407 स्कूली बच्चों की स्क्रेच कोडिंग की कक्षा 12 अगस्त से होगी शुरू
गुमला जिलांतर्गत स्कूली बच्चों को स्क्रेच कोडिंग सिखाने के लिए जिले भर से चयनित आईसीटी इंस्ट्रक्टर के लिए शनिवार को रिफ्लेक्शन मीटिंग का आयोजन किया गया.
प्रतिनिधि, गुमला गुमला जिलांतर्गत स्कूली बच्चों को स्क्रेच कोडिंग सिखाने के लिए जिले भर से चयनित आईसीटी इंस्ट्रक्टर के लिए शनिवार को रिफ्लेक्शन मीटिंग का आयोजन किया गया. जिला शिक्षा अधीक्षक (डीएसई) नूर आलम खां की अध्यक्षता में मुख्यमंत्री उत्कृष्ट एसएस बालिका उच्च विद्यालय गुमला में आयोजित मीटिंग में सभी चयनित आइसीटी इंस्ट्रक्टर को बच्चों को स्क्रेच कोडिंग सिखाने के लिए विभिन्न बातों से अवगत कराया गया. मौके पर डीएसइ ने सभी आईसीटी इंस्ट्रक्टर को बेहतर कार्य करने की बात कही. उन्होंने स्क्रेच कोडिंग से बच्चों की क्रिएटिविटी में विकास होने की जानकारी देते हुए कहा कि बेहतर तरीके से कार्यों का निर्वहन करते हुए उपायुक्त गुमला की अपेक्षाओं पर खरा उतरें. यदि आप बेहतर करेंगे, तो बच्चे जल्द से जल्द स्क्रेच कोडिंग सीख सकेंगे. इससे न केवल बच्चों में सोचने और समझने की क्षमता का विकास होगा, बल्कि कंप्यूटर की दुनिया में बेहतर भविष्य निर्माण भी कर सकेंगे. सहायक नोडल पदाधिकारी दिलदार संह ने बताया कि स्क्रेच कोडिंग सीखाने के लिए जिले भर के विभिन्न सकूलों के कक्षा आठ, नौ व 11वीं के कुल 407 छात्र-छात्राओं का चयन किया गया है. उन्होंने बताया कि शिक्षा कर भेंट गतिविधि के तहत उपायुक्त गुमला के निर्देशन पर पूर्व में भी स्क्रेच कोडिंग की कक्षाएं संचालित की जा चुकी है. अब स्क्रेच कोडिंग के लिए फिर से कक्षाएं संचालित की जायेगी. उन्होंने बताया कि वर्तमान में जिले के विभिन्न स्कूलों से चयनित 407 छात्र-छात्राओं को स्क्रेच कोडिंग सिखाने के लिए 12 अगस्त से 24 अगस्त तक इसके बाद कक्षा संचालित की जायेगी. उन्होंने बताया कि कक्षा संचालन के दौरान 21 से 24 अगस्त तक के लिए दुमका से विशेष प्रशिक्षकों को भी बुलाया गया है. जो स्क्रेच कोडिंग से संबंधित सभी गतिविधियों का अवलोकन करेंगे और आईसीटी अनुदेशकों के साथ आवश्यक रिफ्रेशर एक्टिविटी भी करायेंगे.
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