सर्वजन पेंशन योजना का शुभारंभ : CM हेमंत सोरेन बोले, हर माह की 5 तारीख तक नहीं मिली पेंशन तो नपेंगे अफसर

Jharkhand News: झारखंड में 60 वर्ष से अधिक उम्र का होने पर उसे पेंशन प्राप्त होगा. विधवा पेंशन की तय 40 वर्ष एवं दिव्यांग के लिए निर्धारित 18 वर्ष की आयु सीमा को समाप्त कर दिया गया है. हर माह की पांच तारीख तक पेंशन मिल जानी चाहिए. नहीं तो जिम्मेवार दंडित होंगे.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 8, 2022 6:04 PM
an image

Jharkhand News: झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने गुमला में आयोजित पेंशन वितरण सह जागरूकता कार्यक्रम में कहा कि राज्य गठन के बाद ऐसा पहली बार हो रहा है, जब झारखंड के सभी योग्य लाभुकों को सर्वजन पेंशन योजना (Sarvajan Pension Yojana Jharkhand) का लाभ दिया जा रहा है. जो पदाधिकारी इसमें सहयोग नहीं करेंगे, उनकी नौकरी जायेगी. हर माह की पांच तारीख तक पेंशन मिल जानी चाहिए. ऐसा नहीं होने पर जिम्मेवार दंडित होंगे. पूर्व में सीमित संख्या में लाभुकों को पेंशन देने की बाध्यता को राज्य सरकार द्वारा समाप्त करने का प्रतिफल है कि अब तक पेंशन से वंचित राज्य के योग्य लाभुक सरकार द्वारा लागू की गई सर्वजन पेंशन योजना से आच्छादित हो रहे हैं. सभी छुटे हुए वृद्ध, विधवा, निराश्रित महिला, दिव्यांग्जन, आदिम जनजाति एवं एचआइवी एड्स पीड़ित को योजना से जोड़ने की प्रक्रिया जारी है. वर्तमान सरकार द्वारा 7,79,142 से अधिक लाभुकों को योजना का लाभ मिला है. इन्हें हर माह एक हजार सम्मान राशि दी जा रही है.

राज्य सरकार ने खुद उठाया बीड़ा

मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड में 2020 से पूर्व तक पेंशन और राशन देने की बात राज्य के वंचित लोग कहते थे. वर्तमान सरकार के गठन के बाद केंद्र सरकार से आग्रह किया कि राज्य के वृद्ध, निःशक्त, निराश्रित महिला का पेंशन यूनिवर्सल कर दें, लेकिन केंद्र सरकार का लंबे इंतजार के बाद भी कोई जवाब नहीं आया. इसके बाद राज्य सरकार ने निर्णय लिया और सभी को पेंशन देने का कानून बनाया गया. देश का यह पहला राज्य है, जिसने ऐसा किया. जो 60 वर्ष से अधिक उम्र का होगा उसे पेंशन प्राप्त होगा. जो पदाधिकारी सहयोग नहीं करेंगे, उनकी नौकरी जायेगी. सरकार ने विधवा पेंशन की तय 40 वर्ष की आयु एवं दिव्यांग के लिए निर्धारित 18 वर्ष की आयु सीमा को समाप्त कर दिया, ताकि सभी को पेंशन को लाभ मिल सके. सरकार ने यह भी सुनिश्चित किया कि हर माह की पांच तारीख तक पेंशन मिल जानी चाहिए. ऐसा नहीं होने पर जिम्मेवार दंडित होंगे. झारखंड में सभी जरूरतमंदों को पेंशन मिलेगी. कोई इससे अछूता नहीं रहेगा. मुख्यमंत्री ने कहा सामाजिक सुरक्षा से संबंधित विषय एक ऐसा विषय है जो झारखंड ने लिए महत्वपूर्ण है. यहां गरीब, किसान और मजदूर की बड़ी तादाद है. यहां के लोग अपना जीवन कठिनाइयों में बिताते हैं. 2019 से पूर्व हमने राज्य के कोने-कोने में जाकर राज्यवासियों का हाल और तकलीफों को जाना था. उसी परिपेक्ष्य में राज्य सरकार आज कार्य कर रही है.

Also Read: झारखंड की 79 हजार से अधिक रसोइयों के बीच Cooking Competition, स्कूली बच्चों को मिलेगा स्वादिष्ट भोजन

महिलाओं की मदद को सरकार तैयार

मुख्यमंत्री ने कहा कि पलाश ब्रांड को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान देने की पहल की जा रही है. इससे महिलाएं स्वरोजगार अपनाकर आर्थिक रूप से मजबूत बन रही हैं. हड़िया दारू का व्यवसाय करने वाली महिलाओं से आग्रह है आप सरकार के पास आएं. सरकार आपको सम्मानजनक कार्य करने में सहयोग करेगी. 25 हजार से अधिक हड़िया दारू बेचने वाली महिलाओं को सम्मानजनक आजीविका से जोड़ा गया है. सरकार मदद को तैयार है.

