गुमला. गुमला के करमडीपा निवासी जसिंता कुमारी (21 वर्ष) की रांची में इलाज के क्रम में मौत हो गयी. जसिंता ने गुमला अस्पताल में ऑपरेशन से एक बच्ची को जन्म दिया. इसके बाद उसके शरीर से खून बहने लगा, जो थमने का नाम नहीं ले रहा था. इसके बाद महिला को रांची रेफर कर दिया गया, जहां इलाज के क्रम में उसकी मौत हो गयी. परिजनों का आरोप है कि ऑपरेशन के बाद जसिंता का नस कट गया होगा, जिससे उसका खून बहने लगा. गुमला में खून नहीं चढ़ा कर रात ढाई बजे रांची रेफर कर दिया. जब तक मरीज को रिम्स ले जाया जाता, शरीर में मात्र दो यूनिट खून बचा था. इस कारण उसकी मौत हो गयी. मृतका का ससुराल घाघरा प्रखंड के कुंदो गांव है. उसके पति जीतेंद्र कुमार तमिलनाडु में ग्रेनाइड कंपनी में काम करते हैं. पत्नी की मौत की सूचना पर जीतेंद्र रांची के लिए रवाना हो चुके हैं. मृतका के मामा जयराम उरांव ने बताया कि जसिंता के पेट में दर्द होने पर शनिवार को उसे गुमला सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टर ने जांच के बाद कहा कि रविवार को ऑपरेशन करना पड़ेगा. इसके बाद रविवार की दोपहर को जसिंता का छोटा ऑपरेशन से एक बेटी हुई. मामा जयराम ने कहा कि ऑपरेशन के दौरान ही जसिंता का नस कट गया होगा, जिससे उसका खून बंद नहीं हुआ. मुझे खून देने के लिए गुमला अस्पताल बुलाया गया. मैं टोटो से रविवार की रात को अस्पताल पहुंचा, परंतु, गुमला में खून नहीं चढ़ा कर रिम्स रेफर कर दिया गया. उन्होंने कहा कि अगर गुमला में ही खून चढ़ाया जाता या तो रांची ले जाने के क्रम में एंबुलेंस में ही खून चढ़ाने की व्यवस्था कर दी गयी होती, तो आज जसिंता जिंदा होती. उन्होंने जसिंता के ऑपरेशन में शामिल डॉक्टरों व कर्मियों पर कार्रवाई करने की मांग की है.
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