झारखंड की बेटी ने किया कमाल, इस महिला एथलीट ने टारगेट ओलिंपिक पोडियम स्कीम में पायी जगह
आशा 16 वर्ष की आयु में इस सीनियर कैंप में शामिल होनेवाली देश की पहली खिलाड़ी बन गयी हैं. वहीं, झारखंड से चुनी जानेवाली वह पहली एथलीट हैं. झारखंड से किसी खिलाड़ी का चयन एथलेटिक्स इवेंट में इस कैंप के लिए नहीं हुआ था.
आर्थिक व पारिवारिक परेशानियों और सुविधाओं व संसाधनों की कमी को दरकिनार करते हुए झारखंड के एथलेटिक्स खिलाड़ी लगातार बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं. गुमला जिले की आशा किरण बारला भी इन्हीं में से एक हैं. इनका चयन एथलेटिक्स के सीनियर कैंप ‘टारगेट ओलिंपिक पोडियम स्कीम’ यानी ‘टॉप्स’ के लिए किया गया है. स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया की ओर से यह कैंप बेंगलुरु में 23 नवंबर 2022 से आयोजित किया जा रहा है, जो 31 मार्च 2023 तक चलेगा.
सबसे अहम बात यह है कि आशा 16 वर्ष की आयु में इस सीनियर कैंप में शामिल होनेवाली देश की पहली खिलाड़ी बन गयी हैं. वहीं, झारखंड से चुनी जानेवाली वह पहली एथलीट हैं. उनके कोच आशु भाटिया ने बताया कि इस वर्ष सीनियर एथलेटिक्स खिलाड़ियों के कैंप में पांच नये चेहरों को जगह दी गयी है, जिसमें आशा सबसे कम उम्र (800 मीटर इवेंट) की खिलाड़ी है.
अपनी शिष्या की इस उपलब्धि से बेहद खुश श्री भाटिया कहते हैं : यह आशा की मेहनत का परिणाम है कि उसे इस कैंप में शामिल होने का मौका मिला. क्योंकि, अब तक झारखंड से किसी खिलाड़ी का चयन एथलेटिक्स इवेंट में इस कैंप के लिए नहीं हुआ था.
‘एशियन यूथ एथलेटिक्स चैंपियनशिप’ में बनाया था रिकॉर्ड
गुमला जिले के कामडारा प्रखंड क्षेत्र के नावाडीह गांव की रहनेवाली एथलीट आशा किरण बारला ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी पदक जीता है. वर्ष 2022 में कुवैत में आयोजित ‘एशियन यूथ एथलेटिक्स चैंपियनशिप’ में उन्होंने 800 मीटर इवेंट में स्वर्ण पदक जीता है. इसके लिए उन्होंने 2:04 मिनट लिये, जो एक रिकॉर्ड है. इसके अलावा उन्होंने गुवाहाटी में आयोजित ‘37वीं नेशनल जूनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप’ में अंडर-20 बालिका के 800 मीटर इवेंट में स्वर्ण पदक जीता है.
खास बात
बेंगलुरु में चलनेवाले इस कैंप में होगी ‘एशियन चैंपियनशिप’ की तैयारी
इसी कैंप के जरिये तैयार किये जायेंगे पेरिस ओलिंपिक-2024 के खिलाड़ी
खिलाड़ियों के प्रशिक्षण व रहने-खाने का पूरा खर्च उठायेगी केंद्र सरकार
स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया की ओर से आयोजित किये जानेवाले कैंप ‘टॉप्स’ के लिए अब तक एथलेटिक्स में इस उम्र के किसी खिलाड़ी का चयन झारखंड से नहीं हुआ है. आशा मेहनती है, भविष्य में वह और बेहतर करेगी.
– मधुकांत पाठक, अध्यक्ष, झारखंड एथलेटिक्स संघ