Coronavirus in Jharkhand (दुर्जय पासवान, गुमला) : गुमला जिले के गांवों में तेजी से कोरोना वायरस बढ़ रहा है. कई गांव पूरी तरह प्रभावित हो रहा है. जिले में 953 गांव है. जिसमें अबतक 778 गांवों तक सर्दी, बुखार, खांसी के लक्षण वाले लोग हैं. गुमला प्रशासन ने सर्वे कराया है. जिसमें 778 गांव में 10 हजार 103 लोग बीमार मिले हैं. इन लोगों में कोरोना जैसे लक्षण है, लेकिन इसमें हजारों लोग अस्पताल में जांच कराने नहीं जा रहे हैं. गांव के ही झाड़-फूंक करने वाले भगत या फिर झोलाछाप डॉक्टर से ग्रामीण इलाज करा रहे हैं. हालांकि, इसमें कई लोग प्रशासन के समझाने के बाद अस्पताल में आकर जांच कराये हैं.
कई गांवों में प्रशासन खुद पहुंचा और पेड़ के नीचे कैंप लगाकर लोगों की कोरोना जांच की गयी. कोरोना टीका भी लगाया गया है. प्रशासन से मिले रिपोर्ट के अनुसार, गुमला में एक्टिव कोरोना मरीज 1535 है. जिसमें 32 मरीज गंभीर है. इन 32 मरीजों का गुमला अस्पताल में इलाज चल रहा है. होम आइसोलेशन में 1503 है. जिन्हें प्रशासन घर में ही रखकर सहिया, सेविका व अन्य माध्यमों से नजर रखे हुए है. इन लोगों को मेडिकल किट भी घर तक पहुंचा कर दिया जा रहा है.
यहां बता दें कि गुमला जिले में 18 मई, 2020 को कोरोना संक्रमण का पहला मरीज घाघरा प्रखंड से मिला था. इसके बाद धीरे-धीरे मरीजों की संख्या बढ़ते गयी और पॉजिटव मरीजों की संख्या 8815 हो गयी. हालांकि, इसमें 7251 मरीज ठीक हो गये हैं और पहले की तरह स्वस्थ होकर अपने कामकाज में लग गये हैं.
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अपर समाहर्ता सह नोडल पदाधिकारी सुधीर कुमार गुप्ता ने कहा कि कोरोना जांच व वैक्सीनेशन के लिए जिले के सभी 159 पंचायतों में व्हाटसअप ग्रुप बनाया जायेगा. जिसमें क्षेत्र के अधिकारी, पंचायत के प्रतिनिधि, बुद्धिजीवी वर्ग को शामिल किया जायेगा. श्री गुप्ता ने बताया कि प्रशासन की नजर गांवों की ओर है. ताकि गांव को कोरोना से सुरक्षित रखा जा सके. उन्होंने व्हाटसअप ग्रुप में बीडीओ, सीओ अपने प्रखंड क्षेत्र के अंतर्गत सभी पंचायतों का जनप्रतिनिधि, सरकारी कर्मी, पंचायत सेवक, जनसेवक, राजस्व कर्मचारी, रोजगार सेवक, गैर सरकारी कर्मी, मानदेय आधारित आंगनबाड़ी सेविका, सहिया, एएनएम, पंचायत स्तरीय प्रतिनिधि और कुछ सामाजिक कार्यकर्ताओं को मिलाकर ग्रुप बनायेंगे.
अलग-अलग पंचायतों के लिए अलग-अलग ग्रुप बनाना है. जिससे हरेक पंचायत की स्थिति प्रतिदिन व्हाटसअप ग्रुप के माध्यम से पता चल सके. इस ग्रुप में नोडल पदाधिकारी सुधीर कुमार गुप्ता को भी जोड़ा जायेगा. ताकि वे पंचायतवार स्थिति की जानकारी ले सकेंगे. व्हाटसअप ग्रुप के माध्यम से प्रचार प्रसार करना है और सूचनाएं भी प्राप्त करना है. इससे बहुत फायदा होगा. हर पंचायत के व्हाट्सअप ग्रुप में उस पंचायत के सभी गांवों के दो-चार सामाजिक और पढ़े लिखे लोगों को भी जोड़े. ताकि कोरोना टेस्टिंग व वैक्सीनेशन के बारे में लोगों को जागरूक किया जा सके. एसी ने कहा कि गांव के लोगों को जागरूक करना जरूरी है.
