jharkhand news, gumla news गुमला : मानव तस्करों के चंगुल से मुक्त करायी गयी दो नाबालिग लड़कियां बुधवार को गुमला के सीडब्ल्यूसी कार्यालय से भाग गयी. दोनों लड़कियां बिशुनपुर प्रखंड की है और विलुप्त प्राय: आदिम जनजाति असुर जाति की हैं. इसमें एक लड़की को बिलासपुर से रेस्क्यू किया गया था, जबकि दूसरी लड़की को लोहरदगा से गुमला ट्रांसफर किया गया था. बुधवार को दोनों लड़कियों काे सीडब्ल्यूसी कार्यालय में काउंसलिंग के लिए लाया गया था, परंतु चकमा देकर दोनों भाग गयी.
सीडब्ल्यूसी ने आशंका जतायी है कि मानव तस्करों द्वारा रेकी कर दोनों लड़कियों को भगाया गया है, ताकि लड़कियों के बयान में तस्करों का नाम न आ सके. इस संबंध में सीडब्ल्यूसी गुमला ने अहतू थाने में सनहा दर्ज करा दिया है. अहतू थाना की पुलिस ने दोनों लड़कियों की तलाश शुरू कर दी है. साथ ही लड़कियों के परिजनों से पुलिस संपर्क करने में लगी हुई है. जिससे लड़कियों को बरामद किया जा सके.
सीडब्ल्यूसी सदस्य सुषमा देवी ने कहा कि दो-तीन पहले तीन लड़कियों को बालगृह गुमला में रखा गया था. इसमें दो लड़कियों को छत्तीसगढ़ के बिलासपुर से रेस्क्यू कर गुमला लाया गया था. जबकि एक लड़की को लोहरदगा से गुमला लाया गया था. तीनों लड़कियां बिशुनपुर प्रखंड के पहाड़ी इलाके की रहने वाली है. बुधवार को तीनों लड़कियों की काउंसलिंग होनी थी. इसके लिए बालगृह से सीडब्ल्यूसी कार्यालय लाया गया था. एक लड़की की काउंसलिंग बंद कमरे में हो रही थी, जबकि दो लड़कियों को कार्यालय में बैठाया गया था, परंतु शौच जाने का बहाना बना कर दोनों लड़कियां कार्यालय से बाहर निकली और भाग गयी.
गुमला के अहतू थाना के थानेदार रवि होनहांगा ने कहा कि दो दिन पहले असुर जनजाति की दो लड़कियों को बिलासपुर से रेस्क्यू कर लाया गया था. दोनों लड़कियां मुंबई जा रही थी. सूचना के बाद अहतू थाना की पुलिस ने कार्रवाई कर बिलासपुर पहुंच कर रेस्क्यू किया था, परंतु सीडब्ल्यूसी से सूचना मिली है कि इसमें से एक लड़की भाग गयी. जबकि लोहरदगा से गुमला लायी गयी एक और लड़की भी साथ में भागी है. पुलिस दोनों लड़कियों की तलाश कर रही है.
Posted By : Sameer Oraon