Jharkhand news, Gumla news : गुमला (दुर्जय पासवान) : स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर शुक्रवार (14 अगस्त, 2020) की शाम को गुमला शहर के जशपुर रोड के फुटपाथ में लगने वाले सब्जी दुकानों को हटाने से मामला बिगड़ गया. गुमला प्रशासन ने शाम को दुकान हटा दिया. इसके बाद सभी सब्जी विक्रेता उग्र हो उठे. प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए नेशनल हाईवे-78 जाम कर दिया. मुख्य सड़क को रात पौने सात बजे महिलाएं जाम की, जिससे रांची- छत्तीसगढ़ राज्यमार्ग जाम हो गयी. जाम से दोनों छोर पर दर्जनों वाहनें फंस गयी.
महिलाएं रूक-रूककर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते रही. सीआरपीएफ (CRPF) की गाड़ी को भी महिलाओं ने बीच सड़क पर रोक दिया. दो पहिये वाहनों को भी जाम स्थल से पार होने नहीं दिया गया. महिलाएं एक घंटे तक सड़क जाम कर हंगामा करती रही. प्रशासन एक कोने पर खड़ी नजर आयी. जाम हटाने के लिए बीडीओ संध्या मुंडू और गुमला थाना की पुलिस पहुंची थी. लेकिन, बीडीओ की बातों को किसी ने नहीं सुना. जिस कारण बीडीओ जाम स्थल से दूर अपनी गाड़ी में जाकर बैठ गयी.
इधर, सड़क जाम की सूचना पर गुमला थाना प्रभारी शंकर ठाकुर पुलिस बल के साथ पहुंचे. शुरू में लोगों से जाम हटाने के लिए कहा. जब महिलाएं सड़क से हटने को तैयार नहीं हुई, तो महिला पुलिसकर्मियों द्वारा हल्का बल प्रयोग कर जाम हटाया गया. रात 8 बजे जाम हटने के बाद वाहनों का आवागमन शुरू हुआ. हालांकि, जाम हटने के बाद भी सड़क दुरुस्त होने में आधा घंटा लगा. सड़क से हटने के बाद भी महिलाएं पुलिस से उलझ गयी.
पुलिस अधिकारी ने कहा कि सब्जी दुकानें पुलिस ने नहीं हटायी है, प्रशासन ने हटाया है. इसलिए अपनी मांग डीसी और एसडीओ के पास जाकर रखें. सड़क जाम करने नहीं देंगे. जाम करेंगे, तो प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की जायेगी.
सब्जी बेचने वाली महिलाओं ने कहा कि एक सप्ताह पहले भी बिना नोटिस के दुकान हटाने के बाद सामान जब्त कर प्रशासन ले गया था. इधर, शुक्रवार को दोबारा बीडीओ संध्या मुंडू शाम को जशपुर रोड पहुंची और दुकानों को हटवाने लगी. महिलाओं ने कहा कि प्रशासन ने कुछ महिलाओं पर लाठी भी बरसाया है. जबकि प्रशासन ने लाठी बरसाने की बात से इनकार किया है.
महिलाओं ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस के एक दिन पहले जिस प्रकार की बर्बरता प्रशासन अपना रहा है. इसे हम बरदाश्त नहीं करेंगे. सब्जी बेचकर हम बच्चों को पढ़ा रहे हैं. पेट पाल रहे हैं. ये अधिकारी जो महीने में तनख्वाह लेते हैं. हर समय हम गरीबों को ही परेशान करते हैं. प्रशासन की हिम्मत है तो मेन रोड से अतिक्रमण हटाकर बताये. साथ ही मेन रोड में बेवजह कुछ लोगों द्वारा वाहन खड़ा कर देने के मुददे को भी महिलाओं ने उठाया. महिलाओं ने कहा कि क्या 24 घंटा गाड़ी खड़ी करके रखने से सड़क जाम नहीं होती है, लेकिन मेन रोड में पूंजीपति वर्ग के लोग हैं. इसलिए उनपर प्रशासन मेहरबान है और गरीबों को परेशान कर रही है.
Posted By : Samir Ranjan.