स्टेट हाइ-वे अथॉरिटी ने वन विभाग गुमला को पौधरोपण के लिए दिये 45.63 लाख रुपये, चार वर्षों में काटे गये 2321 पेड़
बतातें चले कि विगत चार वर्षों में गुमला जिला अंतर्गत सरकारी पथ निर्माण, रेलवे लाइन निर्माण, सरकारी भवन निर्माण, बिजली संयंत्र लगाने सहित कई कार्यों के लिए 2321 छोटे-बड़े पेड़ों को काटा गया है. जिसमें बसिया प्रखंड मुख्यालय अंतर्गत रेफरल अस्पताल बसिया के निर्माण, गुमला जेल में बैरक निर्माण, खूंटी-तोरपा-कोलेबिरा पथ निर्माण एवं घाघरा-नेतरहाट पथ सहित अन्य निर्माण कार्यों के लिए पेड़ों को काटा गया है. चूंकि निर्माण कार्य के लिए पेड़ों को काटने के बाद संबंधित विभाग द्वारा काटे गये पेड़ों के एवज में पांच से लेकर 10 गुणा तक पौधरोपण कराने का प्रावधान है.
गुमला : योजनाओं के लिए चार वर्षों में काट दिये 2321 पेड़, पौधरोपण को लेकर उदासीन हैं कई विभाग. इस खबर को प्रभात खबर में प्रमुखता से प्रकाशित करने के बाद स्टेट हाइ-वे अथॉरिटी ऑफ झारखंड गंभीर हुआ है. सरकार ने जिला कोषागार गुमला के माध्यम से वन विभाग गुमला को 4563931 (पैंतालिस लाख तिरसेठ हजार नौ सौ 31 रुपये) मुहैया कराया गया है. उक्त राशि से वन विभाग द्वारा पौधरोपण कराया जायेगा.
बतातें चले कि विगत चार वर्षों में गुमला जिला अंतर्गत सरकारी पथ निर्माण, रेलवे लाइन निर्माण, सरकारी भवन निर्माण, बिजली संयंत्र लगाने सहित कई कार्यों के लिए 2321 छोटे-बड़े पेड़ों को काटा गया है. जिसमें बसिया प्रखंड मुख्यालय अंतर्गत रेफरल अस्पताल बसिया के निर्माण, गुमला जेल में बैरक निर्माण, खूंटी-तोरपा-कोलेबिरा पथ निर्माण एवं घाघरा-नेतरहाट पथ सहित अन्य निर्माण कार्यों के लिए पेड़ों को काटा गया है. चूंकि निर्माण कार्य के लिए पेड़ों को काटने के बाद संबंधित विभाग द्वारा काटे गये पेड़ों के एवज में पांच से लेकर 10 गुणा तक पौधरोपण कराने का प्रावधान है.
वहीं 2321 छोटे-बड़े पेड़ों के काटे जाने के एवज में सभी संबंधित विभागों को 13635 पौधरोपण किया जाना है. परंतु विभागीय उदासनीता के कारण 13635 पौधरोपण के विरूद्ध महज 5170 ही पौधरोपण कराया गया है. इस खबर को प्रभात खबर ने प्रमुखता से प्रकाशित किया. जिसका असर कुछ यूं हुआ कि स्टेट हाइ-वे अथॉरिटी ऑफ झारखंड द्वारा खूंटी-तोरपा-कोलेबिरा पथ एवं घाघरा-नेतरहाट पथ निर्माण के दौरान काटे गये पेड़ों के एवज में दूसरे जगह पर पौधरोपण कराने के लिए जिला कोषागार गुमला के माध्यम से वन विभाग गुमला को कुल 4563931 रुपये मुहैया कराया है.
जिसमें खूंटी-तोरपा-कोलेबिरा पथ निर्माण के लिए काटे गये पेड़ों के एवज में 41 लाख 79 हजार 21 रुपये एवं एवं घाघरा-नेतरहाट पथ निर्माण के लिए काटे गये पेड़ों के एवज में तीन लाख 84 हजार 910 रुपया है. उक्त राशि से पौधरोपण कराने के बाद चार वर्षों तक पौधों की देखरेख की जायेगी.
उपलब्ध राशि से यहां होगा पौधरोपण
स्टेट हाइ-वे अथॉरिटी ऑफ झारखंड द्वारा जिला कोषागार गुमला के माध्यम से उपलब्ध करायी गयी राशि से डुमरी प्रखंड के टांगीनाथ धाम, मरदा में अवस्थित शिव मंदिर, सैन्य वान्य प्रस्थ, सीआरपीएफ कैंप, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भरनो सहित विभिन्न संस्थानों के परिसरों में पौधरोपण कराया जायेगा. सभी जगहों 250-250 पौधा लगाया जायेगा. वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार इस जुलाई माह में ही सभी जगहों पर पौधरोपण कराया जायेगा.
जेल प्रबंधन पौधरोपण में नहीं दिखा रहा रुचि
गुमला जेल परिसर में बैरक निर्माण के लिए 580 पेड़ों को काटा गया है. 580 पेड़ों को काटे जाने के एवज में जेल प्रबंधन द्वारा 5800 पौधरोपण कराया जाना है. परंतु जेल प्रबंधन द्वारा पौधरोपण के लिए रुचि नहीं दिखायी जा रही है.
वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार परिसर से पेड़ काटे जाने के बाद काटे गये पेड़ों को हटाने की भी समस्या थी. इस समस्या का निदान वन विभाग ने किया. वन विभाग स्वयं आगे बढ़ कर काटे गये पेड़ों की नीलामी करवा दी. जिससे सरकार को 60 हजार रुपये की राजस्व की भी प्राप्ति हुई है. इसके बाद वन विभाग ने जेल प्रबंधन से काटे गये पेड़ों के एवज में दूसरे जगह पर पौधरोपण कराने के लिए पत्राचार किया. इसके बावजूद अब तक जेल प्रबंधन द्वारा पौधरोपण नहीं कराया जा रहा है.