सिक्किम में अचानक आयी बाढ़ में फंसे झारखंड के 120 मजदूर, हेमंत सोरेन सरकार से लगायी मदद की गुहार
सिक्किम में अचानक आयी बाढ़ में फंसे मजदूरों ने कहा है कि यहां भयावह स्थिति है. हमलोग दो माह पहले काम करने के लिए सिक्किम आये थे. मजदूर संघ गुमला के प्रदेश सचिव जुम्मन खान ने कहा कि गुरुवार को मजदूरों ने मुझे फोन किया था. सभी रो रहे थे. अधिकतर मजदूरों को सुरक्षित स्थान पर रखा गया है.
गुमला, दुर्जय पासवान: झारखंड के गुमला, सिमडेगा व लोहरदगा जिला के करीब 120 मजदूर सिक्किम में फंसे हुए हैं. बुधवार की रात सिक्किम में एक कंस्ट्रक्शन साइट में बादल फटने से बाढ़ आ गयी, जिससे वहां काम कर रहे सभी मजदूर फंस गये. हालांकि, दर्जनों मजदूरों को सुरक्षित निकालकर एक कमरे में रखा गया है. इन मजदूरों ने झारखंड सरकार से मदद मांगी है. मजदूरों ने कहा कि उन्हें सुरक्षित सिक्किम से निकाल कर झारखंड पहुंचने में मदद करें. इन मजदूरों ने गुरुवार को सिक्किम में आयी बाढ़ व फंसे मजदूरों का वीडियो भेजा है.
मजदूर बोले सिक्किम में है भयावह स्थिति
सिक्किम में अचानक आयी बाढ़ में फंसे मजदूरों ने कहा है कि यहां भयावह स्थिति है. हमलोग दो माह पहले काम करने के लिए सिक्किम आये थे. मजदूर संघ गुमला के प्रदेश सचिव जुम्मन खान ने कहा कि गुरुवार को मजदूरों ने मुझे फोन किया था. सभी रो रहे थे. अधिकांश मजदूरों को सुरक्षित स्थान पर रखा गया है. मैंने इसकी सूचना प्रशासन व प्रवासी नियंत्रण केंद्र को दे दिया हूं. ताकि झारखंड सरकार इन मजदूरों को वापस लाने की पहल कर सके. जुम्मन ने बताया कि सिक्किम में गुमला के करीब 100, सिमडेगा के 15 व लोहरदगा के पांच मजदूर फंसे हुए हैं.
झारखंड सरकारी हमारी मदद करें : मजदूर
सिक्किम में फंसे मजदूर युवक डानटोली उर्मी के बबलू साहू, सुमित साहू, सोगड़ा गांव के भादो महतो, कार्तिक साहू, कृष्णा उरांव, राजकुमार साहू, अजीत साहू, प्रदीप साहू, जितेंद्र साहू, गणेश साहू, योगेंद्र साहू, लसिया गांव के प्रदीप साहू, सुकेश साहू, राजेंद्र महतो ने बताया कि हमलोग सिक्किम में फंसे हुए हैं. हमारे साथ अन्य सौ से अधिक मजदूर हैं. सिक्किम में बाढ़ का खतरा अभी भी है. झारखंड सरकार हमारी मदद करें.