पूजा के लिए बालू उठाने गए थे, देवाकी नदी में बहे दो भाई
गुमला जिला अंतर्गत घाघरा प्रखंड के देवाकी नदी में सोमवार की देर शाम को दो भाई शंकर उरांव (50 वर्ष) व बिहारी उरांव (45 वर्ष) बह गये.
गुमला जिला अंतर्गत घाघरा प्रखंड के देवाकी नदी में सोमवार की देर शाम को दो भाई शंकर उरांव (50 वर्ष) व बिहारी उरांव (45 वर्ष) बह गये. रात साढ़े नौ बजे तक नदी में दोनों की तलाश की गयी. परंतु दोनों भाईयों का पता नहीं चला. अंधेरा होने के कारण प्रशासन ने नदी में तलाशी रोक दी है.
प्रशासन के अनुसार अब मंगलवार की सुबह को एनडीआरएफ की टीम द्वारा दोनों भाईयों को तलाश किया जायेगा. जानकारी के अनुसार कुसूमटोली गांव के शंकर उरांव ओझामति व पूजा पाठ करने के लिए देवाकी नदी से बालू उठाने गया था. साथ में उसका साथी नवाटोली गांव निवासी अनिल उरांव था.
दोनों लोग नदी के पास पहुंचे. इसके बाद शंकर बालू उठाने के लिए नदी में घुसा. तभी वह नदी के तेज बहाव में बह गया. यह देखकर अनिल उरांव वहां से भागकर घर पहुंचा. अनिल ने शंकर के भाई बिहारी उरांव को बताया कि तुम्हारा भाई नदी में बह गया है. यह सुनकर बिहारी उरांव गाड़ी लेकर नदी के पास पहुंचा. बिहारी टॉर्च लिए नदी में घुसकर अपने भाई को खोजने लगा.
परंतु वह भी तेज बहाव में बह गया. इसके बाद से दोनों भाईयों का कोई सुराग नहीं है. दोनों भाईयों के नदी में बहने की सूचना के बाद 100 से अधिक लोगों की भीड़ नदी के पास जुट गयी. सभी लोग अपने स्तर से नदी के किनारे दोनों भाईयों को खोजते नजर आये. घाघरा थानेदार सुधीर प्रसाद भी पुलिस बल के साथ पहुंचे. पुलिस भी तलाश की. परंतु रात साढ़े नौ बजे तक जब दोनों भाई नहीं मिले तो तलाशी बंद कर दी गयी है.
नदी के घाघ में फंसने की आशंका
बताया जा रहा है कि देवाकी नदी के समीप एक चेकडैम भी बना है. वहां काफी गहराई है और घाघ है. संभावत: दोनों भाई नदी में बहने के बाद उसी घाघ में फंस गये हैं. उस घाघ में जाकर दोनों भाईयों को खोजना मुश्किल है. इसलिए प्रशासन ने रात होने के कारण घाघ में लोगों के जाने पर रोक लगा दिया है. उस घाघ में तैराक ही घुस सकते हैं.
posted by : sameer oraon