Gumla News: दो पुरोहित और एक ब्रदर को श्रद्धांजलि, 4 राज्यों के 50 हजार इसाई मिशनरी जुटे

अंबिकापुर के बिशप द्वारा पवित्र मिस्सा बलिदान अर्पित किया गया. मिस्सा पूजन के दौरान पवित्र बाइबल का बालिकाओं द्वारा नृत्य करते हुए वेदी तक लाया गया.

By Kunal Kishore | September 2, 2024 6:21 PM
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Gumla News : गुमला जिला अंतर्गत पालकोट प्रखंड के करौंदाबेड़ा चर्च परिसर में ख्रीस्त समाज के तीन पुरोहित फादर लौरेंस कुजूर, फादर जोसेफ डुगंडुग व ब्रदर अनुप अमर इंदवार की 30वीं पुण्यतिथि मनायी गयी. इस अवसर पर शहीद मेला लगा. जिसमें झारखंड, ओड़िशा, छत्तीसगढ़ व बिहार राज्य के कई पुरोहित व धर्मबहनों ने भाग लिया.

50 हजार से ज्यादा लोगों ने लिया भाग

50 हजार से अधिक इसाई मिशनरियों की भीड़ थी. मुख्य अनुष्ठाता अंबिकापुर धर्मप्रांत के धर्माध्यक्ष अंतोनीस बाड़ा, गुमला धर्मप्रांत के धर्माध्यक्ष बिशप लीनुस पिंगल एक्का व गुमला के विकर जनरल फादर जेफरेनियुस तिर्की थे. साथ ही अतिथि के रूप में सांसद सुखदेव भगत, गुमला विधानसभा के विधायक भूषण तिर्की व सिमडेगा विधायक भूषण बाड़ा थे. कार्यक्रम की शुरूआत सर्वप्रथम तीनों शहीद पुरोहितों के कब्र में पुष्पांजलि अर्पित कर किया गया. इसके बाद सभी अतिथियों को वेदी तक फूल माला बरसाते हुए लाया गया. अंबिकापुर के बिशप द्वारा पवित्र मिस्सा बलिदान अर्पित किया गया. मिस्सा पूजन के दौरान पवित्र बाइबल का बालिकाओं द्वारा नृत्य करते हुए वेदी तक लाया गया. जिसे पुरोहितों ने चूमते हुए वेदी में चढ़ाया. मिस्सा पूजन के दौरान चढ़ावा अर्पित किया गया.

क्या कहते हैं बिशप ?

अंबिकापुर धर्मप्रांत के धर्माध्यक्ष अंतोनीस बाड़ा ने अपने संदेश में कहा है कि ईश्वर की असीम योजना को हम मानव कभी नहीं समझ पायेंगे. ईश्वर जिसे देना चाहते हैं. उसे अपनी कृपा देते हैं. ईश्वर के अनुसार ही सब कुछ होता है. आज हम तीस साल पहले हुए हमारे पुरोहितों की पुण्यतिथि समारोह मना रहे हैं. वहीं गुमला धर्मप्रांत के धर्माध्यक्ष बिशप लीनुस पिंगल एक्का ने कहा कि ईश्वर से प्यार करने वाले लोग इस दुनिया में आये और लोगों के बीच प्रेम, दया और शांति का संदेश दिया. लेकिन इस संसार में शैतान को नहीं भाया और उनकी हत्या कर दिया गया. तीनों शहीद पुरोहित सत्य की रक्षा करने के लिए इस दुनिया में आये थे.

हम जहां भी हैं, अपने कर्तव्यों क निर्वाहन करें : सांसद

लोहरदगा सांसद सुखदेव भगत ने कहा है कि पुरोहितों का जीवन समर्पण, त्याग, बलिदान से भरा पड़ा है. जिसे हम भुला नहीं सकते. पालकोट के करौंदाबेड़ा चर्च में रहते हुए तीनों शहीद पुरोहितों को भूला नहीं सकते हैं. ईश्वर के सबसे नजदीक रहने वाले हमारे पुरोहितों को हम सदैव याद करें. अपने कर्तव्य को निभाते हुए तीनों बलिदान हुए. आज तीनों हमारे लिए आदर्श हैं. ईश्वर उन तीनों की को आत्मा शांति दे. सांसद ने कहा कि अगर हम सच्चाई पर चलेंगे तो ईश्वर हमारे साथ हर पल रहेंगे. मैं आज यहां से प्रेरणा व दायित्व लेता हूं. संकल्प लेता हूं कि मुझे जो दायित्व मिला है. मैं उसका पालन करूंगा.

शिक्षा व स्वास्थ्य मिशनरियों की देन : विधायक

गुमला के विधायक भूषण तिर्की ने कहा कि आज हम शहीद हुए पुरोहितों को याद कर रहे हैं. उनकी सेवा और कुर्बानी हमारे लिए प्रेरणा है. आज भी कुछ लोग ऐसे हैं, जो नहीं चाहते कि हम खुश रहे. एकजुट रहे. इसलिए ऐसे लोगों को हमें समझना होगा. सिमडेगा विधायक भूषण बाड़ा ने कहा है कि ईश्वर हमें प्यार के सूत्र में बांधने का काम किया है. हम सभी एकसूत्र में बंधकर रहे और समाजहित में काम करें.

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