Also Read: Prabhat Khabar Special: नौकरियां पाने वालों का गांव है दांतू, JPSC टॉपर सावित्री से क्या है इसका कनेक्शन

पदाधिकारी सतर्क होकर योजना को समझाएं

मुख्यमंत्री ने कहा कि रोजगार सृजन योजना के तहत सरकार स्वरोजगार हेतु लोन उपलब्ध करा रही है. हर तरह के व्यावसायिक कार्य के लिए लोन दिया जा रहा है. सभी पदाधिकारी सतर्क होकर ग्रामीणों को योजना समझाएं और राज्य के लोगों को मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना का लाभ दें. मुख्यमंत्री ने बताया कि सीएम सारथी योजना के जरिए प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी करने वाले बच्चों का खर्च सरकार वहन करेगी. रामदयाल मुंडा जी ने एक बात कही थी कि यहां के लोगों का बोलना ही गीत और चलना ही नृत्य है. इस बात को जीवंत करते हुए सरकार हर आदिवासी के घर में मांदर हो इसकी व्यवस्था करेगी. इसकी योजना बनाई जा रही है, जिससे संस्कृति के संरक्षण को और बल मिलेगा.

Also Read: Jharkhand News: झारखंड की सरायकेला जेल में 80 साल के बुजुर्ग कैदी की हार्ट अटैक से मौत, मेडिकल बोर्ड गठित

सभी के हित का है ध्यान

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में कार्यरत रसोईया, सहिया समेत सभी की समस्याओं का समाधान होगा. सभी के लिए चिंता है. अड़चनों को दूर किया जा रहा है. यहां का सब कुछ जनमानस के लिए है. 50 हजार से अधिक पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया सरकार जल्द शुरू कराएगी. अधिक से अधिक युवा प्रतियोगिता परीक्षा में भाग लें. सरकार ने आवेदन की निर्धारित राशि को कम कर 50 रुपए कर दिया है, ताकि आर्थिक रूप में पिछड़े युवा भी प्रतियोगिता परीक्षा में भाग ले सकें.

Also Read: Jagannath Rath Yatra 2022: भगवान जगन्नाथ रथयात्रा की तैयारी तेज, ओडिशा के पीपली से मंगाये गये विशेष कपड़े

घर बैठे लोगों योजनाओं से आच्छादित किया गया

मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव ने कहा कि राशन कार्ड से वंचित और योग्य लोगों को हरा राशन कार्ड राज्य के कोष से आवंटित किया गया. गुमला में करीब 24 हजार से अधिक लोगों को हरा राशन कार्ड से जोड़ा गया है. पूरे राज्य में 15 लाख लोगों को हरा राशन कार्ड दिया गया. आने वाले दिनों में पांच लाख अन्य लोगों को हरा राशन कार्ड दिया जायेगा. जरूरतमंद लोगों को धोती साड़ी भी सरकार दे रही है. सरकार गरीब, जरुरतमंदों को ध्यान में रखकर कार्य कर रही है. राज्य सरकार ने साहसिक कदम उठाते हुए सरना धर्म कोड को विधानसभा में पारित किया. यह आदिवासी हित के लिए किया गया. राज्य सरकार ने आपके अधिकार आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम का आयोजन घर बैठे लोगों को योजनाओं से आच्छादित करने के लिए किया.

Also Read: Jharkhand Breaking News LIVE: CM हेमंत सोरेन ने गुमला में सर्वजन पेंशन वितरण का किया शुभारंभ

वंचित बच्चों को स्कॉलरशिप देने की पहल हुई

मंत्री जोबा मांझी ने कहा कि हमारे राज्य की बागडोर युवा मुख्यमंत्री संभाल रहे हैं. कोरोना काल को हमने झेला है. बावजूद इसके योजनाओं को धरातल पर उतारा गया. आपके अधिकार आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के जरिए योजनाओं से लोगों को जोड़ा गया. सर्वजन पेंशन योजना के तहत सभी जरूरतमंदों को लाभ देने का कार्य शुरू हुआ. हर माह की पांच तारीख तक पेंशन देने का निर्देश मिला है. जिस पर कार्य हो रहा है. सरकार ने वंचित बच्चों को स्कॉलरशिप देने की पहल हुई. अब राज्य की जनता भी अन्य लोगों को सरकार की योजनाओं के प्रति जागरूक करने का काम करें, जिससे सभी को योजना का लाभ मिल सके.

इन्हें मिल रहा पेंशन का लाभ

गुमला में राज्य प्रायोजित मुख्यमंत्री राज्य सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के 41630, मुख्यमंत्री आदिम जनजाति पेंशन योजना के 3572, मुख्यमंत्री राज्य निराश्रित महिला सम्मान पेंशन योजना के 11243, मुख्यमंत्री (HIV/AIDS) राज्य सुरक्षा पेंशन योजना के 79 एवं स्वामी विवेकानन्द निःशक्त स्वालंबन पेंशन योजना के 4597 लाभुकों को पेंशन का लाभ दिया जा रहा है. इस अवसर पर सिसई विधायक जिग्गा सुसारन होरो, गुमला विधायक भूषण तिर्की, प्रधान सचिव अविनाश कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे, उपायुक्त गुमला सुशांत गौरव एवं अन्य उपस्थित थे.

Posted By : Guru Swarup Mishra

Exit mobile version