लंबी जिंदगी जीने के लिए हेलमेट पहन कर गाड़ी चलायें : आरटीओ
गुमला में आज सड़क सुरक्षा को लेकर जागरूकता रैली निकाली जायेगी
गुमला. दक्षिणी छोटानागपुर के आरटीओ हरिवंश पंडित ने कहा है कि हेलमेट नहीं पहनने से सबसे अधिक मौतें गुमला में हो रही हैं. यहां सबसे अधिक सड़क हादसे होते हैं. लेकिन सबसे अधिक मौत का कारण हेलमेट नहीं पहनने से हो रही है. उन्होंने लोगों से अपील की है कि हेलमेट जरूर पहनें. क्योंकि आपके घर में आपका कोई इंतजार कर रहा है. श्री पंडित मंगलवार को गुमला के चंदाली स्थित डीटीओ ऑफिस में जागरूकता फैलाने के लिए विभिन्न मीडिया समूह के बीच हेलमेट का वितरण किये. सभी लोगों से हेलमेट पहन कर चलने की अपील की. पत्रकारों ने भी लोगों से हेलमेट का उपयोग करने की अपील की है. श्री पंडित ने कहा है कि घर से जब भी निकले, गाड़ी चला रहे हैं, तो हेलमेट पहन लें. उन्होंने जिला परिवहन विभाग को निर्देश दिया कि गुमला जिले में जितने पेट्रोल पंप हैं, वहां नो हेलमेट नो फ्यूल का बोर्ड लगाया जाये और इसका सख्ती से पालन किया जाये. गुमला जिले में जिस प्रकार सड़क हादसे हो रहे हैं. यह किसी के लिए ठीक नहीं है. पहले गुमला में हत्या व नक्सली घटनाएं अधिक होती थी. परंतु अब सड़क हादसे सबसे अधिक होने लगी हैं और इसमें लोगों की जान जा रही है. उन्होंने डीटीओ को निर्देश दिया कि स्कूलों और कॉलेज में जागरूकता अभियान चलायें. गुमला में कैंप लगा कर सभी ऑटो के कागजातों की जांच करते हुए उनकी जो समस्याएं हैं, उन्हें भी दूर करें. फरवरी माह में कैंप लगाने का निर्देश दिया गया है. मौके पर पत्रकारों ने बताया कि रांची में जब भी किसी दूसरे जिले की गाड़ी घुसती है, तो रांची ट्रैफिक द्वारा उनलोगों को बेवजह जांच कर परेशान किया जाता है. इसलिए अब अधिकांश लोग गुमला में रहते हुए भी रांची के नंबर की गाड़ी खरीद रहे हैं. आरटीओ ने कहा कि इस मामले को वे रांची में जब भी बैठक होगी, तो वे रखेंगे. डीटीओ राकेश कुमार गोप ने कहा कि गुमला जिले में सड़क हादसे को रोकने के लिए लगातार जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. 29 जनवरी को गुमला में जागरूकता रैली निकाली जायेगी. सदर अस्पताल में रक्तदान कैंप का भी आयोजन किया गया है. साथ ही नेत्र जांच भी अस्पताल परिसर में होगी. उन्होंने गुमला के लोगों से कार्यक्रम में भाग लेने की अपील की. मौके पर एमवीआइ रॉबिन अजय मिंज, प्रधान लिपि त्रिभुवन निराला, तकनीकी पदाधिकारी प्रभाष कुमार, मंटू रवानी आदि उपस्थित थे.
