Jharkhand News: एक बार फिर गुमला जिले के सिसई प्रखंड में बालू माफिया हावी होने लगे हैं. अब बालू माफिया अपना धंधा चलाने के लिए जनप्रतिनिधियों को निशाना बनाने लगे हैं. दो दिन पहले पंचायत समिति सदस्य पर हमला किया था. अब सिसई प्रखंड की प्रमुख मीना देवी और उपप्रमुख निलेश उरांव को बालू माफियाओं से डर है. इसलिए इन दोनों जनप्रतिनिधियों ने डीसी, एसपी एवं सिसई थाना को आवेदन देकर बालू माफियाओं द्वारा गाली-गलौज करने और ट्रक से कुचलकर मारने के प्रयास करने वाले अज्ञात लोगों पर कानूनी कार्रवाई करते हुए सुरक्षा प्रदान करने की मांग की है.
सीओ और थाना प्रभारी से की गयी थी शिकायत
आवेदन में कहा गया है कि छारदा रोड कंस नदी बांसटोली बालू घाट से हर रात नौ बजे से सुबह तीन बजे तक अवैध रूप से भारी मात्रा में बालू का उठाव की जाती है. इसकी शिकायत ग्रामीणों ने हमलोगों से की थी. इसकी सत्यता की जांच के लिए हम दोनों अपने अन्य सहयोगियों के साथ गत नौ अक्टूबर की रात बालू घाट गये. जहां 15 से 20 ट्रेक्टरों से बालू निकाला जा रहा था. इसकी शिकायत सीओ अरुणिमा एक्का एवं थाना प्रभारी आदित्य कुमार चौधरी को फोन और व्हाटसऐप मैसेज कर की गयी. लेकिन, इनके द्वारा कोई कार्रवाई नहीं किया गया.
सिसई के पंचायत समिति सदस्य जाकिर अली के साथ की गयी मारपीट
10 अक्टूबर को एक बार फिर अन्य जनप्रतिनिधियों के साथ बालू घाट गये. जहां 15 से 20 ट्रेक्टरों से बालू उत्खनन करते देखा. जिसकी सूचना थाना प्रभारी को दिया गया. थाना प्रभारी करीब एक घंटे के बाद वहां पहुंचे. तब तक बालू माफियाओं द्वारा गाली-गलौज करते हुए ट्रक चढ़ाकर जान से मारने की धमकी दी जा रही थी. वहीं, पंचायत समिति सदस्य, सिसई जाकिर अली के साथ मारपीट कर उसका पैर तोड़ा गया. उन्हें वहां से किसी तरह अस्पताल लाया गया. जहां उनका इलाज चल रहा है.
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न्याय की लगायी गुहार
आवेदन में कहा गया है कि प्रखंड में पीएम आवास समेत अन्य विकास योजनाओं के लिए बालू उपलब्ध नहीं हो रहा है. जबकि दूसरी ओर बालू अवैध रूप से बाहर जाना कहीं न कहीं प्रश्न चिह्न खड़ा कर रहा है. दोनों जनप्रतिनिधि ने न्याय की गुहार लगायी है.
रिपोर्ट : दुर्जय पासवान, गुमला.