Vat Savitri Vrat 2021 : कोरोना पर भारी वट सावित्री पूजा का उत्साह, झारखंड में पति की लंबी आयु के लिए सुहागिन महिलाओं ने बरगद पेड़ के नीचे ऐसे की पूजा, देखिए PICS
Vat Savitri Vrat 2021, गढ़वा न्यूज (गौरव पांडेय) : हिंदू धर्म में सुहागिन महिलाओं के लिए वट सावित्री व्रत बेहद खास है. सुहागिन महिलाएं निर्जला उपवास कर अखंड सौभाग्य की कामना करती हैं. गढ़वा समेत पूरे झारखंड में आज गुरुवार को महिलाओं ने वट सावित्री पूजा पूरे विधि विधान के साथ की और व्रत रखा. इस दौरान गढ़वा जिले के अहिपुरवा स्थित काली मंदिर परिसर में सुबह से ही सुहागिनों ने स्नान कर दुल्हन की तरह सजकर थाली में विभिन्न प्रकार की पूजन सामग्री के साथ हाथ पंखा आदि लेकर बरगद पेड़ के नीचे पहुंचकर पूजा कीं और पति की दीर्घायु की कामना की.
Vat Savitri Vrat 2021, गढ़वा न्यूज (गौरव पांडेय) : हिंदू धर्म में सुहागिन महिलाओं के लिए वट सावित्री व्रत बेहद खास है. सुहागिन महिलाएं निर्जला उपवास कर अखंड सौभाग्य की कामना करती हैं. गढ़वा समेत पूरे झारखंड में आज गुरुवार को महिलाओं ने वट सावित्री पूजा पूरे विधि विधान के साथ की और व्रत रखा. इस दौरान गढ़वा जिले के अहिपुरवा स्थित काली मंदिर परिसर में सुबह से ही सुहागिनों ने स्नान कर दुल्हन की तरह सजकर थाली में विभिन्न प्रकार की पूजन सामग्री के साथ हाथ पंखा आदि लेकर बरगद पेड़ के नीचे पहुंचकर पूजा कीं और पति की दीर्घायु की कामना की.
पंडित नमो नारायण शुक्ला द्वारा वट सावित्री पूजा करायी गयी. कान्ति पांडेय, राखी, अंजली, ज्योति कुमारी, पूजा पांडेय, चंद्रा, चंचला देवी ने कहा कि वट सावित्री पूजा सुहागिनों के अखंड सौभाग्य प्राप्त करने का प्रामाणिक और प्राचीन व्रत है. धर्म ग्रंथों में इस बात का उल्लेख है कि इस व्रत के करने से अल्पायु पति भी दीघार्यु हो जाते हैं. उन्होंने कहा कि जब सत्यवान की आत्मा को यमराज लेने पहुंचे थे, तब उनकी पत्नी सावित्री भी उनके पीछे-पीछे चल पड़ी थी. ऐसी मान्यता है कि यमराज के काफी समझाने के बाद भी जब वह वापस नहीं लौटी, तब विवश होकर यमराज ने सत्यवान की आत्मा का प्रवेश उसके मृत शरीर में करवा दिया था.
झारखंड के लातेहार, हजारीबाग, चतरा, पलामू, कोडरमा समेत कई जिलों में वट सावित्री की पूजा सुहागिनों ने अपने पति की लंबी आयु के लिए की और अखंड सौभाग्य की कामना की. कोरोना महामारी के बीच पूजा के दौरान काफी भीड़ होने के कारण सोशल डिस्टैंसिंग का पालन नहीं हो सका.
चतरा जिले में भी वट सावित्री व्रत को लेकर महिलाओं में काफी उत्साह दिखा. इस दौरान सुहागिनों की काफी भीड़ दिखी. कोरोना महामारी को देखते हुए पूजा के दौरान लापरवाही बरती गयी. सोशल डिस्टैंसिंग का पालन नहीं किया गया.
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Also Read: Vat Savitri Vrat 2021: पति की लंबी आयु के लिए महिलाएं आज ऐसे करें वट सावित्री पूजा, बरगद वृक्ष की पूजा से ही सावित्री को पति सत्यवान के प्राण मिले थे वापसकोरोना महामारी को देखते हुए ये लापरवाही भारी पड़ सकती है. बड़कागांव में भी ऐसा ही नजारा दिखा. यह तस्वीर हजारीबाग जिले के बड़कागांव स्थित दैनिक बाजार स्थित बरगद पेड़ के पास की है.
Also Read: Vat Savitri Puja 2021 Puja Vidhi: वट सावित्री पर जरूर सुनें ये व्रत कथा, जानें इससे जुड़ी ये मान्यताएं व इस दिन क्या करना चाहिए क्या नहींलातेहार जिले में भी कोरोना के बीच वट सावित्री की पूजा की गयी. इस दौरान सुहागिनों ने अखंड सौभाग्य की कामना की.
Also Read: Jharkhand Crime News : जेल से लौटे शराबी बेटे ने डंडे से पीट-पीटकर माता-पिता को मार डाला, गिरफ्तारी में जुटी खूंटी पुलिसझारखंड के पलामू जिले के पांकी प्रखंड क्षेत्र के बालुडीह गांव में भी वट सावित्री की पूजा की गयी. इस दौरान सुहागिन महिलाओं ने बरगद पेड़ के नीचे अखंड सौभाग्य के लिए वट सावित्री पूजा की और अपने पति की लंबी आयु के लिए कामना की.
Posted By : Guru Swarup Mishra