रायडीह प्रखंड की सिलम पंचायत में बक्सपुर, मुंडाटोली व कुलमुंडा गांव है. परंतु इस गांव की तीन किमी सड़क कच्ची है. जिससे लोगों को बरसात में परेशानी होती है. आजादी के 75 साल बाद भी इस तीन गांव में तीन किमी सड़क सरकार नहीं बनवा पायी है. जिससे इस क्षेत्र के विकास पर असर पड़ रहा है. नेशनल हाइवे-78 से बक्सपुर, मुंडाटोली होते हुए कुलमुंडा तक सड़क नहीं बनी है. जबकि गांव के लोग आजादी के बाद से पक्की सड़क बनाने की मांग कर रहे हैं. परंतु सरकार व प्रशासन द्वारा गांव की सड़क को बनाने की दिशा में अब तक पहल नहीं की गयी है. इससे गांव के लोगों में आक्रोश है.
मंगलवार को गांव के दर्जनों ग्रामीण सड़क बनाने की मांग को लेकर उपायुक्त शिशिर कुमार सिन्हा से मुलाकात की. सड़क बनाने की मांग करते हुए लिखित ज्ञापन सौंपा है. ग्रामीणों ने कहा है कि अगर सड़क बन जाये तो तीन गांव के लिए स्वर्ग हो जायेगा. ज्ञापन में संदीप सिंह, संजय खलखो, प्रकाश लकड़ा, प्रेमुस लकड़ा, अनूप लकड़ा, अशोक लकड़ा, तीर्थनाथ प्रसाद, प्रकाश मिंज, जगरनाथ लोहरा, अरविंद, सतीश तिर्की,
अजय तिर्की, क्लेमेंट मिंज, सुष्मिता सोरेंग, अन्ना मिंज, सबीना लकड़ा, फुलमनी एक्का, ज्योति बेक, फुलजेंसिया लकड़ा, अलबिसिया एक्का, आरती कुजूर, उड़ील मिंज, नीलम मिंज, रीता मिंज, गौरी देवी, सालो देवी, घुरनो देवी, ओशीला देवी, संजीता मिंज, रोशनी, बालामनी सोरेंग, सुनीता मिंज, माधुरी लकड़ा, मिलयानी लकड़ा, मरिस्तेला मिंज, निर्मला लकड़ा, कुसुम देवी, सिसिलिया लकड़ा, यमुना देवी, फुलमनी तिर्की, रोहिणी देवी, सुकरमनी लकड़ा, रोजलीन तिर्की, सुनीता देवी, जुलिता देवी सहित कई लोगों का नाम है.