों का वेतन स्थगित करते हुए उन पर कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. इसके साथ ही सिविल सर्जन द्वारा सदर अस्पताल गुमला में कार्यरत एक लैब टेक्नीशियन के अस्पताल से अनधिकृत रूप से अनुपस्थित रहने की शिकायत पर उपायुक्त ने संबंधित लैब टेक्नीशियन के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है.

Posted By : Sameer Oraon

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