Jharkhand News: गुमला में नशे के खिलाफ वार, पुलिस प्रशासन इससे दूर रहने का चला रहे अभियान
गुमला में नशा के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है. पुलिस प्रशासन लोगों को इससे दूर रहने की अपील कर रहे हैं. एसपी ने लोगों से नशापान से दूर रहने का संकल्प लेने की अपील की. कहा कि यह अभियान शहर से लेकर गांव तक चलेगा.
गुमला, दुर्जय पासवान : गुमला में नशा के गिरफ्त से रिहाई कार्यक्रम की शुरुआत किया गया. एसपी डॉ एहतेशाम वकारीब ने कहा कि आप सभी संकल्प लें कि नशापान से दूर रहेंगे. नशा के खिलाफ जो अभियान शुरू किया गया है. यह अभियान पूरे जिले में चलेगा. शहर से लेकर गांव तक पुलिस काम करेगी. पुलिस नशा को जड़ से खत्म करने में लगी है. नशा एक सोशल समस्या बन गयी है. नशा के कारण अपराध होता है. इसलिए नशा के खिलाफ पुलिस काम कर रही है. रिहाई का मतलब है, नशा से मुक्त होना. गुमला के खिलाड़ी बेहतर कर रहे हैं. आप लोगों से अपील है. आप नशा को भी खत्म करने में सहयोग करें. गली मुहल्लों में नशा के खिलाफ कमेटी बने.
नशा से दूर रहे लोग
वहीं, एसडीओ रवि जैन ने कहा कि नशापान के चक्रव्यूह से निकलना है, तो हम सभी को अपनी भूमिका को समझना होगा. लोगों को जागरूक होना होगा. चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष दिनेश अग्रवाल ने कहा कि नशा जीवन के लिए खतरनाक है. कहा कि इससे दूर रहना ही जरूरी है.
नशापान के खिलाफ समाज को मजबूत करने की जरूरत
इंस्पेक्टर मनोज कुमार ने कहा कि माओवाद और अपराध से जितने लोग नहीं मरते हैं उससे अधिक लोग नशापान से मरते हैं. समाज को मजबूत करने के लिए जरूरी है. नशा से दूर रहे. गुमला के लिए महुआ शराब आंतरिक समस्या है. गुमला में कम उम्र के लोग भी नशा करते हैं. इसपर हम सभी को सोचना होगा. इस्लाम में नशा करना पाप है, लेकिन मुस्लिम इलाकों के युवा नशीली पदार्थों का सेवन कर जीवन बर्बाद कर रहे हैं.
नशा एक कलंक है, इससे रहें दूर
डीएसपी प्रदीप प्रणव ने कहा कि समाज को शुद्ध करने की यह पहल है. शुद्ध करने का मतलब समाज से नशापान को जड़ से खत्म करना है. गुमला की भूमि की महत्ता है. इस महत्ता को बनाए रखने के लिए जरूरी है कि हम नशा से दूर रहे. नशा एक कलंक है. यह जीवन को बर्बाद करता है. क्राइम एवं एक्सीडेंट के पीछे 90 प्रतिशत कारण नशा है.
गुमला में नशा के खिलाफ लगातार चल रहा अभियान
एसडीपीओ मनीषचंद्र लाल ने कहा कि कुछ लोग नशा करना अपना स्टेटस मानते हैं. लेकिन, यह उन्हें पता नहीं कि यही नशा उसके जीवन को नष्ट कर रहा है. गुमला में नशा के खिलाफ लगातार अभियान चल रहा है. अपराध भी कम हुआ है. वहीं, नगर परिषद के उपाध्यक्ष कलीम अख्तर ने कहा कि नशापान के खिलाफ पुलिस द्वारा लगातार अभियान चलाया जा रहा है. इसमें गुमला के लोगों को भी पुलिस की मदद करनी चाहिए. अगर बच्चे नशापान में जकड़े हैं, तो इसमें अभिभावक भी दोषी हैं. क्योंकि जिन बच्चों पर अभिभावक ध्यान नहीं देते. वे बच्चे ज्यादा गलत रास्ते पर चलते हैं.