कल्याण मंत्री चंपई सोरेन ने लिया संज्ञान, गुमला के अनाथ भाई-बहन के घर पहुंचा प्रशासन
प्रभात खबर में अनाथ भाई-बहन की खबर छपते ही सरकार हरकत में आयी. मंत्री चंपई सोरेन ने मामले में स्वत: संज्ञान लिया. रायडीह प्रखंड प्रशासन बच्चों के घर पहुंचे. खाने-पीने के लिए अनाज दिया. बीडीओ ने दो हजार की मदद की. वहीं समाजसेवियों ने भी बच्चों की मदद की.
Gumla News: प्रभात खबर में अनाथ भाई-बहन की खबर छपते ही सरकार हरकत में आयी. मंत्री चंपई सोरेन ने मामले में स्वत: संज्ञान लिया. रायडीह प्रखंड प्रशासन बच्चों के घर पहुंचे. खाने-पीने के लिए अनाज दिया. बीडीओ ने दो हजार की मदद की. वहीं समाजसेवियों ने भी बच्चों की मदद की. समाजसेवी सह भाजपा के प्रदेश वरिष्ठ नेता विनय कुमार लाल बच्चों के घर गुमला जिला के रायडीह ब्लॉक स्थित केमटे खुरसुता गांव पहुंचे. जहां उन्होंने अनाथ बच्चों से मिलकर दुख दर्द जाना. साथ ही मदद स्वरूप खाद्य सामाग्री, कपड़े, चावल भेंट किया. उन्होंने कहा की यदि बच्चे पढ़ना चाहते हैं, तो पंकज भगत (15) व सक्रांति कुमारी (10) को मैं अपने पूरे खर्च पर पढ़ाऊंगा. साथ ही जिस किसी चीज की इन बच्चों को जरूरत पड़ेगी. उसे पूरा करूंगा. उन्होंने हर संभव मदद का आश्वासन दिया. उन्होंने कहा कि मैं उपायुक्त से मांग करता हूं कि अविलंब बच्चों का राशन कार्ड बनाते हुए आयुष्मान कार्ड बनाया जाय. साथ ही जो प्रधानमंत्री आवास योजना अधूरा है. उसे पूर्ण कराया जाय. इन बच्चों को जो भी सरकारी लाभ हो. वह मुहैया कराया जाय.
प्रभात खबर का जताया आभार
विनय लाल ने प्रभात खबर को धन्यवाद देते हुए कहा कि इस तरह की अनेक मुद्दे प्रभात खबर ने खोज खोजकर प्रमुखता से अपने अखबार में छापा है और प्रशासन व जनता की नजर में लाया है. साथ ही उनके समस्याओं का निदान किया है. जो काफी क़ाबिले तारीख है. इसलिए मैं प्रभात खबर को दिल से धन्यवाद देना चाहूंगा. वहीं दूसरी ओर प्रखंड प्रशासन की ओर से बीडीओ अमित कुमार मिश्रा ने अनाथ बच्चों को तत्काल 50 किलो चावल व दो हजार रुपये का सहयोग प्रदान किया है. साथ ही उन बच्चों के नाम ग्रीन राशन कार्ड बनवा कर दिया है.
बच्चों की शिक्षा की व्यवस्था करें डीसी
राज्य के कल्याण मंत्री चंपई सोरेन ने मामले में संज्ञान लेते हुए गुमला उपायुक्त को निर्देश दिया है कि बच्चों की शिक्षा की व्यवस्था किया जाये. मंत्री ने टवीट कर डीसी से कहा है कि इन बच्चों की सहायता करें. इन्हें समाज कल्याण व सामाजिक सुरक्षा की अधिकतम योजनाओं से जोड़ते हुए इनकी शिक्ष जारी रखने का इंतजाम करें.
रिपोर्ट : दुर्जय पासवान, गुमला