अंधविश्वास : झारखंड में मां को डायन बता उसके दो बेटों को बांध कर पीटा, एक की आंख फोड़ी
गुमला के सिसई में दो लोगों को डायन का बेटा बताकर खंभे में बांध कर पीटा गया इसके बाद एक की बायीं आंख को फोड़ दिया गया है. इस मामले में पुलिस ने 7 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. प्राथमिकी में कहा गया है कि गांव की मुखिया हमेशा मां को डायन बताकर प्रताड़ित करती थी.
गुमला : सिसई स्थित लकेया गांव में रविवार को अंधविश्वास में ग्रामीणों ने दो सगे भाइयों संजय उरांव और अजय उरांव को खंभे में बांध कर पीटा. दोनों भाई पिटाई के बाद अधमरा हो गये. अजय उरांव की बायीं आंख भी फोड़ दी गयी. बाद में छोटी बहन की सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों भाइयों की जान बचायी और अस्पताल में भर्ती कराया. मामले में संजय उरांव ने लकेया पंचायत की मुखिया सुगिया देवी समेत 10 लोगों पर डायन बिसाही के आरोप में प्राथमिकी दर्ज करायी है. पुलिस ने सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया है.
मां को बताते थे डायन, मुखिया करती थी प्रताड़ित :
संजय उरांव ने दर्ज प्राथमिकी में कहा है कि लकेया पंचायत की मुखिया सुगिया देवी उसकी मां को डायन बता कर प्रताड़ित करती रहती है. ग्रामीण रंथू गोप से मिलकर मुखिया ने उनके पूरे परिवार का गांव से बहिष्कार करा दिया है. बीते शनिवार को ग्रामीणों ने अजय उरांव को पोल से बांध कर पीटा. उसे खोजने गये भाई संजय पर भी जानलेवा हमला किया गया.
उसे भी पोल से बांध दिया. भाई का मोबाइल और 13,500 रुपये भी लूट लिये. उनके माता-पिता और अन्य परिजन बचाने आये, तो उन पर भी हमला कर दिया गया. उनकी बहन ने रात में भागते हुए थाना पहुंच कर घटना की जानकारी दी, तब पुलिस ने दोनों भाइयों को मुक्त कराकर सिसई अस्पताल पहुंचाया. जहां डॉक्टर ने उनके भाई अजय उरांव की बायीं आंख फूट जाने की जानकारी देते हुए दोनों को गुमला सदर अस्पताल रेफर कर दिया. आरोपियों में लकेया गांव निवासी प्रवीण उरांव, जगतपाल उरांव, विश्वनाथ उरांव, रोहित उरांव, अमित उरांव, विजय उरांव, बोलवा उरांव, मोती उरांव और रंथू गोप शामिल हैं.
छोटी बहन ने थाना पहुंच कर दी सूचना, तो पुलिस ने दोनों भाइयों को मुक्त करा कर अस्पताल में भर्ती कराया
मुखिया समेत 10 पर प्राथमिकी दर्ज पुलिस सात नामजद आरोपियों को गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही
मुखिया डेढ़ साल से प्रताड़ित कर रही है : संजय
संजय उरांव ने बताया कि मुखिया करीब डेढ़ साल से प्रताड़ित कर रही है. पूर्व में भी डायन बिसाही का आरोप लगाकर मारपीट की गयी थी. 27 जुलाई को सिसई थाना में इसकी लिखित सूचना दी गयी थी. लेकिन कार्रवाई नहीं होने पर सात सितंबर को एसपी से कार्रवाई की मांग की गयी, फिर भी दोबारा ऐसी घटना घट गयी.
मुझे फंसाने की साजिश की गयी है : मुखिया
मुखिया सुगिया देवी ने कहा कि मुझ पर लगाया गया आरोप बेबुनियाद है. मारपीट की जानकारी मिलते ही अपने पति मोती उरांव के साथ मैं घटनास्थल पर गयी और बीच-बचाव कर मामला शांत कराया. पुलिस को सूचना देकर बुलाया. करीब 10 वर्षों से संजय उरांव के परिवार से हमारी पुश्तैनी जमीन का विवाद चल रहा है.
Posted By : Sameer Oraon