समस्याओं को सुन समाधान करने का दिया आश्वासन
गुमला. डीसी कर्ण सत्यार्थी की अध्यक्षता में मंगलवार को साप्ताहिक जन शिकायत निवारण दिवस का आयोजन किया गया. इसमें जिले के दूर-दराज क्षेत्रों से आये नागरिकों ने अपनी समस्याओं को डीसी के समक्ष रख निदान करने की मांग की. कांसिर डांड़ीअंबा के ग्रामीणों ने गांव की खराब सड़क को बनवाने की मांग की. गुमला के सोसो ग्राम निवासी जय देवी ने जान-माल की सुरक्षा की गुहार लगायी. गुमला निवासी रानी देवी ने अपने पति की सड़क दुर्घटना में मृत्यु के बाद मुआवजा राशि की मांग की. सिसई निवासी दिव्यांग किसान ने अपनी आर्थिक कठिनाइयों की जानकारी देते हुए सहायता करने की गुहार लगायी. पालकोट प्रखंड के बाघिमा निवासी टोहन चीक बड़ाइक ने अपनी आदिवासी जमीन पर हो रहे विवाद व फर्जीवाड़ा की शिकायत की. पालकोट बघिमा के ग्रामीणों ने विद्यालय के पास दीवार बनने के कारण आवागमन में हो रही कठिनाइयों से डीसी को अवगत कराया और समाधान करने की मांग की. इसके अलावा अन्य आवेदकों ने जमीन विवाद, आपसी विवाद, बैटरी चालित रिक्शा, रोजगार सहित विभिन्न समस्याओं से डीसी को अवगत करा निदान करने की मांग की. डीसी ने संबंधित विभागों को आवेदनों को अग्रसारित करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिये. डीसी ने सभी को आश्वासन दिया कि जिला प्रशासन उनकी समस्याओं के समाधान के लिए सदैव तत्पर है.अतिक्रमण पर चला बुलडोजर, प्रशासनिक कार्रवाई से हड़कंप
घाघरा. घाघरा प्रखंड मुख्यालय में अंचलाधिकारी आशीष कुमार मंडल के नेतृत्व में मंगलवार को अतिक्रमण हटाया गया. इस दौरान चांदनी चौक व गुमला रोड जिसे पूर्व में अतिक्रमण को हटाने को लेकर नोटिस दिया गया था. अतिक्रमण नहीं हटाने के बाद प्रशासन ने जेसीबी लगा कर अतिक्रमण हटाया. जैसे जेसीबी अतिक्रमण हटाने लगा लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी, कई लोगों के दुकान तोड़े गये तो, कई के छज्जा तोड़ा गया. वहीं कई दुकानदार सीओ के समक्ष गिड़गिड़ाते नजर आये. दुकानदारों का कहना है कि इस जगह से हमारा पूरा परिवार का भरण-पोषण होता है. थोड़ी सी जगह छोड़ दीजिये, ताकि हम अपने-अपने परिवार का भरण पोषण कर सके. सीओ ने कहा कि उपायुक्त के निर्देश पर अतिक्रमण को चिह्नित किया जा रहा है. सबसे पहले अतिक्रमण वाद में आदेश पारित करते हुए अतिक्रमण हटाने का नोटिस निर्गत किया गया पर कुछ लोगों ने अतिक्रमण नहीं हटाया. इसके बाद पुनः चेतावनी पत्र जारी किया गया और चेतावनी पत्र की अवधि समाप्त होने के बाद भी अतिक्रमण नहीं हटाने पर पुलिस बल के साथ अतिक्रमण को हटाया गया है. अधिकांश लोगों ने स्वयं अतिक्रमण हटाना शुरू कर दिये, इसलिए प्राथमिकी दर्ज नहीं की गयी.योग्य लाभुकों तक योजना का लाभ पहुंचायें : एसडीओ
सिसई(गुमला). गुमला अनुमंडल के एसडीओ राजीव नीरज का मंगलवार को कड़ा रूप देखा गया. सिसई प्रखंड के कई विभागों के अधिकारियों को उन्होंने फटकार लगायी. साथ ही काम के प्रति ईमानदार बनने व कार्यशैली में सुधार करने का निर्देश दिया गया. एसडीओ मंगलवार को सिसई प्रखंड के सभागार में जनप्रतिनिधि व विभागीय अधिकारियों के साथ प्रखंड स्तरीय समीक्षा बैठक की. इस दौरान उन्होंने बारी-बारी से प्रखंड में कार्यरत विभागों से संचालित योजना और उसकी भौतिक स्थिति की जानकारी प्राप्त की. बैठक में मुखिया व पंचायत समिति सदस्यों द्वारा विभागीय अधिकारियों पर योजनाओं की जानकारी नहीं देने, कस्तूरबा व अन्य स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण भोजन नहीं मिलने, सभी पंचायतों में भारी मात्रा में जलमीनार और चापाकल खराब होने, आवास के लिए बालू नहीं मिलने जैसी तमाम शिकायत करने पर एसडीओ ने बीइइओ, पशुपालन अधिकारी, पीएचइडी जेइ, जेएसएलपीएस, कृषि एटीएम-बीटीएम को फटकार लगायी. एसडीओ ने उपरोक्त पदाधिकारी को कार्यशैली में सुधार लाने और सभी विभाग के अधिकारियों को वार्ड सदस्य से लेकर पंचायत के सभी जनप्रतिनिधियों को योजनाओं की समय पर जानकारी देने और योजना संचालन करने में उनकी भागीदारी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि पारदर्शिता के साथ योग्य लाभुकों तक सरकारी योजना का लाभ पहुंचायें. उन्होंने जनप्रतिनिधियों को पूरी सक्रियता के साथ अपने-अपने क्षेत्र के पीडीएस दुकान, स्कूल, आंगनबाड़ी केंद्र, स्वास्थ्य उपकेंद्र आदि का समय-समय पर निरीक्षण करने और निरीक्षण पंजी में अपनी टिप्पणी लिखने के साथ कमी मिलने पर तत्काल संबंधित अधिकारी को इसकी शिकायत करने के लिए कहा. मौके पर बीडीओ, प्रमुख मीणा देवी, सीओ नितेश खलखो, माइनिंग इंस्पेक्टर नीरज कुमार समेत सभी विभागों के अधिकारी, मुखिया व पंसस उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है