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नक्सली को मार गिराने वाली आदिवासी बेटी को एसपी ने दिया 21 हजार का इनाम

पीएलएफआई एरिया कमांडर बसंत गोप को टांगी से मार गिराने वाली आदिवासी बेटी विनीता उरांव को शुक्रवार को गुमला के पुलिस अधीक्षक एचपी जनार्दनन ने सम्मानित किया. एसपी खुद वृंदा नायकटोली गांव स्थित विनीता उरांव के घर पहुंचे. विनीता को 21 हजार रुपये नकद राशि इनाम के रूप में दिया गया. साथ ही एक महीने का राशन भी उपलब्ध कराया गया.

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 8, 2020 9:45 PM

गुमला : पीएलएफआई एरिया कमांडर बसंत गोप को टांगी से मार गिराने वाली आदिवासी बेटी विनीता उरांव को शुक्रवार को गुमला के पुलिस अधीक्षक एचपी जनार्दनन ने सम्मानित किया. एसपी खुद वृंदा नायकटोली गांव स्थित विनीता उरांव के घर पहुंचे. विनीता को 21 हजार रुपये नकद राशि इनाम के रूप में दिया गया. साथ ही एक महीने का राशन भी उपलब्ध कराया गया.

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एसपी ने कहा कि विनीता व उसके परिवार की सुरक्षा के लिए पुलिस है. साथ ही सरकारी मदद देने का हर संभव प्रयास किया जायेगा. परिवार के लोगों ने घर में शौचालय बनवाने की मांग किया. इसपर एसपी ने शौचालय बनवाने का आश्वासन दिये. एसपी ने कहा : कुछ भी जरूरत हो. पुलिस को बताएं. पुलिस आपके साथ है. हर जरूरत पूरी की जायेगी. आपकी सुरक्षा पुलिस की जिम्मेवारी है. गांव में पुलिस लगातार कैंप करेगी. नक्सलियों से नहीं डरना है.

एसपी ने परिवार के लोगों से कहा कि 17 मई तक पुलिस वृंदा नायकटोली गांव में कैंप करेगी. अगर जरूरत पड़ेगी तो 17 मई के बाद भी पुलिस का कैंप गांव में जारी रहेगा. विनीता व उसके परिवार के साथ पुलिस है. मौके पर थाना प्रभारी शंकर ठाकुर, अमित कुमार सहित अन्य पुलिस अधिकारी थे. एसपी ने गांव पहुंचने के बाद कई लोगों से बात भी की. लोगों से मिलकर रहने के लिए कहा. जिससे नक्सलियों के मनोबल को तोड़ा जा सके.

नक्सली सरेंडर करें, नहीं तो मारे जायेंगे

एसपी ने यह भी कहा कि अगर कोई नक्सली मुख्य धारा से जुड़ना चाहता है तो वे पुलिस के समक्ष सरेंडर करें. नहीं तो पुलिस उन्हें किसी भी स्थिति में छोड़ने नहीं जा रही है. सरेंडर नहीं करने वाले नक्सली मुठभेड़ में मारे जायेंगे. एसपी ने यह भी कहा कि अब गांव के लोग नक्सल के खिलाफ मुखर होने लगे हैं. इसलिए अब नक्सलियों को छुपने का ठिकाना नहीं मिल रहा है. नक्सली लोगों को डरा धमका रहे थे. परंतु यह डर भी गांव में खत्म हो रहा है.

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उन्होंने कहा कि नक्सलियों के पास दो रास्ते बचे हैं. या तो स्वेच्छा से सरेंडर कर बेहतर जिंदगी जीएं. या फिर पुलिस से मुठभेड़ हुई तो गोली खायेंगे. एसपी ने कहा कि अभी हमारा देश कोरोना महामारी से लड़ रहा है. इस महामारी में पुलिस दो भूमिकाओं है. पहला कोरोना से लोगों को बचाना है. दूसरा नक्सलवाद को खत्म करना है. एसपी ने आम जनता से अपील करते हुए कहा कि कोई भी समस्या हो. तुरंत पुलिस को बताएं. समस्या दूर की जायेगी.

प्रभात खबर ने की थी पहल

विनीता की बहादुरी को देखते हुए आदिवासी नेताओं के बयान के आधार पर प्रभात खबर ने इनाम देने की मांग की थी. प्रभात खबर की पहल के बाद गुमला एसपी शुक्रवार को विनीता को सम्मानित करने के साथ ही उसका हौसला भी बढ़ाया है. विनीता के देवर पीयूष टोप्पो ने कहा कि नक्सली के मारे जाने के बाद गुमला पुलिस द्वारा पूरा सहयोग मिल रहा है. हमारी सुरक्षा के लिए गांव में पुलिस कैंप कर रही है.

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