झारखंड जेनरल कामगार यूनियन के जिलाध्यक्ष सनिया उरांव को जान से मारने की धमकी देने व मजदूरों को भयभीत करने को लेकर शनिवार को सानिया उरांव सहित कई मजदूर घाघरा थाना पहुंचे. जहां लिखित आवेदन पुलिस को सौंपा. आवेदन में कहा है कि हम सभी मजदूर अपने हितों को लेकर हिंडाल्को माइंस प्रबंधन व मजदूरों के बीच आपसी खींचतान चलते रहती है. मजदूर जब अपने हितों व विधि सम्मत अधिकारों को लेकर माइंस प्रबंधन से अपनी बात रखते हैं. तो प्रबंधन मजदूरों की आवाज को दबाने के लिए जेजेएमपी उग्रवादियों का सहारा लेने लगती है. फिलहाल जेजेएमपी के उग्रवादी बिशुनपुर थाना क्षेत्र के लखवा, डिहारी, मंजीरा व घाघरा थाना क्षेत्र के पोड़ी जंगली इलाकों में कैंप कर यूनियन के जिलाध्यक्ष सानिया उरांव को खोज रहे थे. साथ ही अन्य 6-7 मजदूरों को भी जान से मारने की धमकी दे रहे थे. उग्रवादियों के लिए खाद्यान्न एवं जरूरत की अन्य चीजों की आपूर्ति डॉल्फिन एलायंस कंपनी द्वारा किये जाने की बात आवेदन में कही है. जेजेएमपी उग्रवादियों की क्षेत्र में उपस्थिति के कारण मजदूरों एवं ग्रामीणों के बीच भय का माहौल व्याप्त है. पूर्व में भी मजदूरों को मारपीट कर भयभीत करने का प्रयास होता आ रहा है. वही आवेदन में उक्त मामले की जांच कर जेजेएमपी उग्रवादी, डॉल्फिन एलायंस कंपनी व हिंडाल्को इंडस्ट्रीज लिमिटेड के विरुद्ध समुचित विधि कार्रवाई करने की मांग की है. आवेदन देने वालों में जिलाध्यक्ष सानिया उरांव, बंधु महली, चंदर उरांव, धनु महली, राजेंद्र उरांव, रंजीत उरांव, फुलदेव उरांव सहित कई लोग मौजूद थे. वहीं आवेदन में तीन दर्जन से अधिक लोगों का हस्ताक्षर अंकित हैं.
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