राशन की कालाबाजारी व मुनाफाखोरी रोकेगी उड़नदस्ता टीम जिला से लेकर प्रखंड मुख्यालय तक टीम का गठन
गुमला : कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण से बचाव तथा रोकथाम के मद्देनजर देशभर में 21 दिनों का लॉकडाउन लागू किया गया है. इधर, लॉकडाउन के बाद राशन सामग्रियों की मांग गढ़ गयी है. लोग राशन सामग्रियां खरीद कर अपने-अपने घरों में स्टॉक रखना चाह रहे हैं. ताकि घर में खाने की दिक्कत न हो. परंतु मांग बढ़ने के साथ राशन सामग्रियों की कालाबाजारी व मुनाफाखोरी की भी बढ़ने की संभावना है. इसके नियंत्रण के लिए उपायुक्त सह दंडाधिकारी शशि रंजन ने जिला से लेकर प्रखंड मुख्यालय तक में उड़नदस्ता टीम का गठन किया है. ताकि कालाबाजारी व मुनाफाखोरी पर नियंत्रण लगे और लोगों को राशन सामग्रियों को खरीदने में ज्यादा पैसा नहीं लगाना पड़े.
उपायुक्त ने जिला मुख्यालय में दो उड़नदस्ता टीमों का गठन किया है. इसमें एक उड़नदस्ता टीम में एसडीओ और कार्यपालक अभियंता लघु सिंचाई प्रमंडल की अगुवाई में तथा दूसरे उड़नदस्ता दल में भूमी सुधार उप समाहर्ता एवं जिला कृषि पदाधिकारी की अगुवाई में जिले में अवस्थित व्यावसायिक प्रतिष्ठानों एवं राशन दुकानों का औचक निरीक्षण करेंगे. वहीं प्रखंड मुख्यालय स्तर पर गठित उड़नदस्ता दल में सीओ, थाना प्रभारी तथा बीएसओ की अगुवाई में प्रखंडों में अवस्थित व्यवसायिक प्रतिष्ठानों एवं राशन दुकानों का औचक निरीक्षण करेंगे. उपायुक्त ने सभी उड़नदस्ता टीमों को हर दिन अपने क्षेत्राधिकार के अंतर्गत जिला मुख्यालय स्तर पर कम से कम तीन व्यावसायिक प्रतिष्ठानों एवं राशन दुकानों तथा प्रखंड मुख्यालय स्तर पर कम से कम दो व्यावसायिक प्रतिष्ठानों एवं राशन दुकानों का औचक निरीक्षण करने और प्रतिदिन का निरीक्षण प्रतिवेदन प्रतिदिन अपराह्न चार बजे तक भेजने का निर्देश दिया है.