Ukraine Russia Crisis: यूक्रेन में फंसे मेडिकल स्टूडेंट अनुराग के परिजन चिंतित, वतन वापसी की लगाई गुहार
Ukraine Russia Crisis: विजय तिर्की का पुत्र अनुराग प्रिंस तिर्की मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए यूक्रेन गया हुआ है, लेकिन रूस व यूक्रेन के बीच छिड़े युद्ध में वह फंस गया है. परिवार के लोग अनुराग की सकुशल वापसी का इंतजार कर रहे हैं. इधर, गुमला की सौम्या सकुशल घर लौट आयी है.
Ukraine Russia Crisis: झारखंड के गुमला जिले के चैनपुर प्रखंड स्थित बेंदोरा छतरपुर गांव के अनुराग प्रिंस तिर्की यूक्रेन में फंसा हुआ है. वह अपने कुछ साथियों के साथ एक बंकर में छिपा हुआ है. उसका मोबाइल भी नहीं लग रहा है. परिवार के लोगों से प्रारंभिक बातचीत में अनुराग ने बताया था कि वह बंकर में छिपकर रह रहा है. बहुत जल्द वह अपने वतन भारत लौटेगा. आपको बताते चलें कि छतरपुर निवासी विजय तिर्की का पुत्र अनुराग प्रिंस तिर्की मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए यूक्रेन गया हुआ है, लेकिन रूस व यूक्रेन के बीच छिड़े युद्ध में वह फंस गया है. परिवार के लोग अनुराग की सकुशल वापसी का इंतजार कर रहे हैं. इधर, गुमला की सौम्या सकुशल घर लौट आयी है.
मेडिकल स्टूडेंट है अनुरागपरिजनों ने केंद्र व झारखंड सरकार से अपने बेटे अनुराग को वापस भारत लाने की मांग की है. परिवार के लोगों ने प्रभात खबर को अनुराग का मोबाइल नंबर उपलब्ध कराया है, परंतु मोबाइल नंबर से अनुराग से बात नहीं हो पा रही है. परिवार के लोगों ने कहा कि वे भी अनुराग से संपर्क करने में लगे हुए हैं. अनुराग की फुआ स्वाति तिर्की गुमला में रहती हैं. उन्होंने बताया कि उनका भतीजा अनुराग मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए यूक्रेन गया है, लेकिन युद्ध के कारण फंस गया है. परिवार के लोग चिंतित हैं. सरकार से अपील है कि बेटे अनुराग को वापस ला दें. अनुराग यूक्रेन के सोमी मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई करता है.
मेडिकल की पढ़ाई के लिये यूक्रेन गयी गुमला जिले के कामडारा प्रखंड के कोंडेकेरा बगीचाटोली गांव की बेटी सौम्या हेजल तोपनो मुसीबत झेलने के बाद वापस भारत लौट आयी है. शुक्रवार को वह दिल्ली एयरपोर्ट पहुंची. इसके बाद ट्रेन से वह दिल्ली से अपने घर के लिए रवाना हो गयी है. साथ में उसकी रिश्तेदार भी हैं, जो सौम्या को दिल्ली से वापस लाने गये थे. जानकारी के अनुसार रूस व यूक्रेन के बीच चल रही जंग के कारण सौम्या को वापस अपने वतन भारत लौटना पड़ा. उसे और उसके साथियों को हॉस्टल से एक सरकारी बस द्वारा रोमानिया बॉर्डर तक पहुंचाया गया था. रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट के हवाई अड्डे से सौम्या व उसके साथियों को वापस भारत भेजा गया. पिता पॉल आनंद मसीह ने बताया कि उनकी बेटी वापस लौट आयी है. परिवार के लोग डरे हुए थे, परंतु बेटी की वापसी के बाद अब डर खत्म हो गया है. बेटी सकुशल लौट आयी है.
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