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छठ पूजन सामग्रियों की दुकानों में रही भीड़

गुमला. छठ पूजा को लेकर बुधवार को छठ पूजन सामग्रियों की जमकर खरीदारी हुई.

6 गुम 12 में फल की दुकान गुमला. छठ पूजा को लेकर बुधवार को छठ पूजन सामग्रियों की जमकर खरीदारी हुई. छठ पूजा सामग्री की दुकानों विशेष कर फल दुकानों में खरीदारों की भीड़ रही. इस वर्ष फलों के कीमत में विगत वर्ष की भांति ही आंशिक तेजी रही. इसके बावजूद फलों की खरीदारी में कमी नहीं हुई. इस वर्ष केला की कीमत 400 से 700 रुपए कांधी व 50 से 60 दर्जन रहा. वहीं सेब 600 से 700 रुपये पेटी व 100 से 120 रुपए किग्रा, संतरा एक हजार रुपए पेटी व 60 रुपये किग्रा, अनार 180 से 200 रुपए, पानीफल 80 रुपये, बेर 80 से 100 रुपये, अंगूर 140 रुपये, अमरूद 100 रुपये, शरीफा 100 रुपये किग्रा तथा अनानास 60 से 80 रुपए प्रति पीस, नारियल 25 से 30, केतारी 10 से 20 रुपये व डाभ 15 से 50 रुपये प्रति पीस की दर से बिक्री हुई. फोटो है : गजानन समिति ने की छठ घाट की सफाई 6 गुम 5 में सफाई करते युवक बिशुनपुर. आस्था का महापर्व छठ पूजा की व्यापक तैयारी शुरू हो गयी है. पर्व को लेकर बुधवार को गजानन समिति की अगवाई में स्थानीय युवाओं ने चट्टी सेरका स्थित छठ घाट की साफ-सफाई की. इससे पूर्व बीडीओ सुलेमान मुंडरी, अंचलाधिकारी शेखर वर्मा थाना प्रभारी राकेश कुमार, प्रखंड स्थित बनारी हेसराग, तथा कई घाटों का निरीक्षण किया. इस दौरान समिति के सदस्यों को कई निर्देश दिया गया. गजानन समिति के शिशुपाल शर्मा ने बताया कि छठ पूजा में घाटों पर आने वाले श्रद्धालुओं के सुविधा के लिए घाट को दुरुस्त किया जा रहा है. इधर, छठ पूजा को लेकर चट्टी सेरका गांव के युवकों ने मिलकर बुधवार को शिवालय तालाब छठ घाट की साफ-सफाई की. मौके पर प्रकाश गुप्ता, हनि गोस्वामी, शंकर गोस्वामी, गौतम साहू, सचिन ठाकुर, गणेश कुमार, प्रदीप सिह, बिंदेश्वर उरांव, सीता राम सिंह, बिंदेश्वर साहू, निरज गुप्ता, रिंकू गिरी मौजूद थे. लीड के साथ.. गांव से लेकर शहर तक छठ महापर्व का उत्साह प्रभात खबर टीम, गुमला गुमला जिला के सभी 12 प्रखंड छठ महापर्व की भक्ति से सराबोर हो गया है. चारों तरफ छठ मईया के गीत गूंज रहे हैं. छठव्रतियों ने बुधवार को अंतिम दिन खरीदारी की. शहर से लेकर गांव तक उत्साह है. गुमला जिले के बिशुनपुर, घाघरा, रायडीह, चैनपुर, डुमरी, जारी, भरनो, सिसई, पालकोट, बसिया व कामडारा प्रखंड में छठ पर्व की तैयारी पूरी हो गयी है. सभी प्रखंडों में फल व छठ सामग्री की दुकानों में भीड़ देखी गयी. वहीं देर शाम को छठव्रतियों ने खरना किया. श्रद्धालू छठव्रतियों के घर पहुंचकर प्रसाद ग्रहण किये. देर शाम से शुरू हुए प्रसाद खाने का दौर रात 10 बजे तक चलता रहा. इधर, सभी छठ तालाब, घाट, नदी के तट छठव्रतियों के लिए साफ सुथरा कर दिया गया है. ताकि छठव्रती स्वच्छ वातावरण में भगवान सूर्य को अर्घ्य दे सके. छठ को लेकर प्रशासन भी तैयार है. सभी छठ घाट के लिए मजिस्ट्रेट व पुलिस बल की तैनाती कर दी गयी है. टोटो में उत्साह प्रस्तावित प्रखंड टोटो में छठ महापर्व को लेकर उत्साह है. बुधवार को खरना हुआ. श्रद्धालु खीर भात खाने के लिए छठव्रतियों के घर पहुंचे. वहीं