यीशु ख्रीस्त को जो दिल में रखते हैं, वे कभी राह नहीं भटकते: बिशप लीनुस
ख्रीस्त विश्वासियों ने हर्षोल्लास से मनाया ख्रीस्त राजा का पर्व
गुमला.
जिले के ख्रीस्त विश्वासियों ने रविवार को ख्रीस्त राजा का पर्व हर्षोल्लास से मनाया. मौके पर गुमला धर्मप्रांत के सभी चर्चों में पवित्र मिस्सा व क्रूस की आराधना की गयी. इस निमित्त संत पात्रिक महागिरजा गुमला में भी क्रूस की आराधना की गयी. इससे पहले संत पात्रिक महागिरजा परिसर में पवित्र संक्रामेत की आशीष के बाद ख्रीस्त विश्वासियों ने शहर में शोभायात्रा निकाली गयी, जो सिसई रोड, टावर चौक से थाना रोड होते हुए लोहरदगा रोड, पटेल चौक से मेन रोड होते हुए पुन: टावर चौक व सिसई रोड होते हुए संत पात्रिक महागिरजा पहुंच कर संपन्न हुई. शोभायात्रा में गुमला धर्मप्रांत के धर्माध्यक्ष बिशप लीनुस पिंगल एक्का व संत इग्नासियुस के रेक्टर फादर फ्लोरेंस कुजूर फूलों से सजी हुई गाड़ी में पवित्र संक्रामेत लेकर चल रहे थे. वहीं शोभायात्रा में शामिल लोग यीशु ख्रीस्त राजाओं के राजा हैं, यीशु ख्रीस्त हमारे राजा हैं समेत अन्य उदघोष के साथ चल रहे थे. बिशप ने कहा कि यीशु ख्रीस्त राजाओं के राजा हैं. साथ ही वे हमारे दिलों के भी राजा हैं, जिसे हमें अपने सिंहासन रूपी दिल में राजा की तरह बसा कर रखते हैं. बिशप ने कहा कि राजा का काम प्रजा की रक्षा करना है. उसी प्रकार यीशु ख्रीस्त भी हमारी आध्यात्मिक रूप से रक्षा करते हैं. वे हमें पापों से बचाते हैं और शैतान के प्रपंचों को विफल करते हैं, ताकि हम भटके नहीं. बिशप ने कई लोग राजनीतिक राजा हो सकते हैं, परंतु यीशु ख्रीस्त हमारे दिलों के राजा हैं. जो यीशु ख्रीस्त को अपने दिल में रखते हैं. वे कभी राह भटकते नहीं हैं. यीशु ख्रीस्त हमेशा हमारी रक्षा करते हैं. यीशु ख्रीस्त सबों के बीच प्रेम बांटते हैं. यीशु ख्रीस्त की तरह ही समस्त ख्रीस्त विश्वासी भी प्रेम बांटे. संत इग्नासियुस के रेक्टर फार फ्लोरेंस कुजूर ने प्रवचन दिया और ख्रीस्त विश्वासियों को ख्रीस्त राजा की जीवनी से अवगत कराया. साथ ही ख्रीस्त राजा को अपने दिल में बसा कर रखने की बात कही. शोभायात्रा में फादर जेफ्रेनियुस तिर्की, फादर जेरोम एक्का, फादर नीलम, फादर मिलियानुस सारस, फादर पीटर तिर्की, फादर कुलदीप खलखो, फादर मुनसन बिलुंग, फादर फुलजेंस, फादर जीतन कुजूर, फादर प्रफुल्ल एक्का, फादर नवीन कुल्लू, सिस्टर हिरमिला लकड़ा, सिस्टर ललिता, सिस्टर निवेदिता, सिस्टर सुष्मिता सिस्टर निर्मला, सिस्टर मायगी, सिस्टर शालिनी, सिस्टर शशि किंडो, सेत कुमार एक्का, फ्लोरा मिंज, जयंती तिर्की, त्योफिल विलुंग, लगनू ललित तिग्गा, रोबर्ट टोप्पो, प्रेम एक्का, थियोदोर खलखो, चंदन दोमनिक मिंज, त्योफिल खलखो, नीलम प्रकाश लकड़ा, जेराल्ड संजय बाड़ा, एरेनियुस मिंज, फ्रांसिस, मनोज कुजूर, सुमित तिग्गा, दामियन तोपनो, पात्रिक केरकेट्टा, ग्रेगोरी तिर्की, अजीत कुजूर, तिंतुस कुजूर, रजनी पुष्पा तिर्की, दिव्या सरिता मिंज, मंजू बेक, विवयानी लकड़ा, लीली कल्याणी मिंज आदि शामिल थे.कई जगहों पर हुई पवित्र संक्रामेत की आराधना:
शोभायात्रा के दौरान डुंबरटोली मोड़, संत इग्नासियुस गेट, लिवंस हॉस्टेल गेट, प्रकाश होटल, टावर चौक, बहेरा दुकान, बाबर गली, थाना चौक, पटेल चौक मेन रोड समेत कई जगहों पर पवित्र संक्रामेत की आराधना की गयी. शोभायात्रा में शामिल ख्रीस्त विश्वासियों पर पुष्पवर्षा की जा रही थी. ख्रीस्त विश्वासी अपने हाथों में छोटे-छोटे रंग-बिरंगे झंडे थामे थे.शोभायात्रा की शोभा बढ़ा रही थी ताजिया:
ख्रीस्त राजा पर्व को लेकर विभिन्न गांवों की मंडलियों व छात्रावासों द्वारा आकर्षक ताजिया बनायी गयी थी. ख्रीस्त विश्वासी शोभायात्रा के दौरान ताजिया को साथ लेकर चल रहे थे. सभी ताजिया को आकर्षक रूप से सजाया गया था. प्राय: ताजिया कहीं न कहीं के चर्च के प्रारूप की तरह थी, जो शोभायात्रा की शोभा बढ़ा रही थी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है