युवाओं की संस्था जीवन ने संकट में निभाया मानवता का फर्ज, 10 गांवों को गोद ले गरीबों की मिटा रहे भूख
संकट में जो मदद करें. वही सच्चा दोस्त होता है. मानवता ही जीवन का मूल मंत्र है. इसे साबित किया है गुमला की जीवन संस्था ने. जीवन संस्था ने लॉकडाउन में मानवता का फर्ज निभाया है. 10 गांवों को गोद लेकर भूखों को भोजन कराया. इसके अलावा एक दर्जन से अधिक छोटे गांवों में भी भोजन के पैकेट का वितरण किया गया. प्रवासी मजदूरों की भूख मिटायी. अस्पताल में इलाजरत मरीज के 50 से अधिक परिजनों को हर रात भोजन कराया. जीवन संस्थान ने लॉक डाउन की शुरूआत से लेकर 17 मई तक 42 हजार 400 लोगों को भोजन कराकर मिसाल पेश की है. लॉकडाउन अवधि में 52 दिन संस्था के युवाओं ने अपना पूरा समय गरीबों की भूख मिटाने में लगा दी.
गुमला : संकट में जो मदद करें. वही सच्चा दोस्त होता है. मानवता ही जीवन का मूल मंत्र है. इसे साबित किया है गुमला की जीवन संस्था ने. जीवन संस्था ने लॉकडाउन में मानवता का फर्ज निभाया है. 10 गांवों को गोद लेकर भूखों को भोजन कराया. इसके अलावा एक दर्जन से अधिक छोटे गांवों में भी भोजन के पैकेट का वितरण किया गया. प्रवासी मजदूरों की भूख मिटायी. अस्पताल में इलाजरत मरीज के 50 से अधिक परिजनों को हर रात भोजन कराया. जीवन संस्थान ने लॉक डाउन की शुरूआत से लेकर 17 मई तक 42 हजार 400 लोगों को भोजन कराकर मिसाल पेश की है. लॉकडाउन अवधि में 52 दिन संस्था के युवाओं ने अपना पूरा समय गरीबों की भूख मिटाने में लगा दी. पढ़ें, प्रभात खबर गुमला के ब्यूरो दुर्जय पासवान की रिपोर्ट…
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युवाओं ने संकट में सीखा मानवता का फर्ज निभाना
जीवन संस्था के संस्थापक अनिकेत कुमार ने कहा कि कोरोना के महासंकट काल में इस तरह के सेवा कार्य करना जीवन के सभी कार्यकर्ताओं के लिए एक नया अनुभव था. गरीबों के जमीनी हालात को नजदीक से देखने का मौका मिला. भोजन वितरण के दौरान कई ऐसे पल भी आएं, जिसने हमारी संवेदना को झकझोर कर रख दिया. जीवन के सारे कार्यकर्ता बधाई के पात्र हैं. जिन्होंने दिन-रात मेहनत कर पीड़ित मानवता की सेवा में अपना योगदान दिया. उत्कृष्ट कार्यों की समाज में प्रशंसा होती है. पुरस्कार से प्रोत्साहन प्राप्त होता है. मगर हजारों जरूरतमंदों की दिलों से निकली दुआएं ही हम सबके लिए पुरस्कार व प्रोत्साहन है.
श्री कुमार ने उपायुक्त शशिरंजन, प्रशिक्षु आईएस पदाधिकारी मनीष कुमार, उपविकास आयुक्त हरिकुमार केसरी, एसडीओ जीतेंद्र कुमार देव, स्थापना उप समाहर्ता विद्याभूषण, अपर समाहर्ता सुधीर गुप्ता, स्थानीय मीडिया, गुमला चेंबर ऑफ कामर्स, डीपीएस गुमला, कैथोलिक महिला संघ तथा व्यक्तिगत रूप से इस सेवा में हर तरह से भरपूर सहयोग देने वालों के प्रति जीवन परिवार आभार व्यक्त करता है. श्री कुमार ने कहा कि जीवन संस्था का हरेक कार्यकर्ता अपने सामाजिक दायित्वों के निर्वहन के लिए हमेशा तत्पर रहेगा.
इन गांवों में बांटा गया भोजन
टोटो, आंजन ग्राम, खटवा, खरका, कोटाम, पतगच्छा, बेहराटोली, दीपाटोली, डुमरडीह, अरमई, अंबेराडीह, रामनगर, करौंदी नायक टोली, सिलम, करमटोली, कुंबाटोली, फुलवार टोली, बांसडीह सहित कई गांव है.
जीवन संस्था के सदस्य
जीवन संस्था के अनिकेत कुमार, कौशल मंत्री, गौरव केशरी, सुमित चीनू साबू, कुंदन राय, सुभाष जायसवाल, दीपक गुप्ता, अमित कुमार सिंह, पवन जायसवाल, सचिन कुमार, पन्ना लाल साहू, सुमित केशरी, राहुल केशरी, विजय कसेरा, मयंक कुमार, विकास गुप्ता, कमलेश कुमार, अमन वर्मा, आनंद गुप्ता, विवेक गुप्ता, अभिषेक केशरी, विवेक केशरी, सोनू साहू, आदर्श कसेरा, नितिन कुमार, अमन गुप्ता, साकेत कुमार, स्मित केशरी, प्रभात केशरी आदि कार्यकर्ताओं ने 52 दिनों तक गरीबों को भोजन खिलाया है.