गुमला, दुर्जय पासवान : मेरी माटी मेरा देश अभियान के तहत बुधवार को परमवीर चक्र विजेता शहीद अलबर्ट एक्का के पैतृक घर से मिट्टी संग्रह किया गया. शहीद के पुत्र विंसेंट एक्का ने सैन्य ध्वज वाहक उमेश गोपीनाथ जाधव को शहीद के घर की मिट्टी सौंपी. इस मिट्टी को दिल्ली के स्मारक स्थल अमृत वाटिका में रखी जायेगी.
गुमला के शहीदों की पवित्र मिट्टी हो रही एकत्रित
वेटरन अनिरूद्ध सिंह ने कहा कि मेरी माटी मेरा देश अभियान की समाप्ति अब अंतिम चरण में है. इस अवसर पर देश के विभिन्न भागों से बलिदानियों, शहीदों की पवित्र मिट्टी संग्रह किया गया है. दिल्ली के राष्ट्रीय युद्ध स्मारक के निकट शहीदों के सम्मान में प्रस्तावित ‘अमृत वाटिका’ में गुमला जिले के शहीदों की पवित्र मिट्टी एकत्रित की जायेगी. झारखंड और विशेषकर परमवीर अल्बर्ट एक्का की वीर भूमि गुमला जिले से अनेक शहीदों की पवित्र मिट्टी के वाहक होंगे.
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परमवीर अल्बर्ट एक्का की प्रतिमा पर किया सैल्यूट
इस मौके पर श्री जाधव, भूतपूर्व सैनिक अनिरुद्ध सिंह, मेजर डीएन दास सहित जारी थानेदार मनीष कुमार, प्रमुख उर्मिला केरकेट्टा ने परमवीर अल्बर्ट एक्का की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करते हुए सैल्यूट किया. साथ ही शहीद अल्बर्ट के पुत्र भिंसेंट एक्का को सम्मानित किया गया. भूतपूर्व सैनिकों ने शहीद के पैतृक घर व समाधि स्थल का भी मुआयना किया. कार्यक्रम में जिला परिषद सदस्य दिलीप बड़ाइक, मेजर संजय मल्होत्रा, जिला सैनिक कल्याण पदाधिकारी गुमला कमांडर रामाराव, सूबेदार मेजर सहदेव महतो, गुमला सैनिक संगठन के अध्यक्ष विनोद मिंज, शहीद के पौत्र अनुज एक्का सहित कई लोग थे. मौके पर जिप सदस्य दिलीप बड़ाइक द्वारा आभार व्यक्त करते हुए कि पूर्व सैनिक सेवा परिषद की देन है कि आज प्रखंड विकास के कगार पर है.
150 शहीदों के घर की मिट्टी संग्रह किया हूं : जाधव
प्रभात खबर से बातचीत करते हुए उमेश गोपीनाथ जाधव ने कहा कि किसी के अंदर देश सेवा की भावना व सेना के प्रति प्रेम होना एक जुनून है. सेना व वीर जवानों के प्रति मेरी भावना कुछ ऐसा ही है. मैं अब तक अपनी गाड़ी से एक लाख 40 हजार किलोमीटर की यात्रा कर 150 शहीद जवानों की घर की मिट्टी ले चुका हूं. शहीद जवानों के घर पहुंच कर उनके परिवार से मिला हूं. गुमला के जारी में शहीद अलबर्ट एक्का के परिजनों से मिलकर उनके घर की मिट्टी को संग्रह किया. कहा है कि पुलवामा में हुए हमले के बाद देशभर में सैनिकों की शहादत को लेकर शोक व्यक्त किया जा रहा था. जबकि देश की भावना के लिए मैंने इन वीर शहीदों की मिट्टी से जुड़ने का प्रण लिया. मन बनाकर अपने घर से निकला. स्वभाव व दिल से एक सैनिक का लक्ष्य था. देश के शहीद हुए वीर सपूतों के आंगन की मिट्टी को एक जगह इकट्ठा कर उसे भारत का नक्शा तैयार कर स्मारक बनाया जाय. उन्होंने कहा कि यह यात्रा नौ अप्रैल, 2019 को ग्रुप सेंटर सीआरपीएफ यूपी से शुरू की. समय बीतता गया और कारवां बनता गया. मेरा माटी मेरा देश के तहत 180 शहीदों के घरों से मिट्टी लेकर दिल्ली के स्मारक स्थल ले जाकर अमृत वाटिका में रखी जायेगी. जहां अनेकों तरह के पेड़ पौधे लगाये जायेंगे.
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गर्व व ऐतिहासिक पल रहा : अनिरुद्ध
वेटरन अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि आज गुमला जिले के लिए एक ऐतिहासिक पल है. गर्व का दिन है. बेंगलुरु से चलकर गुमला पहुंचे श्री जाधव ने परमवीर अलबर्ट एक्का के गांव जारी जाकर अमर शहीद के आंगन की मिट्टी उठायी है. उनके साथ बेंगलुरु से मेजर संजय महरोत्रा जो एक मेजर कैंप और वीर भूमि का निर्माण कर रहे हैं. अलबर्ट एक्का के साथ 1971 के युद्ध में रहे मेजर डीएन दास भी मिट्टी संग्रह के लिए जारी गांव पहुंचे थे.
शहीद अलबर्ट के साथी पहुंचे गुमला
शहीद अलबर्ट एक्का के साथी मेजर डीएन दास ने कहा कि मैंने ओड़िशा से चार शहीदों की मिटटी कलश में संग्रह किया हूं. जबकि गुमला जिले से दस शहीदों की पवित्र मिट्टी संग्रहित की गयी है. सात सितंबर को रांची में झारखंड के विभिन्न क्षेत्रों से 15 मिट्टी कलश राज्य सैनिक कल्याण निदेशालय के अलबर्ट एक्का सभागार में एकत्रित होगा. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राज्य सैनिक कल्याण निदेशक ब्रिगेडियर निरंजन कुमार होंगे. इसके बाद राज्यपाल से मिलकर कार्यक्रम की जानकारी दी जायेगी.
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