Jharkhand news, Gumla news : गुमला (दुर्जय पासवान/जॉली) : पर्यटक स्थल हीरादह नदी में डूबे बीटेक के छात्र सुमित कुमार गिरी का अब तक कोई पता नहीं चला है. पिकनिक मनाने के दौरान गत 15 नवंबर, 2020 को वह डूब गया था. सोमवार को नदी में डूबे 9 दिन हो गये. सुमित के नहीं मिलने के बाद परिजनों ने उसे मृत मान लिया है. मृत मानते हुए सोमवार को उसका पुआल का पुतला बनाकर हिंदू धर्म के अनुसार अंतिम संस्कार किया गया.
गुमला शहर से सटे लक्ष्मण नगर स्थित आवास में सुमित की अर्थी सजी. इसके बाद कोरोना संक्रमण को देखते हुए 12 लोग शवयात्रा में शामिल हुए. शहर के पालकोट रोड स्थित मुक्तिधाम में सुमित का दाह संस्कार किया गया. पिता शशिभूषण गिरी ने अपने बेटे सुमित को मुखाग्नि दी. अंतिम संस्कार से पूर्व पुतला निर्माण करने एवं अर्थी तैयार करने के समय पूरे परिवार का रो-रोकर बुरा हाल था. घर के सभी सदस्य रो रहे थे. घर का पूरा माहौल मार्मिक था. आस-पड़ोस के लोग भी रोते नजर आये.
सुमित के पिता शशि भूषण गिरी ने कहा कि मेरे बेटे सहित 3 युवक के बहने के बाद प्रशासन से जो सहयोग मिलना चाहिए था वह सहयोग नहीं मिला. एनडीआरएफ टीम आयी थी. वह भी असफल रही. एनडीआरएफ के जवानों को पहाड़ी नदी में डूबे लोगों को खोजने में महारत हासिल नहीं है. इस कारण एनडीआरएफ के जवान युवकों को खोज नहीं सके. तीनों डूबे हुए युवकों के परिजनों ने प्रशासन से बोरा बांध बनाकर पानी का रूख मोड़ने एवं उसके बाद एनडीआरएफ टीम द्वारा सर्च अभियान चलाने की मांग की थी. इसके बाद बोरा बांध बनाना शुरू किया गया था, लेकिन वह भी बेमौसम बारिश से बह गया और एनडीआरएफ टीम रांची बैरंग वापस लौट गयी.
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पिता शशि भूषण गिरी ने कहा कि मेरे बेटे सुमित गिरी उर्फ निक्की ने एजुकेशन लोन बैंक ऑफ बड़ौदा से लिया था. उसने चार लाख 50 हजार का लोन लिया था. इसी पैसे से बीटेक की पढ़ाई किया. उसने अपनी पढ़ाई रोहतक से किया था. वर्तमान में उसका लोन ब्याज बढ़कर लगभग 7 लाख रुपये हो गया है. उन्होंने कहा कि मैं एक गरीब आदमी हूं. मेरे 4 बेटे में एक की नदी में डूबने से मौत हो गयी. वह बीटेक किया था. उससे हमलोगों को काफी उम्मीद थी, लेकिन भगवान ने हमसे हमारा सहारा तक छीन लिया. उन्होंने प्रशासन से मांग किया कि मेरे मृतक बेटे द्वारा लिया गया एजुकेशन लोन माफ कर दिया जाय. साथ ही अपने घर के किसी एक बेटे को नौकरी देने की मांग की है, ताकि वह किसी तरह घर परिवार चला सके. वहीं, जिला नाई समाज के सदस्य अभय ठाकुर ने इस घटना पर शोक प्रकट करते हुए प्रशासन से परिवार की मदद करने की मांग किया है.
मृतक के भाई अमित गिरी ने बताया कि उसका छोटा भाई सुमित गिरी उर्फ निक्की वर्ष 2015 में महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय, रोहतक से बीटेक की पढ़ाई किया था. पढ़ाई के लिए उसने बैंक से एजुकेशन लोन लिया था. वह वर्तमान में नौकरी के लिए तैयारी कर रहा था. वहीं, नौकरी की तलाश करते हुए वह गुमला मार्बल दुकान में काम कर रहा था. उसने बताया कि मृतक भाई के दोस्त सुनील भगत के शव को खोजने के लिए सोमवार को उसके परिजन गये हैं. वहां के लोकल गोताखोरों एवं ग्रामीणों को हमलोगों ने नंबर दिया है. अगर किसी प्रकार भी शव नदी से बाहर आता है, तो उनके द्वारा हमें सूचना दी जायेगी.
गुमला जिले के एलडीएम जोन हांसदा ने कहा कि लोन में एजुकेशन एवं होम लोन का इंश्योरेंस बैंक द्वारा किया जाता है. अगर किसी प्रकार की घटना होने पर इंश्योरेंस क्लेम कर उक्त राशि को रिकवर किया जाता है. वहीं, परिजनों का ऋण माफ किया जाता है. उन्होंने सुमित गिरी के परिजनों से अपील करते हुए कहा कि वे बैंक जाकर वहां एक आवेदन दें. जिसके बाद बैंक इंश्योरेंस क्लेम करेंगी और इंश्योरेंस क्लेम का पैसा लोन खाता में जमा हो जायेगा. जिससे परिजनों का लोन माफ हो जायेगा.
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बीते 15 नवंबर को गुमला शहर के 6 युवक पिकनिक मनाने हीरादह नदी गये थे. जिसमें 3 युवक नहाने के क्रम में सेल्फी लेने के दौरान नदी में डूब गये थे. जिसमें एक युवक अभिषेक कुमार गुप्ता का शव 20 नवंबर को मिला है. शव नदी के कुंड से निकलकर नदी के किनारे पत्थर पर अटक गयी थी. लेकिन, अभी तक सुमित कुमार गिरी एवं सुनील कुमार भगत का पता नहीं चला है.
Posted By : Samir Ranjan.