गुमला डीसी शिशिर कुमार सिन्हा ने ग्रामीण क्षेत्रों में व्यापक रैट आधारित जांच से संबंधित दिशा-निर्देश जारी किये हैं. 25 मई से पांच जून तक सभी प्रखंड के गांवों में रैट आधारित कोविड जांच की जायेगी. श्री सिन्हा ने प्रखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड जांच, होम आइसोलेशन किट के वितरण, एंबुलेंस की उपलब्धता, आइसोलेशन केंद्र की स्थापना, मृत्यु की स्थिति में शवों के प्रबंधन तथा कोविड-19 से बचाव हेतु प्रचार-प्रसार के संबंध में दिशा निर्देश जारी करते हुए उसपर काम करने के लिए सभी अधिकारियों को कहा है.
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– प्रखंड कोविड टास्क फोर्स का गठन करना है. प्रत्येक सप्ताह तीन दिन (सोमवार, बुधवार एवं शुक्रवार) अनिवार्य रूप से बैठक होगी.
– भ्रमण किये जाने वाले गांवों की आबादी तथा संक्रमण की दर का आकलन करते हुए पर्याप्त मात्रा में होम आइसोलेशन किट उपलब्ध करना है.
– ग्रामीण क्षेत्रों में घर-घर सर्वे तथा सर्वे के आलोक में रैट जांच के लिए दो पृथक दलों का पंचायतवार गठन करना है, ताकि जांच तेजी से हो सके.
– सर्वे दल तथा जांच दल के सदस्यों को समुचित प्रशिक्षण दिया जाये. पर्याप्त संख्या में पूर्व प्रिंटेड रिपोर्टिंग फॉर्मेट भी उपलब्ध कराना है.
– सर्वे दल तथा जांच दल को पीपीई किट, रैट किट, पल्स ऑक्सीमीटर, थर्मामीटर, सैनिटाईजर तथा होम आईसोलेशन किट देना है.
– प्रखंड स्तरीय सीएचसी, पीएचसी, स्थानीय हाट-बाजार तथा बीडीओ के कार्यालय परिसर में रैट किट जांच केंद्र की स्थापना होगी.
– आइसोलेशन केंद्र के रूप में कोविड केयर सेंटर की स्थापना का आदेश निर्गत किया करना है. उक्त केयर सेंटर का एक नोडल इंचार्ज होगा.
– कोविड केयर सेंटर (आइसोलेशन केंद्र) हेतु चिकित्सा पदाधिकारी तथा पारा मेडिकल कर्मी नामित किया जायेंगे. जो सभी काम देखेंगे.
– कोविड केयर सेंटर (आइसोलेशन केंद्र) में भोजन, समुचित सुरक्षा, दवा, पल्स ऑक्सीमीटर आदि की उपलब्धता सुनिश्चित की करना है.
– प्रखंड स्तर पर कम से कम दो एंबुलेंस होना जरूरी है. एंबुलेंस चालक का मोबाइल नंबर जारी होगा. प्रखंड स्तरीय कंट्रोल रूम बनेगा.
– प्रत्येक श्मशान घाट, शवदाह गृह, कब्रिस्तान के लिए एक नोडल पदाधिकारी नामित किया जायेगा. मृत व्यक्तियों की विवरणी संधारित होगी.
– प्रचार-प्रसार के लिए दीवार लेखन, पंपलेट, प्रिंट मीडिया अखबार, जिंगल एवं वीडियो इत्यादि का उपयोग करने का निर्देश जारी किया गया है.
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प्रखंड : गांव की संख्या : प्रभावित गांव : प्रभावित व्यक्ति
चैनपुर : 85 : 78 : 395
पालकोट : 73 : 55 : 495
बिशुनपुर : 68 : 64 : 656
कामडारा : 73 : 59 : 623
बसिया : 88 : 83 : 1206
गुमला : 113 : 101 : 3428
सिसई : 88 : 76 : 635
भरनो : 69 : 55 : 875
रायडीह : 61 : 55 : 889
घाघरा : 120 : 66 : 299
डुमरी व जारी : 115 : 86 : 602
कुल : 953 : 778 : 10,103
टोटल सैंपल कलेक्शन : 263830
टोटल निगेटिव केस : 254523
सैंपल रिपोर्ट पेंडिंग : 492
टोटल पॉजिटव केस : 8815
मरीज ठीक हुए : 7251
एक्टिव कोरोना मरीज : 1535
अस्पताल में भर्ती मरीज : 32
होम आइसालेशन मरीज : 1503
Posted By : Samir Ranjan.