बसिया प्रखंड में 28 हाथियों का झुंड के प्रवेश के बाद मंगलवार देर रात वन विभाग की टीम व हाथी भगाओ दस्ता सहित ग्रामीणों ने आरया एवं सुकुरडा जंगल से मशाल व पटाखे जलाकर हाथियों को भगाने की कोशिश की. एक साथ इतनी संख्या में हाथियों के आने से प्रभावित गांवों के लोग पूरी तरह दहशत में हैं. साथ ही रतजगा करने को विवश हैं.
कई गांवों के किसानों के खेतों में लगी धान की फसल को भी हाथियों ने रौंद कर बर्बाद कर दिया है. बुधवार को हाथियों के झुंड को कोनसकेली के नावाटोली स्थित जंगल में होने की जानकारी के बाद वहां वनकर्मियों द्वारा हाथियों को भगाने के उपाय किये जा रहे थे. वहीं वन विभाग की टीम द्वारा ध्वनि यंत्र के माध्यम से गांवों में घूम घूम कर लोगों को सावधान व सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है.
वन विभाग के राकेश मिश्रा, भीखराम उरांव, लिबनुस कुल्लू, करमु उरांव, अनिल गोप, सिप्रियन उरांव सहित स्थानीय प्रशिक्षित युवा रात भर हाथियों को भगाने एवं क्षेत्र के लोगों की सुरक्षा में जुटे रहे. इस संबंध में वनकर्मी राकेश मिश्रा ने बताया कि गत दिनों बंगाल से आये हाथी भगाओ दस्ते द्वारा स्थानीय युवाओं को हाथी भागने हेतु विशेष प्रशिक्षण दिया गया हैं. जिसके बाद स्थानीय प्रशिक्षित युवा भी वनर्मियों के साथ हाथी भगाने में जुटे हैं.