गुमला जिला स्थित कामडारा प्रखंड के तुरबुल मिशनटोली के कब्रिस्तान में शव दफनाने गये लोगों पर भंवरों ने हमला कर दिया. हमले में भौरों ने 50 से अधिक लोगों को डंक मारा, जिसमें 30 लोगों की स्थिति गंभीर है. सभी घायलों का इलाज कामडारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चल रहा है. हालांकि डॉक्टरों ने इलाज के बाद सभी को खतरे से बाहर बताया है. इधर, भंवरों के हमले के बाद घंटों तक शव का दफन क्रिया रुक गयी थी.
हमले के बाद लोग शव छोड़ कर फरार हो गये, वहीं कुछ लोग शव के समीप कपड़ा लपेट कर बैठ गये. भंवरों के हमले में घायल लोगों में आरोशी अनिशा केरकेट्टा, अनुराग केरकेट्टा, पुरोहित पॉल विजय कुजूर, पादरी विश्राम कंडुलना, मनबहाल तिड़ू, कुनूल तोपनो, हेमंत मिंज, डेविड तोपनो, केडेशन तोपनो,
केडेया तोपनो, ज्योति कोनगाड़ी, अजय मुंडू, सुनीता हेमरोम, जोन कोंगाड़ी, इमिल बरला, जीवन केरकेट्टा, दिलबर केरकेट्टा, शिवलन सुरीन, रोयन होरो, इलियस नाग, विल्सन भेंगरा, सुधन सिंह, अविनाश केरकेट्टा, सुमन सरोज केरकेट्टा, जैशन तोपनो, अनिल कुजूर, ज्योति कोंगाड़ी, पौलुस तोपनो, पीटर तोपनो, नवीन केरकेट्टा समेत 50 लोग शामिल हैं.
ज्ञात हो कि भवन निर्माण विभाग सराईकेला के एसडीओ नीरल केरकेट्टा (52 वर्ष) का आकस्मिक निधन शनिवार की देर रात पैतृक गांव तुरबुल मिशनटोली में हो गया. मृतक की पत्नी हेलेन तोपनो रांची जिला में पुलिस की नौकरी करती है. मृतक के परिजनों ने बताया की नीरल करीब एक सप्ताह पूर्व गांव आये थे. दो दिन से स्वास्थ्य खराब था.