गुमला.
संत पात्रिक महागिरजा गुमला में गुरुवार को दृढ़ीकरण संस्कार कार्यक्रम हुआ. कार्यक्रम में 124 ख्रीस्त विश्वासी बच्चे-बच्चियों ने दृढ़ीकरण संस्कार ग्रहण किया. मुख्य अनुष्ठाता गुमला धर्मप्रांत के बिशप लीनुस पिंगल एक्का एवं सह अनुष्ठाता फादर एम्मानुएल कुजूर व फादर जेफरिनुस तिर्की ने सुबह छह बजे पावन ख्रीस्तीयाग कराया. पावन ख्रीस्तीयाग में धर्म विधियों के बीच बच्चे-बच्चियों का दृढ़ीकरण संस्कार कराया. बिशप लीनुस पिंगल एक्का ने कहा कि दृढ़ीकरण संस्कार से पवित्र आत्मा जीवन में प्रवेश करता है. इससे न केवल शरीर, मन व आत्मा शुद्ध होता है, बल्कि इससे आत्मज्ञान भी बढ़ता है. हम यह जान पाते हैं कि ईश्वर हमेशा से हमारे साथ हैं, जो हमें बुरे कार्यों का त्याग कर अच्छाई के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करते हैं. इससे दिल में ईश्वर के प्रति आस्था जागृत होती है. इससे हमारी आत्मा में नयी उमंग व स्फूर्ति उत्पन्न होती है. बिशप ने कहा कि आप सभी बच्चे-बच्चियों ने जो उजला वस्त्र धारण किया है. वह पवित्रता का परिचायक है. इसलिए ईश्वर की शरण में जाने के लिए उजला वस्त्र धारण करना जरूरी है. आप सभी बच्चों का मन व दिल स्वच्छ है. बिशप ने कहा कि आप सभी नियमित रूप से रोजाना ईश्वर की आराधना करें और अपने माता-पिता की बात सुने और समझें. आपके माता-पिता आपकी भलाई के लिए ही आपको समझाते हैं. समाज में कई ऐसे लोग हैं, जो गरीब व असहाय हैं. ऐसे लोगों की मदद करें. ईश्वर हमें एक-दूसरे से प्रेम करने और भाईचारगी के साथ मिल कर रहने का संदेश देते हैं. हम सभी मानव जाति के लिए ईश्वर का यही संदेश है. मौके पर संत पात्रिक महागिरिजा के पल्ली पुरोहित फादर जेराम एक्का, फादर जीतन कुजूर, फादर सीप्रियन एक्का, फादर नबोर मिंज, फादर सुशील कुमार मिंज, फादर नवीन कुल्लू, फादर अरविंद कुजूर, फादर कुलदीप खलखो, फादर मुनसन बिलुंग आदि मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है