गुमला : बेटी परदेश से लौटी, तो ग्रामीणों ने कोरोना के डर से उसके पूरे परिवार का बहिष्कार कर दिया है. मामला गुमला शहर के टुकूटोली मुहल्ले का है. दूसरे राज्य में नौकरी कर रही बेटी जब अपने परिवार के पास वापस गुमला लौटी तो मुहल्ले के लोगों ने पूरे परिवार का बहिष्कार कर दिया. पूरा मामला क्या है. पढ़ें, गुमला से दुर्जय पासवान की रिपोर्ट…
जानकारी के अनुसार टुकूटोली की रीना कुमारी प्लेसमेंट के तहत तामिलनाडु में कपड़ा कंपनी में काम करने गयी थी. कोरोना संक्रमण के बाद लगे लॉकडाउन में युवती फंस गयी थी. मिशन बदलाव के सदस्यों की पहल पर तामिलनाडु में फंसी सभी युवतियों को सरकारी मदद से गुमला लाया गया. इसमें रीना कुमारी भी थी. गुमला पहुंचने के बाद स्वास्थ्य जांच हुआ. रीना को होम कोरेंटिन में रहने के लिए कहा गया.
जब रीना अपने गांव गयी तो ग्रामीणों ने उसे घुसने नहीं दिये और अकेले स्कूल में रहने का फरमान जारी कर दिया. चार दिनों से युवती अकेले स्कूल भवन में रह रही है. जब से युवती स्कूल में अकेले रह रही है. रात को कुछ युवक स्कूल पहुंचकर दरवाजा तोड़ने का प्रयास कर रहे थे. जिससे युवती डरी हुई है. युवती ने इसकी जानकारी मिशन बदलाव के सदस्यों को दी.
मिशन बदलाव के जीतेश मिंज ने मामले की जांच करने के बाद एक अधिकारी को फोन कर युवती को मदद करने की मांग की. अधिकारी ने मदद का वादा किया है. जीतेश ने बताया कि गांव के लोग कोरोना से डरे हुए हैं. इसलिए रीना के परिवार का बहिष्कार किया है. चापानल से पानी भरने या किसी से मिलने जुलने पर रोक लगा दी है. ग्रामीणों ने पूरे परिवार को कोरोना संक्रमण तक स्कूल में रहने का फरमान जारी किया है.
Posted By: Amlesh Nandan Sinha.