बालू माफिया का दुस्साहस! अवैध बालू खनन के खिलाफ कार्रवाई से बौखलाया, वनरक्षी को दी जान मारने की धमकी
सोमवार की रात्रि 10 बजे गुप्त सूचना मिली कि मकुंदा जंगल के बीच से रास्ता बनाकर कोयल नदी से अवैध रूप से बालू निकासी कर जंगल में बालू भंडारण किया जा रहा है. त्वरित कार्रवाई की गयी. हाइवा से जंगल में बालू का भंडारण किया गया था. इस बालू को लोड करने की तैयारी चल रही थी. उन्हें देख लोग भाग खड़े हुए.
गुमला, दुर्जय पासवान. गुमला जिले के सिसई प्रखंड में बालू माफिया ने वनरक्षी को फोन पर जान से मारने की धमकी दी है. इसके साथ ही वन विभाग द्वारा जब्त हाइवा को छोड़ने का दबाव बनाया जा रहा है. इस संबंध में सिसई दक्षिणी भाग के वनरक्षी राकेश कुमार मिश्रा ने मंगलवार को सिसई थाना में सरकारी कार्य में बाधा डालने और जान से मारने की धमकी देने के आरोप में कुलनकेरी निवासी मुन्ना सोनी के विरुद्ध केस दर्ज करने के लिए आवेदन दिया है.
आवेदन में कहा गया है कि सोमवार की रात्रि 10 बजे गुप्त सूचना मिली कि मकुंदा जंगल के बीच से रास्ता बनाकर कोयल नदी से अवैध रूप से बालू निकासी कर जंगल में बालू भंडारण किया जा रहा है. सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए अपने सहयोगी वनरक्षी सुनील उरांव, प्रवीण तिर्की एवं रजत किरण डुंगडुंग पीएफ पहुंचे तो देखा कि जेएच 22 ई 3175 जेसीबी मशीन से जेएच 19 सी 1915 हाइवा से जंगल में बालू का भंडारण किया गया है. इस बालू को लोड करने की तैयारी चल रही थी. हमलोगों को देखकर सभी लोग जंगल का फायदा उठाते हुए भाग खड़ा हुए.
आसपास जांच करने पर जंगल के बीचोंबीच 10 से 12 फीट का रास्ता बनाकर बड़े वाहन से दक्षिणी कोयल नदी से अवैध रूप से बालू उठाकर जंगल में भंडारण करने व परिवहन करने का साक्ष्य प्राप्त हुआ. रात्रि 12 बजे चालक की व्यवस्था कर दोनों वाहन को जब्त कर गुमला वन परिसर में सुरक्षित रखा गया है और अपराध का वाद दर्ज कराया गया है. तभी रात को कुलनकेरी निवासी मुन्ना सोनी मोबाइल से फोन कर जब्त वाहन को छोड़ देने के लिए कहने लगा और नहीं छोड़ने पर जान से मारने की धमकी देने लगा.