गुमला में आम, जामुन और पुट्टू की खूब डिमांड, इस बार हुई बंपर पैदावार
Jharkhand News (गुमला) : मौसमी फल चुसनी (बिजुया) आम, जामुन व प्राकृतिक सब्जी पुट्टू की गुमला में खूब डिमांड है. दोहाती आम व जामुन 10 दिन पहले गुमला के बाजार में आ गया है. जबकि पुट्टू एक सप्ताह पहले बाजार में बिक्री के लिए आया है. बाजार में आते हैं. इनकी डिमांड बढ़ गयी है. सबसे ज्यादा डिमांड पुट्टू की है. गुमला में पुट्टू खाने के शौकीन लोगों की संख्या अधिक है. इसलिए बाजार में जब पुट्टू आया, तो 600 रुपये किलो बिका जो हाथों-हाथ बिक गया.
Jharkhand News (दुर्जय पासवान, गुमला) : मौसमी फल चुसनी (बिजुया) आम, जामुन व प्राकृतिक सब्जी पुट्टू की गुमला में खूब डिमांड है. दोहाती आम व जामुन 10 दिन पहले गुमला के बाजार में आ गया है. जबकि पुट्टू एक सप्ताह पहले बाजार में बिक्री के लिए आया है. बाजार में आते हैं. इनकी डिमांड बढ़ गयी है. सबसे ज्यादा डिमांड पुट्टू की है. गुमला में पुट्टू खाने के शौकीन लोगों की संख्या अधिक है. इसलिए बाजार में जब पुट्टू आया, तो 600 रुपये किलो बिका जो हाथों-हाथ बिक गया.
अभी मिनी लॉकडाउन है. इसके बाद भी आम, जामुन व पुट्टू की बिक्री पर कोई असर नहीं पड़ा है. हालांकि, दूसरे राज्य के व्यापारी गुमला से आम व जामुन खरीदने आते हैं. लेकिन, गाड़ी नहीं चलने के कारण दूसरे राज्य व जिला में गुमला के आम व जामुन नहीं पहुंच रहा है. हालांकि, लोकल बाजार में इसकी अच्छी बिक्री है. गुमला शहर हो या फिर ग्रामीण क्षेत्र के बाजार, हर जगह सड़क के किनारे आम, जामुन व पुट्टू की दुकान देख सकते हैं.
बाजार में जामुन 10 रुपये दोना बिक रहा है. 40 से 50 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से बिक रहा है. वहीं, चुसनी आम 10 रुपये प्रति किलो बिक रहा है जबकि पुट्टू 30 से 40 रुपये दोना बिक रहा है. अभी पुट्टू सस्ता हुआ है. बाजार में 400 से 500 रुपये प्रति किलो बिक रहा है.
महिला किसान सोमारी देवी ने कहा कि वह पालकोट प्रखंड के बघिमा गांव से आयी है और उसे वहां से गुमला आने में 40 व गुमला से गांव जाने में 40 रुपये लग जाता है. इस प्रकार उसे गुमला आकर जामुन बेचने में कुल 80 रुपये खर्च होता है. सोमारी ने बताया कि इसबार जामुन की पैदावार अधिक हुई है. 10 रुपये प्रति दोना जामुन बेच रहे हैं. वह प्रतिदिन 300 से 400 रुपये का जामुन बेच लेती है.
आम की अधिक पैदावार हुई है : किसानपालकोट प्रखंड के पहानटोली गांव की महिला किसान संगीता किंडो, जगमनी किंडो व एतवारी किंडो ने कहा कि देहाती आम जिसे चुसनी आम भी कहते हैं. इसबार आम की अधिक पैदावार हुई है. लॉकडाउन होने के कारण थोड़ा बिक्री प्रभावित है. लेकिन, फिर भी सुबह से शाम तक में सभी आम बेच लेते हैं. यह मौसमी फल है. इसलिए लोग बड़े चाव से खरीदते और खाते हैं.
पुट्टू विक्रेता टोटो देवरस नगर निवासी महेश साहू ने कहा कि पुट्टू 40 रुपये दोना व 500 रुपये किलो बेच रहे हैं. शुरू में जब पुट्टू बाजार में आया, तो हाथोंहाथ बिक गया. अब बाजार में अधिक पुट्टू आने लगा है. इसलिए दाम भी थोड़ा कम हुआ है. पुट्टू की सब्जी मिट (खस्सी) को टक्कर देता है. जंगल में पुट्टू खोजने में मेहनत लगती है. इसलिए इसकी दाम भी अधिक है.
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Posted By : Samir Ranjan.