गुमला के बसिया से मजदूरी करने गये गोवा में दो व हरियाणा में एक मजदूर की मौत
घर की आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण दूसरे राज्य मजदूरी करने गये बसिया प्रखंड के तीन मजदूरों की मौत हो गयी. इसमें दो मजदूरों की मौत गोवा व एक मजदूर की मौत हरियाणा में हुई है. अलग-अलग कारणों से तीनों मजदूरों की मौत हुई है. इसमें एक मजदूर के शव को लाया गया. जबकि दो मजदूरों का शव अबतक नहीं पहुंचा है.
Gumla News: घर की आर्थिक स्थिति खराब होने व गरीबी के कारण दूसरे राज्य मजदूरी करने गये बसिया प्रखंड के तीन मजदूरों की मौत हो गयी. इसमें दो मजदूरों की मौत गोवा व एक मजदूर की मौत हरियाणा में हुई है. अलग-अलग कारणों से तीनों मजदूरों की मौत हुई है. इसमें एक मजदूर के शव को लाया गया. जबकि दो मजदूरों का शव अबतक नहीं पहुंचा है.
क्या है घटनाक्रम
जानकारी के अनुसार बसिया प्रखंड क्षेत्र से काम की तलाश में दूसरे राज्यों में रहने वाले तीन मजदूरों की मौत हुई है. इन मजदूरों में कारालोया निवासी 25 वर्षीय राजू महली की हरियाणा के लुधियाना, पोकटा गांव निवासी 26 वर्षीय बिमल कुजूर की गोवा एवं तुरबुंगा गांव निवासी 40 वर्षीय प्रभु महली की गोवा में मौत हुई है. तीनों काम की तलाश में गये थे. बताया जाता है कि तीनों की अलग-अलग जगह और अलग-अलग कारणों से मौत हुई है. जिनमें पोकटा निवासी बिमल कुजूर के शव को शुक्रवार शाम को एयर एंबुलेंस से रांची लाया गया. जिसके बाद शव को उसके परिजनों को सौंपा गया. उल्लेखनीय है कि इस तरह प्रत्येक वर्ष काम की तलाश में अन्य राज्यों में जाने वाले मजदूरों की या तो सड़क हादसे में मौत हो जाती है या काम के दौरान ही किसी हादसे का शिकार हो जाते हैं. वहीं कई मजदूरों की बीमारी एवं लापरवाही के कारण भी मौत हो जाती है. मौत के बाद कई मजदूरों के शव भी घर तक नहीं पहुंच पाता है.
तमिलनाडु में बंधक पांच मजदूर सकुशल गुमला लौटे
तमिलनाडु में बंधक पांच युवक सकुशल गुमला लौट आये हैं. इनमें सुनील मुंडा 24 साल कुटवां गांव, बिदेश्वर मुंडा 22 साल, अरविंद मुंडा कुटवां गांव, अजय कुमार गुप्ता बासंडीह सेमरटोली व बिमल कुमार मरवा गांव है. ये पांचों युवक एक दलाल के चक्कर में फंसकर तमिलनाडु चले गये थे. जहां एक कंपनी में काम किया. जब काम पसंद नहीं आया तो ये लोग वापस आना चाह रहे थे. तभी दलालों ने पांचों युवकों को बंधक बना लिया था. परंतु युवकों के बंधक रखने के संबंध में अखबार में समाचार छपने के बाद दलालों ने पांचों युवकों को सुनसान जगह पर लाकर मारपीट किया. इसके बाद छोड़कर भाग गये थे. इसके बाद सभी युवक गुमला प्रशासन व मजदूर नेता जुम्मन खान के संपर्क में आये और शुक्रवार को वापस लौटे. जुम्मन खान ने बताया कि आदिवासी संगठन की केंद्रीय अध्यक्ष कुमुदनी प्रभावती से संपर्क कर सभी युवकों को तमिलनाडु से झारखंड लाने के लिए टिकट एवं नगद रुपये दिये. अपनी टीम भेज कर सभी को सुरक्षित गुमला भिजवाये. जुम्मन खान ने एसडीओ रवि आनंद, थानेदार मनोज कुमार व प्रभात खबर के प्रति आभार प्रकट किया. जिनके प्रयास के बाद मजदूरों को वापस लाया जा सका. युवकों से मिलने के बाद परिजन खुश हैं.
रिपोर्ट : दुर्जय पासवान, गुमला