सरहुल की निकली शोभायात्रा, नगाड़े और मांदर की थाप से गूंजा गुमला, पारंपरिक वेशभूषा में शामिल हुए लोग
Sarhul 2022: गुमला में सरहुल पर्व धूमधाम से मनाया गया. शहर में भव्य जुलूस निकला. 50 हजार से अधिक लोग थे. पारंपरिक वेशभूषा में लोग नाचते-गाते चल रहे थे. चारों ओर उत्साह एवं उमंग था. 40 डिग्री सेल्सियस तापमान पर शोभायात्रा निकाली गयी.
Sarhul 2022: गुमला में प्रकृति पर्व सरहुल धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. सोमवार को गुमला शहर का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस था. इतनी गर्मी में भी लोग जुलूस में शामिल हुए. दोपहर 3 बजे जुलूस शुरू हुआ. 50 हजार से अधिक लोग शामिल थे. लोगों का उत्साह चरम पर था. हर पांव सड़कों पर थिरकते नजर आया. हर हाथ मांदर और नगाड़े को मधुर धुन देने में व्यस्त था. तेज गर्मी में भी लोग एक-दूसरे का हाथ पकड़कर नृत्य में मशगूल दिखे.
पारंपरिक वेशभूषा में दिखे लोग
गुमला शहर में दोपहर के 3 बजे भव्य शोभायात्रा निकाली गयी. आदिवासी समाज के लोग पारंपरिक वेशभूषा में थे. मांदर, ढोल और नगाड़े की थाप पर थिरक रहे थे. शोभायात्रा में केंद्रीय सरहुल संचालन समिति के पदाधिकारी, सांसद, पूर्व विधायक, जिला परिषद सदस्य, नगर पंचायत के लोग व प्रशासनिक अधिकारी थे. शोभायात्रा के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम थे. जगह जगह पर पुलिस बल तैनात था. शोभायात्रा में गांव, टोला व अखाड़ा के लोग नाचते गाते चल रहे थे. पूरा गुमला शहर मांदर व ढोल की आवाज से गूंज रहा था.
लाल पाड़ की साड़ी में महिलाएं और धोती-कुर्ता में दिखे पुरुष
महिलाएं लाल पाड़ की साड़ी और पुरुष धोती कुर्ता में थे. कानों में सरई का फूल था. युवक एवं युवितयों में खासा उत्साह था. सभी लोग उछल कूदकर नृत्य कर रहे थे. बुजुर्ग महिला एवं पुरुष भी पीछे नहीं थे. पुरुष जहां ढोल एवं मांदर बजा रहे थे. वहीं, महिलाएं नाच रही थी. इससे पहले विभिन्न सरना स्थलों में बैगा एवं पुजार द्वारा सरना तथा धरती माता की पूजा की गयी. शोभायात्रा शहर के लोहरदगा रोड, थाना रोड, टावर चौक, पालकोट रोड, सिसई रोड होते हुए दोबारा टावर चौक, मेन रोड, लोहरदगा रोड होते हुए सरना उरांव छात्रावास दुंदुरिया में पहुंचकर संपन्न हुई.
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शोभायात्रा में सांसद सुदर्शन भगत, पूर्व विधायक शिवशंकर उरांव, पूर्व डीडीसी पुनई उरांव, नप उपाध्यक्ष कलीम अख्तर, अनूपचंद्र अधिकारी, मिशिर कुजूर, देवेंद्र लाल उरांव, भिखारी भगत, संजय भगत, जयप्रकाश उरांव, मंगलाचरण उरांव, माधु भगत, जितिया उरांव, गोविंदा टोप्पो, सागर उरांव, नगर परिषद अध्यक्ष दीपनारायण उरांव, गौरी किंडो, चिंतामनी उरांव, कमल उरांव, करमचंद्र उरांव, रामावतार भगत, देवराम भगत, तेंबू उरांव, करमु उरांव, महादीप कच्छप, सोमनाथ लकड़, संजय कुमर भगत, संजय किंडो, सोमनाथ उरांव, सुरेश उरांव, राजेश उरांव, अगहन गिदवार, राजेश उरांव, सुमन उरांव, भैयाराम उरांव, अनिल उरांव, महीप उरांव, बालमती उरांव, गुलाबचंद उरांव, फकीरचंद्र भगत, देवराम भगत, चुमनु उरांव, सुनील उरांव, छोटेलाल उरांव, सुखदेव भगत, वीरेंद्र उरांव, प्रदुम्न भगत, ललित भगत, रवि उरांव, ब्रजमोहन उरांव, जगरनाथ उरांव, शिनचरवा किंडो, रामलाल भगत, आशीष भगत, चंद्रनाथ् भगत, तुलसी कुजूर, विनोद भगत, आनंद उरांव, सुनील उरांव, अनिल भगत, दिलीप उरांव, मंगलराम भगत, फूलमनी उरांव, सावित्री उरांव, सोनू मिंज, जगदीश उरांव, बुधेश्वर उरांव, बरती उरांव, नहयरी उरांव, पुष्पा उरांव, खुदी भगत दु:खी, हांदु भगत, छोटेया उरांव, राजेश उरांव, पतराज टोप्पो सहित हजारों की संख्या में सरना धर्मावलंबी शामिल हुए.
रिपोर्ट : दुर्जय पासवान, गुमला.