झारखंड में मानव तस्करी की शिकार होने से बची आदिवासी महिला, अपहरण के बाद पुलिस ने कराया मुक्त

झारखंड के गुमला जिले से पुलिस ने अपहरण कर रखी गयी चतरा की आदिवासी महिला को मुक्त कराया. इस मामले में दो युवकों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. पीड़िता की मानें, तो एक महीने पहले उसे घर से अगवा कर लिया गया था.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 6, 2021 11:15 AM
an image

Jharkhand News, गुमला न्यूज (दुर्जय पासवान) : झारखंड के चतरा जिले के पिपरवार थाना की एक विवाहित महिला मानव तस्करी की शिकार होने से बच गयी. दो युवकों ने महिला को बेचने के इरादे से एक माह पहले अपहरण कर लिया था. पुलिस ने उसे गुमला से मुक्त कराया.

चतरा की आदिवासी महिला को गुमला के पालकोट थाना के टेंगरिया इलाके में छिपाकर रखा गया था. परंतु ऐन वक्त पर महिला की सूझबूझ के बाद पालकोट पुलिस ने महिला को मुक्त कराया और उसके परिवार को सौंप दिया. इस संबंध में महिला ने पिपरवार थाने में दो युवकों के खिलाफ केस दर्ज कराया है. जुनैद उर्फ जैकी व एक अन्य युवक को आरोपी बनाया गया है.

Also Read: झारखंड के हजारीबाग से मैट्रिक पास करने वाली आदिम जनजाति बिरहोर की पहली लड़की है पायल, मिले इतने अंक

पालकोट थाना के थानेदार राहुल कुमार झा ने बताया कि सूचना मिलने के बाद महिला को टेंगरिया गांव से मुक्त कराकर उसके परिजनों को सौंप दिया गया है. इस मामले में पालकोट थाना में किसी प्रकार का केस दर्ज नहीं हुआ है. चूंकि यह मामला पिपरवार थाने का था. इसलिए पीड़िता ने पिपरवार थाने में केस दर्ज कराया है.

आदिवासी महिला ने थाने में शिकायत कर कहा है कि जुनैद और उसका साथी उसे घर के सामने से अगवा किया और गुमला जिले के पालकोट थाना के गांव में बंधक बनाकर रखा. जहां से पुलिस ने एक महीने बाद उसे रेस्क्यू किया है. पीड़िता के अनुसार एक जुलाई की रात करीब 11 बजे एक मोटरसाइकिल की आवाज सुनकर महिला दरवाजा खोली. तभी बाइक में सवार दो लोगों ने उसे खींचकर बाइक पर बैठा लिया और जंगल के रास्ते बीजूपाड़ा चोरेया मोड़ ले गये. वहां उसे एक सप्ताह तक रखा. उसके बाद उसे गुमला के टेंगरिया गांव ले गये.

Also Read: Judge उत्तम आनंद हत्याकांड की CBI जांच शुरू, दिल्ली से झारखंड पहुंची स्पेशल टीम ने ली पूरी डिटेल्स

करीब 25 दिन बीतने के बाद मौका पाकर पीड़िता ने अपनी मां और पति से फोन पर बात की और पूरी आपबीती सुनायी. इसके बाद दो अगस्त को उसकी मां व अन्य परिजन पालकोट थाना पहुंचे और पुलिस को पूरी कहानी बतायी. इसके बाद पुलिस ने छापामारी कर पीड़िता को बरामद किया और परिजनों को सुपुर्द कर दिया.

Posted By : Guru Swarup Mishra

Exit mobile version