गुमला शहर में लगाया गया सायरन, संकट हो तो बजाते ही पहुंचेगी पुलिस
सायरन बजाते ही मदद के लिए पुलिस पहुंचेगी. एक ओर सायरन टावर चौक के समीप लगाने की योजना है.
गुमला शहर के पटेल चौक में सायरन लगाया गया है. अगर कोई संकट में है. सायरन बजाते ही मदद के लिए पुलिस पहुंचेगी. एक ओर सायरन टावर चौक के समीप लगाने की योजना है. यह जानकारी गुमला सदर के थाना प्रभारी मनोज कुमार ने दी.
श्री कुमार ने प्रतिनिधि जॉली विश्वकर्मा से बात करते हुए कहा कि उनकी प्राथमकिता शहर में क्राइम रोकना है. उन्होंने कहा कि समाज को बेहतर करना है, तो धार्मिक समाजवाद लाना होगा. तभी अपराध में कमी आयेगी. उन्होंने गलत रास्ते पर चल रहे युवकों से मुख्यधारा से जुड़ने, प्रशासन का सहयोग करने, भाइचारे व अमन चैन का माहौल बनाने की अपील की है. उन्होंने बताया कि शहर में अमन चैन व सुरक्षा के लिए पुलिस काम कर रही है. टावर चौक में 27 अगस्त के बाद सायरन लगाया जायेगा. वहीं शहर के जशपुर रोड पार्क व पालकोट रोड स्थित पेट्रोल पंप के समीप सायरन लगाया जायेगा. टावर चौक स्थल पर लगने वाला सायरन चेंबर ऑफ कामर्स के सहयोग से पुलिस प्रशासन के हित में दिया जा रहा है.
शहर में घूम रहा दो पीसीआर वैन :
थाना प्रभारी ने बताया कि अपराध पर नियंत्रण के लिए पीसीआर वैन 8235532154 जारी किया है. इस पीसीआर वन से शहर के पालकोट रोड, टावर चौक व सिसई रोड के निवासियों को किसी प्रकार की दिक्कत हो, तो वे उक्त नंबर पर फोन कर जानकारी देने की अपील की है. ताकि पुलिस आपके सहयोग के लिए तुरंत पहुंच सके. वहीं पीसीआर टू वैन का नंबर 8235532142 जारी की है. पीसीआर टू के शहर के जशपुर रोड, बस स्टैंड व लोहरदगा रोड में किसी प्रकार की असुविधा होने पर कॉल करने वाले व्यक्ति के पास महज कुछ ही मिनटों में पहुंचेगी. थानेदार ने थाना के ओडी कार्यालय का नंबर 8235532148 जारी करते हुए आम जनता से समस्या होने पर अविलंब सूचना देने की अपील की.
गांव की सुरक्षा में मदद कर रहे युवा :
थाना प्रभारी ने बताया कि गुमला प्रखंड में 25 पंचायत है. जहां उन्होंने 10-10 युवकों को बहाल किया है. किसी प्रकार की घटना, दुर्घटना या विवाद होने पर उन युवकों के माध्यम से उन्हें सूचना मिल जाती है. जिससे गुमला प्रखंड में होने वाली घटनाओं का ग्राफ गिरा है. उन्होंने कहा कि जात व धर्म पर अफवाह या राजनीति नहीं करें.
अगर कोई ऐसा करता है, तो वह आपका हितैषी नहीं है. आप जनता उसका विरोध करें. उन्होंने शिक्षा पर विशेष पहल करते हुए कहा कि शिक्षा का पैमाना नहीं है. शिक्षा का उद्देश्य मानसिक रूप से खुलापन होना है. इससे अपराध में कमी आयेगी. 80 प्रतिशत मामले ऐसे ही खत्म हो जायेंगे. उन्होंने कहा कि जिस प्रकार एक अभिभावक अपने परिवार की देखरेख करता है. मैं थाना व गुमला प्रखंड की जनता के लिए मैं अभिभावक हूं. मैं अपनी जिम्मेवारी को बखूबी निभाने का प्रयास कर रहा हूं.