Jharkhand News (रांची) : रीयल लाइफ में झारखंड के फुनसुख वांगडू यानी ज्ञान राज सोमवार की रात (23 अगस्त, 2021) महानायक अमिताभ बच्चन के सवालों का जवाब देंगे. रांची के नगड़ी निवासी ज्ञान राज KBC के 13वें सीजन के पहले एपिसोड में हॉट सीट पर दिखेंगे. सोमवार की रात 9 बजे KBC के 13वें सीजन का पहला एपिसोड प्रसारित होगा. इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर चुके ज्ञान राज फिलहाल नगड़ी स्थित एक स्कूल में बतौर शिक्षक अपनी सेवाएं दे रहे हैं.
प्रभात खबर डॉट कॉम से बात करते हुए ज्ञान राज बताते हैं कि KBC में जाने की प्रक्रिया उनकी भी वैसे ही शुरू हुई जैसे बाकी लोगों की होती है. उनसे अमिताभ बच्चन सवाल पूछ रहे थे जिसका वो जवाब दे रहे थे. उन्होंने कहा कि कई लोगों को ऐसा लगता है कि एक सवाल का जवाब देने पर उनका सलेक्शन KBC के लिए हो जाता है, लेकिन ऐसा नहीं है. उसके बाद भी कई प्रकार की प्रक्रियाएं होती है. इंटरव्यू होता है. जीके राउंड होता है. इसके बाद ही चयन होता है. उन्होंने बताया कि इसके लिए उन्होंने कोई खास तैयार नहीं की थी. KBC में इस बात का खास ध्यान रखा जाता है कि लोग अपने जीवन में क्या कर रहे हैं. अगर उन्हें लगता है कि व्यक्ति अपने जीवन में कुछ खास कर रहा है, तो उसका चयन करते हैं.
ज्ञान राज बचपन से ही पढ़ाई में बहुत तेज थे. उन्होंने रांची से ही अपनी पढ़ाई पूरी की. 10वीं तक की पढ़ाई नगड़ी से, फिर संत जेवियर्स कॉलेज से इंटर की पढ़ाई की. वर्ष 2012 में वो स्टेट टॉपर रहे थे. इसके बाद उन्होंने BIT मेसरा से इंजीरनियरिंग की पढ़ाई की. फिलहाल वो अपने पिता के स्कूल में बच्चों को फिजिक्स और मैथ्स पढ़ाते हैं.
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ज्ञान राज ने बताया की जब वर्ष 2012 में वो 12वीं के स्टेट टॉपर बने, तो उन्हें इसरो की तरफ से ऑफर आया था कि वहां जाकर वो इंजीनियरिंग कर सकते हैं. पर, पारिवारिक कारणों से ज्ञान वहां जा नहीं पाये और रांची से ही पढ़ाई पूरी की. इसलिए वो आज अपने स्कूल में बच्चों को इसरो जाने की ट्रेनिंग देते हैं. उनका कहना है कि वो अपने बच्चों को इस तरह से तैयार करेंगे कि भले वो इसरो नहीं जा पायें, पर उनके स्कूली बच्चे इसरो जा रहे हैं.
रांची के ज्ञान राज प्रधानमंत्री प्रिंसिपल साइंटिफिक एडवाइजर कमेटी (Prime Minister Principal Scientific Advisory Committee) के सदस्य भी हैं. उन्होंने बताया कि उनके PSA चाहते थे कि नीति निर्माण में उनलोगों को भी जगह दी जाये, जो फील्ड में काम कर रहे हों. इसलिए वर्ष 2019 में उनलोगों को आमंत्रित किया गया था जो तकनीक के माध्यम से जमीन पर काम कर रहे हैं. इसमें 100 लोग थे जिसमें से इनका भी चयन हुआ था. उन्होंने कहा कि जन जीवन मिशन के लिए भी उनका योगदान रहा. ज्ञान ने कहा कि झारखंड में बच्चों के अंदर काफी संभावनाएं हैं. बस उन्हें प्रॉपर गाइडेंस की जरूरत है.
यह पूछे जाने पर कि प्राइज मनी जीतने पर उस राशि का क्या करेंगे, इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि प्राइज मनी जीतने के बाद स्कूल और शिक्षा को आगे बढ़ाएंगे. साथ ही जल्द ही ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर बच्चों को पढ़ाने का काम भी करेंगे.
Posted By : Samir Ranjan.