गुमला : कुरूमगढ़ के नये थाना भवन के आधा हिस्सा को नक्सलियों ने बम विस्फोट कर उड़ा दिया था. इस घटना में कुरूमगढ़ थाना की चूक मानी गयी है. इसलिए इस मामले में कार्रवाई करते हुए कुरूमगढ़ थाना के थाना प्रभारी रूपेश कुमार को हटाते हुए लाइन हाजिर कर दिया गया है. रूपेश को हटाने के बाद कुरूमगढ़ का नया थाना प्रभारी मोहम्मद मोबिन को बनाया गया है.
यहां बता दें कि 25 नवंबर 2021 की रात 12.30 बजे भाकपा माओवादी के नक्सलियों ने कुरूमगढ़ के नये थाना भवन में बम लगाकर भवन के आधा हिस्सा को उड़ा दिया था. भवन को उड़ाने से पहले नक्सलियों ने भवन में सो रहे सात मजदूरों को पहले बाहर निकाला था. भवन को उड़ाने के बाद भी एक घंटे तक नक्सली कुरूमगढ़ में जमे हुए थे. परंतु कुरूमगढ़ थाना प्रभारी द्वारा थाना में हुए हमले की सूचना समय पर नहीं दी गयी थी.
जिसे गुमला के पुलिस अधीक्षक डॉ एहतेशाम वकारीब ने बड़ी चूक मानी है. इसके अलावा थाना भवन को उड़ाने के मामले में पुलिस मुख्यालय रांची ने भी बड़ी चूक माना है. इसलिए रूपेश कुमार को कुरूमगढ़ के थाना प्रभारी से हटा दिया गया.
इस संबंध में चैनपुर अनुमंडल के एसडीपीओ सिरील मरांडी ने कहा कि थाना भवन को उड़ाने के मामले में कार्रवाई करते हुए जिला मुख्यालय से थाना प्रभारी रूपेश कुमार को कुरूमगढ़ से हटा दिया गया है. उनके स्थान पर कुरूमगढ़ के नये थानेदार मो मोबिन को बनाया गया है.
कुरूमगढ़ के पुराना अस्थायी थाना से डेढ़ किमी की दूरी पर नया थाना भवन बना है. भवन पूर्ण हो गया था. सिर्फ रंगाई पोताई बचा हुआ था. परंतु उससे पहले नक्सलियों ने अपना वर्चस्व स्थापित करने के लिए थाना भवन के आधा हिस्सा को उड़ा दिया था. इधर, नक्सलियों की कार्रवाई के बाद पुलिस ने नये थाना भवन के बचे हुए भवन को बचाने के लिए सुरक्षा बढ़ा दी है. 24 घंटा पुलिस अब नये थाना भवन की निगरानी कर रही है. ताकि दोबारा नक्सली बचे हुए भवन को उड़ा न सके.
गुमला पुलिस ने प्रेस विज्ञप्ति जारी किया है. जिसमें कहा गया है कि कुछ लोगों द्वारा कुरूमगढ़ इलाके में बम विस्फोट की आशंका प्रकट की गयी थी. इसकी जांच करायी गयी. परंतु विस्फोट की कोई पुष्टि नहीं हुई है. साथ ही क्षेत्र में किसी की जान माल की क्षति की कोई सूचना नहीं है.