जांच के नाम पर शिक्षकों को किया जा रहा है प्रताड़ित
गुमला जिले के विभिन्न शिक्षक संगठनों की समन्वय समिति की बैठक
गुमला जिले के विभिन्न शिक्षक संगठनों की समन्वय समिति की बैठक गुमला. गुमला जिला अंतर्गत विभिन्न शिक्षक संगठनों की समन्वय समिति की बैठक रविवार को पीएइ स्टेडियम गुमला में हुई. बैठक में प्रोजेक्ट इंपैक्ट के तहत जेसीइआरटी रांची द्वारा गठित राज्य स्तरीय जांच टीम द्वारा जिले के विभिन्न विद्यालयों में जांच व भ्रमण कार्यक्रम व शिक्षकों के प्रति उनके व्यवहार की निंदा की गयी. वक्ताओं ने कहा कि जांच व भ्रमण कार्यक्रम से शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार न होकर सिर्फ शिक्षकों के प्रति पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर किया गया कार्य प्रतीत हो रहा है. विद्यालयों के प्रभारी प्रधानाध्यापकों व शिक्षकों की टीम द्वारा मानसिक रूप से प्रताड़ित व भयादोहन किया जा रहा है. साथ ही शिक्षकों की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है, जो निंदनीय है. वक्ताओं ने कहा कि अभी जिले में किसी भी विद्यालय में पूर्णकालिक प्रधानाध्यापक नहीं है. ऐसे में पूरे जिले के सभी विद्यालयों में जिले के सहायक शिक्षकों को प्रभारी प्रधानाध्यापक के रूप में प्रभार देकर उनसे प्रधानाध्यापक का कार्य लिया जा रहा है और सभी शिक्षक इस पर विभाग के आदेश का अनुपालन करते हुए उन्हें हरसंभव मदद प्रदान कर रहे हैं व प्रधानाध्यापक के कार्य को संपन्न कर रहे हैं. यदि ऐसा ही रहा, तो सामूहिक रूप से सभी प्रभारी प्रधानाध्यापक द्वारा विद्यालय के प्रभार का त्याग करने का निर्णय लिया जा सकता है. अभी मार्च-अप्रैल महीने में सभी कक्षाओं का वार्षिक परीक्षा संपन्न हुआ है और विभाग द्वारा ही नये सत्र के शुरुआत की तिथि एक मई घोषित है. अभी उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन का कार्य संकुल स्तर पर समस्त शिक्षको के द्वारा कराया जा रहा है तथा परीक्षा फल का प्रकाशन भी नहीं हुआ है. ऐसे में विद्यालय में बच्चों की शतप्रतिशत उपस्थिति व नियमित कक्षा संचालन की बात करना हास्यास्पद है. साथ ही लोकसभा चुनाव 2024 हेतु लगभग सभी शिक्षक व शिक्षकेतर कर्मियों को किसी न किसी चुनाव कार्य में भी प्रतिनियुक्ति किया गया है. इसकी जानकारी जिले के सभी पदाधिकारी समेत जांच दल को भी है. इसके बावजूद जांच दल द्वारा विद्यालय में इस तरह का व्यवहार व जिला शिक्षा पदाधिकारी सह जिला शिक्षा अधीक्षक द्वारा इस मामले पर जांच टीम की मौन का समर्थन करते हुए बगैर जांच के स्पष्टीकरण करने से शिक्षक समाज आहत है. वक्ताओं ने कहा कि समन्वय समिति द्वारा एकमत से जल्द जिला शिक्षा पदाधिकारी से मिल कर खेद व्यक्त किया जायेगा, ताकि ऐसे कार्यवाही की पुनरावृत्ति नहीं हो. बैठक में झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के निरंजन शर्मा, गुमला जिला प्राथमिक शिक्षक संघ के अखौरी रविकांत सिन्हा, झारखंड प्रगतिशील शिक्षक संघ के हरेंद्र कुमार, नव माध्यमिक शिक्षक संघ के जयंत कुमार पांडेय, राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के सुनील कुमार, झारखंड स्टेट प्राइमरी शिक्षक संघ के मंगलेश्वर उरांव, झारखंड उर्दू प्राथमिक शिक्षक संघ के सरवर इमाम समेत विभिन्न शिक्षक संघों के पदाधिकारी मौजूद थे.