घाघरा : प्रखंड की चपका पंचायत में सात लाख रुपये से बनी सोलर जलमीनार एक वर्ष से खराब है. जिससे 100 परिवार प्रभावित हैं. लोगों को पेयजल की समस्या हो रही है. यहां बता दें कि जिला परिषद मद से 2019-20 में चपका गांव में सोलर जलमीनार लगायी गयी थी, जो लगने के महज कुछ दिन बाद से खराब हो गयी है.
इसकी सुध अभी तक किसी भी संबंधित पदाधिकारियों ने नहीं ली है. कई बार ग्रामीण खुद से चंदा कर जलमीनार की मरम्मत करायी गयी. जिसके बाद भी एक वर्ष से जलमीनार खराब है. कई बार ग्रामीण लिखित व मौखिक जानकारी देकर जलमीनार बनाने का आग्रह पदाधिकारियों से किया. जिसके बाद भी कोई पहल नहीं हुई. इस सोलर जलमीनार के बन जाने से लगभग 100 परिवार के लोगों को पानी की सुविधा मिलेगी.
यह जलमीनार प्रखंड मुख्यालय से महज 200 मीटर दूर घाघरा व गुमला मुख्य पथ पर है. ग्रामीण महेश साहू ने कहा कई बार हम लोग लिखित आवेदन देकर जलमीनार को बनाने का आग्रह किये. पर नहीं बना. रमेश कुमार ने कहा सरकार की योजना हम तक पहुंचाने के लिए सरकार तो प्रयासरत है. पर धरातल पर क्या हो रहा है. इसे देखने वाला कोई नहीं है. सरकार के अधीनस्थ कर्मचारी कान में तेल डाल कर सोये रहते हैं. उन्हें किसी समस्याओं से कोई लेना-देना नहीं है. आलम अंसारी ने कहा यदि जलमीनार पूरी तरह से बन जाये तो, आसपास के लोगों को पानी के लिए समस्या नहीं होगी.