डूबते सूर्य को अर्घ्य देने की पूरी तैयारी कर ली गयी है. छठ घाट व तालाब की सफाई पूरी कर ली गयी है. खटवा नदी में दर्जनों छठव्रति पूजा करेंगे. नागफेनी नदी छठव्रतियों के स्वागत के लिए तैयार नागफेनी कोयल नदी तट में भगवान सूर्य को अर्घ्य देने के लिए आज व कल हजारों श्रद्धालु उमड़ेंगे. छठ को लेकर छठ पूजा समिति नागफेनी के लोगों ने बेहतर तैयारी की है. नदी तट के किनारे लाइटिंग की व्यवस्था है. वहीं हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए गुमला पुलिस भी अलर्ट है और यहां सुरक्षा बढ़ा दी गयी है. 24 घंटे यहां पुलिस डयूटी कर रहे हैं. वहीं इस बार छठव्रती सूर्य भगवान की भी पूजा कर सकेंगे. क्योंकि सूर्य मंदिर बनकर तैयार है. जहां अर्घ्य के बाद पूजा के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ेगी. न्यू विशाल क्लब ने की मेहनत गुमला शहर के सिसई रोड स्थित छठ तालाब की सफाई करने व सुंदर बनाने में न्यू विशाल क्लब ने मेहनत की है. क्लब के लोगों ने कहा कि इसबार प्रशासन द्वारा ज्यादा सहयोग नहीं किया गया है. मुन्ना विश्वकर्मा ने कहा कि भक्तों के लिए तालाब में सेल्फी प्वाइंट बनाया जा रहा है. 1981 से क्लब द्वारा छठ तालाब को सुंदर बनाने का काम करते आ रहा है. वहीं 1972 ईस्वी से हरिकीर्तन हो रहा है. खरना संपन्न, डूबते सूर्य को अर्घ्य आज : सिसई रोड छठ तालाब व वन तालाब में पानी के ऊपर पूजा पंडाल में भगवान सूर्य की प्रतिमा स्थापित की जायेगी. प्रतिनिधि, गुमला लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा के दूसरे दिन शनिवार को छठव्रतियों ने खीर का भोग लगाया. छठव्रतियों ने नदी व तालाब में स्नान कर शुद्ध होने के बाद खीर भोजन बनाया और पूजा-पाठ के बाद खीर को प्रसाद के रूप में भोग लगाया. छठव्रतियों के भोग लगाने के बाद श्रद्धालुओं के बीच खीर प्रसाद का वितरण किया. इस दौरान छठव्रतियों के घर प्रसाद ग्रहण करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही. अब सात नवंबर (गुरुवार) को छठव्रतियों द्वारा भगवान सूर्य को संध्या अर्घ्य एवं आठ नवंबर (शुक्रवार) की सुबह में अर्घ्य प्रदान किया जायेगा. इधर, छठ पूजा को लेकर छठ घाटों को भी छठ पूजा के लिए तैयार करने का काम तेजी से चल रहा है. सात नवंबर को दोपहर तीन बजे तक छठ घाट पूजा के लिए तैयार हो जायेगा. वहीं सिसई रोड स्थित छठ तालाब (भट्ठी तालाब) व वन तालाब में विगत सालों की भांति इस साल भी तालाब में पानी के ऊपर अस्थायी सूर्य मंदिर का निर्माण कराकर प्रतिमा स्थापित की जायेगी. उक्त पूजा पंडाल में अधिकतम 10 से 15 श्रद्धालु प्रवेश कर भगवान सूर्य का दर्शन कर सकेंगे. बतातें चले कि पूर्व में सिसई रोड तालाब के लिए थर्माकोल का सूर्य मंदिर बनाया जाता था. सिसई रोड गांधी नगर के मोहन पासवान द्वारा बनाये गये सूर्य मंदिर को तालाब के बीच में रखा जाता था. जो तालाब में छठ पूजा के दौरान मुख्य आकर्षण का केंद्र रहता था. मोहन पासवान द्वारा वर्ष 2001 में थर्माकॉल से सूर्य मंदिर बनाने की परंपरा शुरू की गयी थी. यह परंपरा अब अनवरत जारी है. अब हर साल अलग-अलग अंदाज में अस्थायी सूर्य मंदिर की स्थापना की जाती है.

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