गुमला, जौली विश्वकर्मा : गुमला में अंधविश्वास खत्म होने का नाम नहीं ले रहा. आये दिन कहीं न कहीं अंधविश्वास की घटना देखने को मिल जाती है. इस बार गुमला सदर अस्पताल में ही अंधविश्वास का खेल शुरू कर दिया गया. गुमला प्रखंड के अंबवा गांव निवासी बीमार युवती के परिजन सदर अस्पताल में ही युवती का ओझा-गुनी को बुलाकर झाड़-फूंक कराने लगे. जिसके बाद अस्पताल में मौजूद चिकित्सकों ने इसे अंधविश्वास बताते हुए अस्पताल में इलाज करने से मना कर दिया, वहीं कर्मचारी और गार्ड्स ने उन्हें ऐसा करने से मना किया. इसके बाद वे लोग सदर अस्पताल के बाहर चले गये और युवती का झाड़-फूंक से इलाज कराने लगे.
अस्पताल में ही होने लगी झाड़-फूंक
जानकारी के अनुसार, युवती को मंगलवार की दोपहर सदर अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था. उसे जॉन्डिस बुखार था. इलाज कराने के क्रम में ही शाम चार बजे बाहर से महिला ओझामति को बुलाकर उसका इलाज कराने लगी. वहां मौजूद चिकित्सकों ने इसे अंधविश्वास बताया. साथ ही उन्होंने अस्पताल में इलाज करने से मना कर दिया.
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महिला ओझा ने कई लोगों को ठीक करने का किया दावा
वहीं, बातचीत करने पर महिला ओझा ने बताया कि जॉन्डिस बीमारी से ग्रसित कई लोगों को ठीक कर चुकी है. हालांकि, युवती की स्थिति ठीक नहीं होने पर उसे अस्पताल में ही भर्ती रखा गया है. बाद में उसका दवा चालू किया गया. मालूम हो कि ग्रामीण क्षेत्र के लोग वर्तमान समय में अंधविश्वास में जी रहे हैं. उन्हें वैज्ञानिक चिकित्सा से ज्यादा झाड़-फूंक में विश्वास है.