गुमला के केओ कॉलेज के छात्रों की अनूठी पहल, गरीब बच्चों के लिए 4 गांवों में शुरू की रात्रि पाठशाला, अन्य 15 गांवों में भी पढ़ाने की है योजना

Jharkhand News (गुमला) : केओ कॉलेज, गुमला में पढ़ने वाले छात्रों ने अनूठी पहल की है. घाघरा प्रखंड के चार गांवों में गरीब बच्चों के लिए रात्रि पाठशाला शुरू की. चांची गांव, गम्हरिया, लेसाटोली व बनियाडीह गांव में रात्रि पाठशाला संचालित है. छह सालों से रात्रि पाठशाला चल रहा है. जहां करीब 200 बच्चे पढ़ते हैं. हर दिन दो घंटे की क्लास चलती है. केओ कॉलेज, गुमला के नागपुरी विषय के छात्र विवेक साहू अपने दोस्तों से मिलकर रात्रि पाठशाला की शुरुआत की है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 17, 2021 9:46 PM

Jharkhand News (दुर्जय पासवान, गुमला) : केओ कॉलेज, गुमला में पढ़ने वाले छात्रों ने अनूठी पहल की है. घाघरा प्रखंड के चार गांवों में गरीब बच्चों के लिए रात्रि पाठशाला शुरू की. चांची गांव, गम्हरिया, लेसाटोली व बनियाडीह गांव में रात्रि पाठशाला संचालित है. छह सालों से रात्रि पाठशाला चल रहा है. जहां करीब 200 बच्चे पढ़ते हैं. हर दिन दो घंटे की क्लास चलती है. केओ कॉलेज, गुमला के नागपुरी विषय के छात्र विवेक साहू अपने दोस्तों से मिलकर रात्रि पाठशाला की शुरुआत की है.

छात्र विवेक साहू ने अपने खर्च पर बच्चों को कहानी, जेनरल नॉलेज, व्याकरण की पुस्तक, कॉपी व पेंसिल उपलब्ध कराया है. बच्चों को पुस्तक के अलावा जेनरल नॉलेज की भी शिक्षा दी जाती है. कम उम्र के बच्चों के अलावा वर्ग 9, 10, 11वीं व 12वीं के छात्रों को भी विवेक साहू नि:शुल्क पढ़ाता है. विवेक के साथ उसके दोस्तों की एक पूरी टीम है जो बच्चों को पढ़ाने में नि:शुल्क मदद करते हैं.

और 15 गांवों में शुरू होगी रात्रि पाठशाला

विवेक साहू ने बताया कि घाघरा प्रखंड के और 15 गांवों में रात्रि पाठशाला की शुरुआत की जायेगी. इसमें बालाखटंगा, हापामुनी, करंजटोली, चुंदररी, बेती, हहरी, नौडीहा, खटंगा, कंडरा, साहिजाना, लरंगो, मोहगांव, ईचा, महुवाटोली व चपका गांव है. इन गांवों के बच्चों की सूची तैयार हो गयी है. एक सप्ताह के अंदर इन गांवों में भी रात्रि पाठशाला की शुरुआत की जायेगी. विवेक ने बताया कि 15 गांव के लिए उसी गांव से टीचर भी मिल गये हैं जो बच्चों को पढ़ायेंगे. बच्चों को पढ़ाने वाले सभी टीचर विभिन्न कॉलेजों में पढ़ाई करते हैं और अभी कॉलेज बंद होने के कारण घर पर हैं.

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अभी बच्चों को ये छात्र पढ़ा रहे हैं

गम्हरिया गांव में विवेक साहू, रूपम उरांव, आलोक प्रजापति, संदीप तिर्की, लेसाटोली गांव में वर्षा मिंज, अरविंद उरांव, चांची गांव में बसंत उरांव, निशांत उरांव व बनियाडीह गांव में सूरज उरांव द्वारा बच्चों को पढ़ाया जा रहा है. ये सभी टीचर खुद पढ़ाई कर रहे हैं. परंतु गांव के गरीबों बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के मकसद से ये लोग बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा दे रहे हैं. ये छात्र जिन बच्चों को पढ़ा रहे हैं. इसमें 90 प्रतिशत बच्चे गरीब परिवार से आते हैं और आदिवासी समाज से हैं. लॉकडाउन में स्कूल बंद होने के बाद बच्चों की पढ़ाई बंद हो गयी थी, लेकिन विवेक साहू की पहल से चार गांव के बच्चे स्कूल बंद होने के बाद रात्रि पाठशाना में शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं.

इस प्रकार मिली प्रेरणा

घाघरा प्रखंड के गम्हरिया गांव निवासी विवेक साहू केओ कॉलेज, गुमला में नागपुरी विषय के छात्र हैं. अभी वह बीए में है. 14 साल की उम्र से ही वह समाज सेवा का काम कर रहा है. गांव में किसी की मदद करनी हो तो वह तैयार रहता है. कोरोना महामारी में वह डेढ़ साल से पशु, पक्षियों का भोजन, चारा खिलाने, गरीबों के घर तक अनाज पहुंचाने, दवा या अन्य कोई भी मदद हो. वह करते आ रहा है. विवेक ने बताया कि पहले मैं कुछ बच्चों को नि:शुल्क पढ़ाता था. लेकिन, तभी पूर्व आईजी डॉ अरूण उरांव द्वारा शुरू किये गये रात्रि पाठशाला का समाचार अखबार में पढ़ा. इसके बाद मैं भी घाघरा प्रखंड के गांवों में रात्रि पाठशाला शुरू किया. अभी चार गांव गांव में चालू है. 15 गांव में कुछ दिन में शुरू हो जायेगा.

Posted By : Samir Ranjan.

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