बिशुनपुर प्रखंड में दो अलग-अलग नदियों में आयी बाढ़ में बहने से एक वृद्ध पुरुष व एक महिला की मौत हो गयी. ग्रामीणों ने दोनों शवों को नदी से बरामद किया है. पहली घटना बनालात स्थित पुल विहीन घाघरा नदी में घटी. जहां कटिया गांव निवासी 55 वर्षीय बलदेव उरांव की मौत नदी में आयी बाढ़ में बहने से हो गयी.
जबकि दूसरी घटना थाना क्षेत्र के सातो कोटा नदी में घटी. जहां 60 वर्षीय सावनी देवी की नदी की तेज धारा में बहने से मौत हो गयी. घाघरा नदी में बहे बलदेव के शव को प्रशासन व ग्रामीणों ने मिलकर खोजा और नदी से निकाला. वहीं सातो नदी में बहे सावनी देवी के शव को ग्रामीणों ने बरामद कर अंतिम संस्कार कर दिया.
जानकारी के अनुसार लालदेव उरांव अपने गांव कटिया से सोमवार को बनारी स्थित लगनेवाला साप्ताहिक हाट सामान लेने निकला था. लौटने के क्रम में पुल विहीन घाघरा नदी में बने चेकडैम के सहारे नदी पार कर रहा था. तभी अचानक नदी उफनने लगी. नदी की लहर में बलदेव बह गया. इसके बाद से बलदेव गायब था.
मंगलवार की सुबह पत्नी सनमइत देवी ने पति के घर नहीं पहुंचने की सूचना गांव के लोगों को दी. जिसके बाद ग्रामीणों को शक हुआ और वे घाघरा नदी की ओर गये. जहां बाढ़ कम होने के दौरान चेकडैम से दो किलोमीटर दूर लीला डेरा नामक स्थान में नदी के किनारे बालू में शव दबा हुआ मिला. इसकी सूचना बिशुनपुर थाना को दी गयी. दिन के 12.00 बजे थाना प्रभारी सदानंद सिंह पहुंचकर शव को कब्जे में कर पोस्टमार्टम के लिए गुमला भेजा.