Jharkhand News (दुर्जय पासवान, गुमला) : झारखंड के गुमला जिला अंतर्गत खरका गांव के श्मशान घाट में शनिवार को 70 वर्षीय वृद्ध महिला का अंतिम संस्कार करने पर ग्रामीणों ने रोक लगा दिया. गांव की महिलाएं लाठी-डंडा लेकर घर से निकल आयी और खरका घाट में शव जलाने का विरोध करने लगे. गुमला प्रशासन ने ग्रामीणों को समझाने का काफी प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण नहीं माने. अंत में प्रशासन शव को लेकर गुमला आया. शहर के पालकोट रोड स्थित श्मशान घाट में महिला के शव का अंतिम संस्कार किया गया.
गुमला के टोटो गांव में एक 70 वर्षीय महिला का शनिवार की सुबह को निधन हो गया. दो दिन पहले इनके घर के एक और सदस्य की कोरोना से अस्पताल में मौत हो गयी थी. इसलिए जब वृद्ध महिला की मौत हुई, तो ग्रामीणों को लगा कि उसकी भी मौत कोरोना से हुई है. जिसके बाद से लोग डरे हुए थे. घर पर शव था. कोई शव के पास फटक नहीं रहा था. जिसकी सूचना मुखिया कमल उरांव द्वारा बीडीओ संध्या मुंडू व सीओ केके मुंडू को दिये.
प्रशासन ने तत्परता व संवेदनशीलता दिखाया. बीडीओ व सीओ टोटो गांव पहुंचे. लोगों को जागरूक किया गया. शव को गाड़ी में लादकर खरका नदी स्थित शवघाट ले जाया गया. बीडीओ, सीओ एवं समाजसेवी भी खरका घाट पहुंचे. टोटो के समाजसेवियों ने दाह संस्कार के लिए लकड़ी व अन्य सामग्री की व्यवस्था की, लेकिन तभी ग्रामीण पहुंच गये और शव का अंतिम संस्कार करने का विरोध करने लगे. ग्रामीणों का कहना था कि कोरोना पॉजिटिव मरीज के शव को हमारे शवघाट में जलाने नहीं देंगे. नहीं तो हमारे गांव में यह संक्रमण फैल जायेगा.
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मौके पर मुखिया कमल उरांव, समाजसेवी शम्भू प्रसाद, प्रमोद गुप्ता, अमरनाथ गुप्ता, प्रेम गुप्ता, टोहन प्रसाद, कृष्णा गुप्ता, राजू प्रसाद, मैनुल प्रसाद सहित अन्य लोग मौजूद थे. वहीं पीड़ित परिवार ने प्रशासन व समाजसेवियों के प्रति आभार प्रकट किया है. ग्रामीणों ने टोटो में कोविड टेस्ट के लिये दो दिवसीय कैंप आयोजित कराने की मांग की है. ताकि अधिक से अधिक लोग टेस्ट व इलाज कराकर लोग स्वस्थ हो सके. मुखिया कमल उरांव ने कहा कि टोटो में कोरोना मरीज मिले हैं. वे होम आइसोलेशन में हैं. लोग जागरूक बनें.
सीओ कुशलमय मुंडू ने कहा कि टोटो में वृद्ध महिला की मौत हो गयी थी. कोरोना को देखते हुए पीपीई किट पहनकर शव को खरका घाट ले जाया गया था, लेकिन ग्रामीणों को लगा कि महिला की मौत कोरोना से हुई है. इसलिए वे शव जलाने का विरोध किये. समझाने के बाद भी गांव की महिलाएं नहीं मानी. अंत में महिला के शव को गुमला श्मशान घाट में लाकर अंतिम संस्कार किया गया.
Posted By : Samir Ranjan.