गुमला: 547 में बने हैं मात्र 150 खेल मैदान, वीर शहीद पोटो हो खेल विकास योजना की गति काफी धीमी
योजना अंतर्गत एक ओर जहां खिलाड़ियों के लिए मैदान का निर्माण किया जाना है, वहीं दूसरी ओर मैदान निर्माण में मजदूरों को रोजगार का अवसर प्राप्त होगा.
जगरनाथ पासवान, गुमला : झारखंड सरकार द्वारा संचालित झारखंड वीर शहीद पोटो हो खेल विकास योजना के क्रियान्वयन की गति गुमला जिले में काफी धीमी है. इस योजना की शुरुआत वर्ष 2020 में मई माह में हुई है. योजना अंतर्गत जिले भर में ग्रामीण इलाकों में कुल 547 खेल मैदान का विकास किया जाना है. इसके तहत पंचायत/ग्राम स्तर पर स्थानीय खिलाड़ियों के लिए खेल मैदान तैयार किया जाना है. साथ ही युवा खिलाड़ियों को उनके खेल से संबंधित आवश्यक सामग्री भी उपलब्ध करायी जानी है, ताकि स्थानीय बच्चे खेल मैदान में नियमित रूप से अपने खेल का अभ्यास कर अपने खेल के हुनर का विकास कर सके. बताते चले कि वीर शहीद पोटो हो खेल विकास योजना को ग्रामीण इलाकों के खिलाड़ियों व मजदूरों को ध्यान में रख कर बनायी गयी है.
योजना अंतर्गत एक ओर जहां खिलाड़ियों के लिए मैदान का निर्माण किया जाना है, वहीं दूसरी ओर मैदान निर्माण में मजदूरों को रोजगार का अवसर प्राप्त होगा. साथ ही भविष्य में वीर शहीद पोटो हो खेल विकास योजना अंतर्गत खेल कोटा आरक्षण द्वारा बेहतरीन और उम्दा खिलाड़ियों को नौकरी देने की व्यवस्था होगी. डीआरडीए गुमला से मिली जानकारी के अनुसार योजना अंतर्गत दो चरण (फेज) में जिले भर में कुल 547 खेल मैदानों के विकास का प्रस्ताव तैयार किया गया है. प्रथम चरण में जिले सभी 159 पंचायतों में एक-एक खेल मैदान का विकास करने का प्रस्ताव तैयार किया गया, जिसमें बसिया प्रखंड में 15 खेल मैदान, चैनपुर में 10, अलबर्ट एक्का जारी में पांच, पालकोट में 14, घाघरा में 18, रायडीह में 13, डुमरी में नौ,
भरनो में 12, गुमला में 25, कामडारा में 10, बिशुनपुर में 10 व सिसई प्रखंड में 18 खेल मैदान के विकास का प्रस्ताव तैयार किया, जिस पर कार्य चल ही रहा था कि दूसरे चरण में फिर से 388 खेल मैदानों के विकास का प्रस्ताव तैयार किया गया. बसिया प्रखंड में 37, चैनपुर में 24, अलबर्ट एक्का जारी में 12, पालकोट में 14, घाघरा में 44, रायडीह में 32, डुमरी में 22, भरनो में 30, गुमला में 61, कामडारा में 24, बिशुनपुर में 24 व सिसई प्रखंड में 44 और खेल मैदान का विकास करने का प्रस्ताव तैयार किया गया. उक्त दोनों चरण में तैयार प्रस्ताव 547 के विरुद्ध अब तक मात्र 150 खेल मैदान ही बन सका है, जबकि 264 खेल मैदान पर कार्य चल रहा है और शेष 133 खेल मैदानों के विकास का कार्य अब तक कागज तक ही सिमटा हुआ है.
प्रखंडवार विकसित खेल मैदानों की संख्या:
बसिया प्रखंड में 52 खेल मैदानों के विरुद्ध कुल 27 खेल मैदानों का निर्माण कार्य पूरा हो सका है. इस प्रकार चैनपुर प्रखंड में 34 के विरुद्ध 14, अलबर्ट एक्का जारी प्रखंड में 17 के विरुद्ध छह, पालकोट प्रखंड में 48 के विरुद्ध 16, घाघरा प्रखंड में 62 के विरुद्ध 20, रायडीह प्रखंड में 45 के विरुद्ध 13, डुमरी प्रखंड में 31 के विरुद्ध आठ, भरनो प्रखंड में 42 के विरुद्ध नौ, गुमला प्रखंड में 86 के विरुद्ध 19, कामडारा प्रखंड में 34 के विरुद्ध छह, बिशुनपुर प्रखंड में 34 के विरुद्ध छह और सिसई प्रखंड में 62 के विरुद्ध छह खेल मैदानों का ही निर्माण किया जा सका है.